गुना। नवदुनिया प्रतिनिधि स्कूलों में अतिथि शिक्षक भर्ती
वेरीफिकेशन के चक्कर में उलझ रही है। भर्ती के संबंध में स्पष्ट निर्देश न
होने से अतिथि शिक्षक भर्ती के लिए आवेदन करने परेशान हो रहे हैं। संकुल
में अनुभव प्रमाण पत्र वेरीफिकेशन के लिए जाने पर संकुल प्राचार्य आदेश न
होने का हवाला देकर लौटा देते हैं।
इसी चक्कर में पिछले साल की तुलना में अतिथि शिक्षकों की भर्ती दो महीने लेट हो चुकी है। इससे स्कूलों में पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। इससे पहले ऑनलाइन आवेदन मंगाए गए। आवेदन के साथ अतिथि शिक्षकों को अनुभव प्रमाण पत्र ऑनलाइन अपलोड करना था। लेकिन शिक्षा विभाग ने अनुभव प्रमाण पत्र देने से इनकार कर दिया। इसके बाद आवेदकों ने स्वयं खुद का अनुभव प्रमाण पत्र बनाकर अपलोड किया है। अब इसका वेरीफिकेशन किया जा रहा है। इसके बाद स्कूलों का आवंटन किया जाएगा। यह प्रक्रिया सितंबर के पहले सप्ताह तक पूरी होने की उम्मीद जताई जा रही है।
आंकड़ों से जानिए भर्ती की हकीकत
1000 स्कूलों में होनी है भर्ती
जिले की कुल 2268 स्कूलों में से करीब 1000 हजार स्कूलों में अतिथि शिक्षकों की भर्ती की जानी है। इसके शिक्षा विभाग तैयारी कर रहा है।
1470 शिक्षकों की होगी भर्ती
जिले के लगभग 1000 हजार स्कूलों में 1470 अतिथि शिक्षकों की भर्ती की जानी है। स्कूलों में विषय बार शिक्षकों की कमी देखते हुए अतिथि शिक्षक रखे जाएंगे।
1740 अतिथि शिक्षक थे पिछले साल
शैक्षणिक सत्र 2016-2017 में जिले के करीब 1000 स्कूलों में 1740 अतिथि शिक्षकों की भर्ती की गई। इसमें प्राथमिक,माध्यमिक एवं हाई स्कूल एवं हायर सेकंडरी स्कूल शामिल हैं।
इन स्कूलों में 10-15 अतिथि शिक्षक की जरूरत
शहर के ऐसे स्कूल भी हैं,जहां 10 से 15 अतिथि शिक्षकों की जरूरत होती है। ज्यादातर अतिथि शिक्षक से ही पढ़ाई हो रही है। इसमें उत्कृष्ट विद्यालय,एमएलबी स्कूल, गर्ल्स स्कूल कैंट, शासकीय हायर सेकंडरी बालक स्कूल कैंट, मॉडल स्कूल, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बजरंगगढ़ शामिल हैं।
बॉक्स..
आवेदकों की समस्या
अतिथि शिक्षकों की भर्ती जुलाई महीने में ही हो जानी चाहिए। इससे स्कूलों की पढ़ाई प्रभावित नहीं होती है। साथ ही प्रवेश प्रक्रिया में भी सहायता मिलती है। इसलिए अतिथि शिक्षकों की भर्ती जुलाई में ही हो जाना चाहिए।
- संजीव जैन, आवेदक
वैरीफिकेशन करवाने के लिए स्पष्ट निर्देश नहीं मिल रहे हैं। इसके कारण आवेदक भटक रहे हैं। कभी डीईओ कार्यालय तो कभी संकुल प्राचार्य कार्यालय जाना पड़ रहा है। इससे आवेदकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
- राकेश शर्मा, आवेदक
शिक्षक की संख्या कम वाले स्कूलों में ज्यादा परेशानी हो रही है। समय पर कोर्स पूरा नहीं हो रहा है। साथ ही मासिक टेस्ट भी समय पर नहीं हो रहे हैं। ऐसा होगा तो शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद नहीं कर सकते।
- मनोज रघुवंशी, आवेदक
भर्ती प्रक्रिया ऑनलाइन होने से ज्यादा परेशानी हो रही है। डीईओ और संकुल प्राचार्य स्पष्ट निर्देश नहीं होने का हवाला देकर टाल देते हैं। बाकी जिलों में ऐसा नहीं हो रहा है। सत्यापन के लिए शिक्षक भटक रहे हैं।
- सुनील परिहार, आवेदक
वर्जन-
सत्यापन के लिए आवेदकों को परेशान होने की जरूरत ही नहीं है। वेतन मिला है उसकी जानकारी देना है। ऑनलाइन ही वेरीफिकेशन हो जाएगा, क्योंकि ऑनलाइन प्रक्रिया को सरल किया गया है।
