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हम भर्ती से छूटे तो किसानों की तरह यहीं करेंगे आत्मदाह-प्रदेशाध्यक्ष

मैंने कर तो दिया आदेश जारी, क्या करना है लिखित में दे दो-डीईओ
राजगढ़। साहब! अतिथि शिक्षकों के ऑनलाइन आवेदन की 15 अगस्त अंतिम तिथि है। ऐसे में आज 12 अगस्त हो गई। 13 अगस्त को रविवार का अवकाश है और फिर 14 अगस्त आ जाएगा।
15 अगस्त को फिर अवकाश है। वहीं आपने अतिथियों के अनुभव प्रमाण-पत्र आज 12 अगस्त को ही देने के लिए प्राचार्यों को आदेश दिए हैं। ऐसे में वह हब अनुभव प्रमाण-पत्र स्कूलों से प्राप्त करेंगे और फिर ऑनलाइन आवेदन करेंगे। क्योंकि बिना अनुभव के आवेदन मान्य नहीं होगा। यदि 15 अगस्त तक आवेदन करने से एक भी अतिथि साथी वंचित रह गया तो पूरे प्रदेश में किसान आंदोलन की तरह आंदोलन करेंगे। यहीं आपके कार्यालय के बाहर आत्मदाह करेंगे और आप जिम्मेदार होंगे। यह बात अतिथि शिक्षक संघ के कार्यकारी अध्यक्ष जगदीश प्रसाद ने सैंकड़ों अतिथियों के साथ डीईओ कार्यालय का घेराव करते हुए डीईओ एसके मिश्रा से कही। अतिथि शिक्षकों को अनुभव प्रमाण-पत्र जारी करने के आदेश जारी नहीं करने एवं ऑफलाइन भर्ती प्रक्रिया की मांग को लेकर अतिथि शिक्षक डीईओ का घेराव करने पहुंचे थे।
मैंने कर तो दिया आदेश जारी, क्या करना है लिखित में दे दो-डीईओ
उधर प्रदेशाध्यक्ष की बात सुनने के बाद डीईओ एसके मिश्रा ने अतिथियों से कहा कि मैंने तो अनुभव प्रमाण-पत्र जारी करने के लिए सुबह ही आदेश जारी कर दिए हैं। अनुभव प्रमाण-पत्र जारी करने के लिए शासन स्तर से कोई आदेश हमारे पास नहीं आया है। डीईओ ने अपनी-अपनी रिस्क पर केवल इसलिए तुम्हे अनुभव प्रमाण-पत्र जारी करने के आदेश दिए हैं, क्योंकि ऑनलाइन में विकल्प होने के कारण हमने अपनी रिस्क पर आदेश दिए हैं। यह समझो कि हमने तुम्हें एक प्रकार से सुविधा प्रदान की है। इसके बाद तुम क्या चाहते हो और क्या करना है यह मुझे लिखित में दे दो।
अपनी रिस्क पर 5-5 हजार सैलरी बांट दो
डीईओ ने जैसे ही कहा कि हमारी रिस्क पर प्रमाण-पत्र जारी करवा रहे हैं तो अध्यक्ष ने कहा कि यह गलत है। यदि ऐसा है तो पहले अतिथियों को एक-एक माह बिना काम किए ही अपनी रिस्क पर 5-5 हजार रुपए वेतन दे दो, फिर देखते हैं तुम्हारी रिस्क कैसी है।
प्राचार्य मनमानी कर रहे आप सुनते नहीं
अतिथियों ने डीईओ का घेराव करते हुए कहा कि अनुभव प्रमाण-पत्र जारी करने के नाम पर प्राचार्यों द्वारा खुलेआम मनमानी जारी है। वह किसी का काम ही नहीं करना चाहते और आप सुनते नहीं हो। ऐसे में हम क्या करें। डीईओ ने प्राचार्यों का बचाव करते हुए कहा कि नहीं ऐसा नहीं है पहले आदेश ही नहीं थे तो प्राचार्य क्या करेंगे। आदेश हो गए दे देंगे अनुभव।
इधर अतिथि एकत्रित होते रहे,उधर आदेश जारी कर दिया
पूरे आंदोलन के दौरान खास बात यह रही कि इधर अनुभव प्रमाण-पत्र देने के आदेश जारी नहीं करने एवं ऑनलाइन का विरोध करने खिलचीपुर नाके पर रणनीति तैयार करते रहे और उधर अतिथियों द्वारा डीईओ कार्यालय का घेराव करने की जानकारी लगने के साथ ही डीईओ ने अनुभव प्रमाण पत्र जारी करने के लिए प्राचार्यों को आदेश जारी कर दिए। ऐसे में अतिथियों ने कहा कि क्या बिना आंदोलन हुए आप कोई काम नहीं करोगे। जो आंदोलन की भनक लगने के साथ ही आदेश जारी कर दिया।
फोटो 1208 आरजे 01 राजगढ़। अतिथियों ने किया डीईओ का घेराव।
राजेश श र्मा

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