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शर्म करो! 2.50 लाख लेकर नहीं पढ़ा रहे एक भी बच्चा, वहां देखो 7 हजार में पढ़ रहे 23 बच्चे

पत्रिका लाइव करहिया विद्यालय पहुंचे पीएस ने शिक्षकों को लताड़ा...11.30 बजे ही खाली था स्कूल, शिक्षकों ने एक बच्चा होने का किया दावा, पीएस ने खोजवाया तो वो भी नहीं मिला

राजेश पटेल. रीवा. जिले में प्याज का जायजा लेने आए प्रमुख सचिव जेएन कंसोटिया गुरुवार को अचानक करहिया शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पहुंच गए। 11.30 बजे विद्यालय पहुंचते ही गुणवत्ताविहीन मध्यान्ह भोजन देख भड़क गए। कक्षा में पहुंचे तो एक भी बच्चा नहीं मिला। शिक्षक कार्यालय में रजिस्टर तैयार कर रहे थे। पीएस ने प्रधानाध्यापक राजकुमार मिश्रा से पूछा, आज कितने बच्चे आए हैं? शिक्षकों ने बताया कि पहली पाली के बच्चे आए थे, चले गए, कुछ होंगे। स्कूल अभी खुला है, इसलिए कम आ रहे हैं। यह तर्क सुन पीएस बोले, अभी 11.30 बजे हैं, बच्चे कैसे चले गए, खोजो कोई है। शिक्षिका रेखा मिश्रा ने कहा कि 8वीं का एक बच्चा है। उसे खोजवाया गया, लेकिन वो भी कहीं नहीं मिला। इस पर कड़ी फटकार लगाते हुए पीएस ने कहा, मैडम झूठ बोल रही हैं, सस्पेंड करो। साथ में मौजूद प्रभारी कलेक्टर डॉ श्रीकांत पांडेय को सभी शिक्षकों के एक-एक दिन के वेतन काटने के निर्देश दिए।

रजिस्टर में मिली कई खामियां

पीएस ने स्कूल का रजिस्टर चेक किया तो उसमें भी कई खामियां मिलीं। पूछा यहां कितने शिक्षक हैं, कितनी सैलरी जारी हो रही है। प्रधानाध्यापक ने बताया कि हर माह 2.50 लाख रुपए सैलरी जारी होती है। इतना सुनते ही प्रमुख सचिव ने शिक्षकों से कहा कि शर्म नहीं आती, हर माह 2.50 लाख लेने के बाद भी एक भी बच्चा नहीं पढ़ा रहे हो, वहां (स्कूल परिसर की आंगनबाड़ी) देखो मात्र 7 हजार सैलरी पर 23 बच्चे पढ़ रहे हैं। इस दौरान प्राधानाध्यापक द्वारा सवालों के सही जवाब न देने पर कहा कि विद्यालय में एक काम नहीं करते हो, बतूनी बहुत कर रहे हो। फटकार पर प्रधानाध्यापक ने चुप्पी साध ली।

इन शिक्षकों के वेतन काटने के निर्देश

राजकुमार मिश्र, धनमतिया चौधरी, रेखा मिश्रा, अमित तिवारी, संध्या पाठक।

-कहां है बच्चों की चम्मच-कटोरी

विद्यालय और आंगनबाड़ी केन्द्र में निरीक्षण के दौरान अव्यवस्था मिली। नाराज पीएस ने कहा, रसोई में जितना खाना पकाया गया है, पूरा बच्चों में परोसो, एक बार में नहीं लें तो बार-बार परोसो। इस दौरान पूछा चम्मच-कटोरी कहां हैं। परियोजना अधिकारियों को फटकार लगाते हुए मीनू के अनुसार भोजन के साथ ही बच्चों के खाने के लिए पूरे बर्तन खरीदने के निर्देश दिए।

एडमिशन कराने पहुंचे बच्चे से सुना राष्ट्रगान

विद्यालय का निरीक्षण करने के बाद प्रमुख सचिव आंगनबाड़ी केन्द्र जा रहे थे। इस बीच अंकित नाम का छात्र 9वीं में एडमिशन कराने पहुंचा था। अंकपत्र में संस्कृत में ए ग्रेड देख पीएस ने कहा कि श्लोक सुनाओ। छात्र ने कहा, अभी याद नहीं है। छात्र ने फिर राष्ट्रगान सुनाया। कुछ गलतियां मिलने पर प्रभारी कलेक्टर ने उसे लिखकर ठीक करने को कहा।

तुरंत बनाई अस्थायी बेसिन

आंगनबाड़ी में निरीक्षण की जानकारी मिलते ही महिला बाल विकास के अधिकारियों ने अस्थायी खिलौने और हाथ धुलने के लिए ईंट जोड़ कर बेसिन बनाया। बताया गया कि पहले बच्चों को झूला, सीढिय़ां आदि बाहर से मंगाकर रखा गया था।

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