- संजय श्रीवास्तव, जिला शिक्षा अधिकारी, गुना
फोटो- 2408जीयूएनए-संजीव जैन
फोटो- 2408जीयूएनए-राकेश शर्मा
फोटो- 2408जीयूएनए-मनोज
फोटो- 2408जीयूएनए-सुनील परिहार
इसी चक्कर में पिछले साल की तुलना में अतिथि शिक्षकों की भर्ती दो महीने लेट हो चुकी है। इससे स्कूलों में पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। इससे पहले ऑनलाइन आवेदन मंगाए गए। आवेदन के साथ अतिथि शिक्षकों को अनुभव प्रमाण पत्र ऑनलाइन अपलोड करना था। लेकिन शिक्षा विभाग ने अनुभव प्रमाण पत्र देने से इनकार कर दिया। इसके बाद आवेदकों ने स्वयं खुद का अनुभव प्रमाण पत्र बनाकर अपलोड किया है। अब इसका वेरीफिकेशन किया जा रहा है। इसके बाद स्कूलों का आवंटन किया जाएगा। यह प्रक्रिया सितंबर के पहले सप्ताह तक पूरी होने की उम्मीद जताई जा रही है।
आंकड़ों से जानिए भर्ती की हकीकत
1000 स्कूलों में होनी है भर्ती
जिले की कुल 2268 स्कूलों में से करीब 1000 हजार स्कूलों में अतिथि शिक्षकों की भर्ती की जानी है। इसके शिक्षा विभाग तैयारी कर रहा है।
1470 शिक्षकों की होगी भर्ती
जिले के लगभग 1000 हजार स्कूलों में 1470 अतिथि शिक्षकों की भर्ती की जानी है। स्कूलों में विषय बार शिक्षकों की कमी देखते हुए अतिथि शिक्षक रखे जाएंगे।
1740 अतिथि शिक्षक थे पिछले साल
शैक्षणिक सत्र 2016-2017 में जिले के करीब 1000 स्कूलों में 1740 अतिथि शिक्षकों की भर्ती की गई। इसमें प्राथमिक,माध्यमिक एवं हाई स्कूल एवं हायर सेकंडरी स्कूल शामिल हैं।
इन स्कूलों में 10-15 अतिथि शिक्षक की जरूरत
शहर के ऐसे स्कूल भी हैं,जहां 10 से 15 अतिथि शिक्षकों की जरूरत होती है। ज्यादातर अतिथि शिक्षक से ही पढ़ाई हो रही है। इसमें उत्कृष्ट विद्यालय,एमएलबी स्कूल, गर्ल्स स्कूल कैंट, शासकीय हायर सेकंडरी बालक स्कूल कैंट, मॉडल स्कूल, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बजरंगगढ़ शामिल हैं।
बॉक्स..
आवेदकों की समस्या
अतिथि शिक्षकों की भर्ती जुलाई महीने में ही हो जानी चाहिए। इससे स्कूलों की पढ़ाई प्रभावित नहीं होती है। साथ ही प्रवेश प्रक्रिया में भी सहायता मिलती है। इसलिए अतिथि शिक्षकों की भर्ती जुलाई में ही हो जाना चाहिए।
- संजीव जैन, आवेदक
वैरीफिकेशन करवाने के लिए स्पष्ट निर्देश नहीं मिल रहे हैं। इसके कारण आवेदक भटक रहे हैं। कभी डीईओ कार्यालय तो कभी संकुल प्राचार्य कार्यालय जाना पड़ रहा है। इससे आवेदकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
- राकेश शर्मा, आवेदक
शिक्षक की संख्या कम वाले स्कूलों में ज्यादा परेशानी हो रही है। समय पर कोर्स पूरा नहीं हो रहा है। साथ ही मासिक टेस्ट भी समय पर नहीं हो रहे हैं। ऐसा होगा तो शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद नहीं कर सकते।
- मनोज रघुवंशी, आवेदक
भर्ती प्रक्रिया ऑनलाइन होने से ज्यादा परेशानी हो रही है। डीईओ और संकुल प्राचार्य स्पष्ट निर्देश नहीं होने का हवाला देकर टाल देते हैं। बाकी जिलों में ऐसा नहीं हो रहा है। सत्यापन के लिए शिक्षक भटक रहे हैं।
- सुनील परिहार, आवेदक
वर्जन-
सत्यापन के लिए आवेदकों को परेशान होने की जरूरत ही नहीं है। वेतन मिला है उसकी जानकारी देना है। ऑनलाइन ही वेरीफिकेशन हो जाएगा, क्योंकि ऑनलाइन प्रक्रिया को सरल किया गया है।
- संजय श्रीवास्तव, जिला शिक्षा अधिकारी, गुना
फोटो- 2408जीयूएनए-संजीव जैन
फोटो- 2408जीयूएनए-राकेश शर्मा
फोटो- 2408जीयूएनए-मनोज
फोटो- 2408जीयूएनए-सुनील परिहार