भास्कर संवाददाता | नसरुल्लागंज जिले भर में अतिथि शिक्षकों की ऑनलाइन आवेदन पत्र भरने की प्रक्रिया के तहत सोमवार को अंतिम दिन रहा। सबसे बड़ी समस्या यह आ रही है कि आगामी प्रक्रिया क्या हो, यह कोई नहीं बता पा रहा है।
अब तक यह होता आ रहा था कि जिन स्थानों पर सीट खाली रहती थी वहां पर क्षेत्रीय लोग पहुंचकर अपनी सेवाएं देना शुरु कर देते थे। इस बार ऑनलाइन प्रक्रिया होने के कारण सीट कहां खाली है, इसके बारे में जानकारी का अभाव है।
इस बार ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से अतिथि शिक्षकों को जिम्मेदारी दी जा रही है। हर वर्ष विभाग द्वारा अतिथि शिक्षकों को पढ़ाने के लिए तैनात किया जाता है। हालात ये हैं कि अधिकांश जिम्मेदारी इन अतिथियों के भरोसे ही है। शिक्षा सत्र शुरु होने के बाद में जुलाई माह से इनको फिर से सेवा में रखने के लिए आदेश आया।
इस बीच में ऑनलाइन प्रक्रिया भी शुरु कर दी गई। ऑनलाइन के तहत सोमवार को आवेदन भरने की अंतिम तिथि रही। अब सभी को इस बात का इंतजार है कि आगामी प्रक्रिया क्या होगी। इसकी वजह यह है कि आगामी प्रक्रिया के तहत दस्तावेजों के सत्यापन होना है। सत्यापन हो जाने के बाद क्या होगा यह सभी के दिमाग में प्रश्न है। सबसे बड़ी चुनौती यह है कि उम्मीदवार किस स्थान पर रिक्त है और वहां पर कैसे आवेदन करे इसको लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है।
मानदेय को लेकर संकट
इधर कुछ लोग अतिथि शिक्षक के तौर पर 20 जुलाई से सेवा भी दे रहे हैं। दरअसल यह लोग लिखित आदेश आने के कारण इस तरह के आदेश पर काम तो शुरु कर दिया गया, लेकिन अब उन्हें कहा जा रहा है कि यदि आदेश प्राप्त नहीं हुआ तो उनको मानदेय नहीं मिल पाएगा।
इस मामले में भोपाल स्तर से निर्णय होना है। वैसे अभी 30 अगस्त तक दस्तावेजों का सत्यापन होगा, जिसमें शिक्षा विभाग राज पत्रित अधिकारी द्वारा सत्यापन किया जाएगा। पीएन पेठारी, बीईओ
अब तक यह होता आ रहा था कि जिन स्थानों पर सीट खाली रहती थी वहां पर क्षेत्रीय लोग पहुंचकर अपनी सेवाएं देना शुरु कर देते थे। इस बार ऑनलाइन प्रक्रिया होने के कारण सीट कहां खाली है, इसके बारे में जानकारी का अभाव है।
इस बार ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से अतिथि शिक्षकों को जिम्मेदारी दी जा रही है। हर वर्ष विभाग द्वारा अतिथि शिक्षकों को पढ़ाने के लिए तैनात किया जाता है। हालात ये हैं कि अधिकांश जिम्मेदारी इन अतिथियों के भरोसे ही है। शिक्षा सत्र शुरु होने के बाद में जुलाई माह से इनको फिर से सेवा में रखने के लिए आदेश आया।
इस बीच में ऑनलाइन प्रक्रिया भी शुरु कर दी गई। ऑनलाइन के तहत सोमवार को आवेदन भरने की अंतिम तिथि रही। अब सभी को इस बात का इंतजार है कि आगामी प्रक्रिया क्या होगी। इसकी वजह यह है कि आगामी प्रक्रिया के तहत दस्तावेजों के सत्यापन होना है। सत्यापन हो जाने के बाद क्या होगा यह सभी के दिमाग में प्रश्न है। सबसे बड़ी चुनौती यह है कि उम्मीदवार किस स्थान पर रिक्त है और वहां पर कैसे आवेदन करे इसको लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है।
मानदेय को लेकर संकट
इधर कुछ लोग अतिथि शिक्षक के तौर पर 20 जुलाई से सेवा भी दे रहे हैं। दरअसल यह लोग लिखित आदेश आने के कारण इस तरह के आदेश पर काम तो शुरु कर दिया गया, लेकिन अब उन्हें कहा जा रहा है कि यदि आदेश प्राप्त नहीं हुआ तो उनको मानदेय नहीं मिल पाएगा।
इस मामले में भोपाल स्तर से निर्णय होना है। वैसे अभी 30 अगस्त तक दस्तावेजों का सत्यापन होगा, जिसमें शिक्षा विभाग राज पत्रित अधिकारी द्वारा सत्यापन किया जाएगा। पीएन पेठारी, बीईओ