प्रभातपट्टन ब्लॉक के ग्राम कोंढर के प्राथमिक स्कूल के हेडमास्टर एमआर
पवार को तीन दिन पहले ग्राम खेड़ीदेवनाला में स्थानांतरित कर दिया था। जिससे
नाराज छात्र-छात्राओं ने स्कूल के सामने प्रदर्शन कर गांव में रैली निकाली
थी। अधिकांश छात्र-छात्राओं ने स्कूल का बहिष्कार भी कर दिया था।
अब छात्र-छात्राओं की मांग पर हेडमास्टर का स्थानांतरण निरस्त कर दिया है। जिसके बाद शनिवार को छात्र-छात्राएं स्कूल पहुंचे। 27 जुलाई को छात्र-छात्राओं ने स्कूल के सामने नारेबाजी करते हुए रैली निकाली। छात्र-छात्राओं के प्रदर्शन की सूचना मिलने पर बीआरसी अतुल माकोड़े स्कूल पहुंचे। उन्होंने पालकों और छात्र-छात्राओं को समझाने का प्रयास किया, लेकिन छात्र-छात्राएं अपनी जिद पर अड़े रहे। इस स्थिति में बीआरसी ने संकुल प्राचार्य सहित उच्च अधिकारियों को अवगत कराया। संकुल प्राचार्य ने एमआर पंवार को वापस कोंढर के प्राथमिक स्कूल में पदस्थ कर दिया।
निरीक्षण में बिना मान्यता के चल रहे स्कूलों में लटके मिले ताले
प्रभातपट्टन ब्लॉक के 7 स्कूल बिना मान्यता के संचालित हो रहे थे। शनिवार को बीआरसी की टीम ने स्कूलों का निरीक्षण किया। इस दौरान बिना मान्यता के स्कूलों में ताले लटके हुए मिले। बीआरसी अतुल माकोड़े ने बताया बिना मान्यता के स्कूल में प्रवेश ले चुके छात्र-छात्राओं को समीपस्थ सरकारी स्कूल में प्रवेश दिया जाएगा। दोबारा बिना मान्यता के स्कूल संचालित मिलने पर स्कूल संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। उन्होंने बताया बच्चों के पालकों से संपर्क कर बच्चों को सरकारी स्कूल में प्रवेश दिलाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
अब छात्र-छात्राओं की मांग पर हेडमास्टर का स्थानांतरण निरस्त कर दिया है। जिसके बाद शनिवार को छात्र-छात्राएं स्कूल पहुंचे। 27 जुलाई को छात्र-छात्राओं ने स्कूल के सामने नारेबाजी करते हुए रैली निकाली। छात्र-छात्राओं के प्रदर्शन की सूचना मिलने पर बीआरसी अतुल माकोड़े स्कूल पहुंचे। उन्होंने पालकों और छात्र-छात्राओं को समझाने का प्रयास किया, लेकिन छात्र-छात्राएं अपनी जिद पर अड़े रहे। इस स्थिति में बीआरसी ने संकुल प्राचार्य सहित उच्च अधिकारियों को अवगत कराया। संकुल प्राचार्य ने एमआर पंवार को वापस कोंढर के प्राथमिक स्कूल में पदस्थ कर दिया।
निरीक्षण में बिना मान्यता के चल रहे स्कूलों में लटके मिले ताले
प्रभातपट्टन ब्लॉक के 7 स्कूल बिना मान्यता के संचालित हो रहे थे। शनिवार को बीआरसी की टीम ने स्कूलों का निरीक्षण किया। इस दौरान बिना मान्यता के स्कूलों में ताले लटके हुए मिले। बीआरसी अतुल माकोड़े ने बताया बिना मान्यता के स्कूल में प्रवेश ले चुके छात्र-छात्राओं को समीपस्थ सरकारी स्कूल में प्रवेश दिया जाएगा। दोबारा बिना मान्यता के स्कूल संचालित मिलने पर स्कूल संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। उन्होंने बताया बच्चों के पालकों से संपर्क कर बच्चों को सरकारी स्कूल में प्रवेश दिलाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।