कलेक्टर शशांक मिश्र ने बुधवार को चूनालोमा हाई स्कूल का आकस्मिक निरीक्षण
किया। बीते वर्ष 10वीं में 53 बच्चे दर्ज थे जिसमें से 8 बच्चे ही पास हो
सके है।
कलेक्टर ने शिक्षक कुलदीप मानेकर से पूछा रिजल्ट क्यों कम आया शिक्षक का जवाब था। ज्यादातर स्कूली बच्चे सोयाबीन की फसल की कटाई में चले जाते हैं और स्कूल नहीं आते। इसलिए स्कूल का रिजल्ट खराब है। इसपर कलेक्टर ने 10वीं कक्षा के हर बच्चे से स्कूल के समय में कटाई पर जाने की बात पूछी, तो किसी ने भी नहीं कहा कि सोयाबीन कटाई के लिए जाते हैं। इस पर कलेक्टर ने शिक्षक को नोटिस जारी करने एवं वेतनवृद्धि रोकने की कार्रवाई के निर्देश दिए। वहीं स्कूल के प्राचार्य पर भी कार्रवाई के निर्देश दिए। कलेक्टर शशांक मिश्र ने सिमोरी और रातामाटी और चूनालोमा पंचायत का भी निरीक्षण किया।
कलेक्टर ने शिक्षक कुलदीप मानेकर से पूछा रिजल्ट क्यों कम आया शिक्षक का जवाब था। ज्यादातर स्कूली बच्चे सोयाबीन की फसल की कटाई में चले जाते हैं और स्कूल नहीं आते। इसलिए स्कूल का रिजल्ट खराब है। इसपर कलेक्टर ने 10वीं कक्षा के हर बच्चे से स्कूल के समय में कटाई पर जाने की बात पूछी, तो किसी ने भी नहीं कहा कि सोयाबीन कटाई के लिए जाते हैं। इस पर कलेक्टर ने शिक्षक को नोटिस जारी करने एवं वेतनवृद्धि रोकने की कार्रवाई के निर्देश दिए। वहीं स्कूल के प्राचार्य पर भी कार्रवाई के निर्देश दिए। कलेक्टर शशांक मिश्र ने सिमोरी और रातामाटी और चूनालोमा पंचायत का भी निरीक्षण किया।