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कलेक्टर बंगले के बाहर बैठे 'अतिथि', गिनाई समस्याएं

खरगोन। नईदुनिया प्रतिनिधि
शैक्षणिक सत्र शुरू होने के बाद दो माह बाद भी स्कूलों में अतिथियों की नियुक्ति प्रक्रिया अधर में ही अटकी हुई है। शासन द्वारा अतिथियों की नियुक्ति प्रक्रिया को ऑनलाइन करने पर समस्या और बढ़ गई।
क्योंकि स्कूलों में पर्याप्त शिक्षकों के नहीं होने पर शासन द्वारा अतिथियों की रिक्त पदों पर नियुक्ति देकर व्यवस्था की जाती थी। लेकिन इस वर्ष अतिथियों की नियुक्ति नहीं होने पर स्कूलों में अध्यापन कार्य पूरी तरह से प्रभावित हो रहा है। इसी संबंध में शनिवार को अतिथि शिक्षक संघ के पदाधिकारी और सदस्य कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। अवकाश के कारण किसी भी अधिकारी के नहीं मिलने पर अतिथि कलेक्टर अशोक वर्मा के निवास पर पहुंचे। कलेक्टर वर्मा के नहीं मिलने पर अतिथि गेट के सामने ही बैठ गए।
सहायक संचालक ने सुनी समस्या
कलेक्टर गेट के बाहर अतिथि शिक्षकों के बैठने की सूचना मिलते ही आदिवासी विकास विभाग के सहायक संचालक अजय शर्मा मौके पर पहुंचे। अतिथि शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सुंदरलाल मालवीय ने सहायक संचालक शर्मा को बताया कि जिले में वर्ष 2008- 09 से अतिथि शिक्षक कार्यरत हैं। लेकिन इस वर्ष प्रक्रिया को शासन द्वारा ऑनलाइन किए जाने से परेशानी बढ़ गई है। क्योंकि समय पर लिंक नहीं खुलने से अतिथियों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अतिथियों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की तिथि बढ़ाने और प्रक्रिया का सरल करने की मांग की है।
ढाई हजार अतिथियों की पड़ती है जरूरत
जिले में संचालित हो रही शासकीय स्कूल प्रतिवर्ष करीब ढाई हजार अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति स्कूलों में खाली रिक्त पदों पर की जाती है। स्कूलों में गणित, विज्ञान, अंग्रेजी आदि महत्पूर्ण विषयों के पद रिक्त है। इन पदों पर अतिथियों नियुक्त कर स्कूलों में अध्यापन कार्य कराया जाता है। इस वर्ष शैक्षणिक सत्र के शुरू होने के दो माह बीत चुके हैं। लेकिन स्कूलों में व्यवस्थित रूप से पढ़ाई शुरू ही नहीं हो पाई है। कई स्कूलों में अतिथि बच्चों का भविष्य देखते हुए निशुल्क सेवाएं दे रहे हैं।
इन मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन
- पुराने अतिथि शिक्षकों को प्राथमिकता दी जाए, साथ ही डीएड, बीएड का प्रावधान न हो।
- ऑनलाइन प्रक्रिया के आदेश 3 अगस्त को हुए है लेकिन 11 अगस्त से लिंक शुरू हुई है। इसलिए 25 अगस्त तक तारीख बढ़ाई जाए।
- वर्ग-1 और वर्ग-2 के पदों पर वर्ग-3 के शिक्षकों का अटैचमेंट करा रखा है। उन्हें उनके नियुक्ति स्थान पर किए जाए। क्योंकि अतिथि शिक्षकों के पद कम हो रहे है।
वरिष्ठों को बताएंगे
अतिथि शिक्षक संघ के पदाधिकारियों की समस्या सुन उनके निराकरण के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा। सभी संकुल प्राचार्यों द्वारा अतिथियों को अनुभव प्रमाण पत्र जारी करने के निर्देश दिए गए हैं।
- अजय शर्मा, सहायक संचालक, आदिवासी विकास विभाग, खरगोन 

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