भास्कर संवाददाता | श्योपुर शहर की शालाओं में अतिशेष के रूप में चिन्हित हो चुके शिक्षकों के लिए
बुरी खबर यह है कि, नए शिक्षा सत्र में उन्हें दूर-दराज गांव के शिक्षक
विहीन स्कूलों में भेजा जाएगा। इस बार इस प्रक्रिया को किसी आंदोलन या नेता
के दबाव में रोका भी नहीं जा सकेगा क्योंकि इस प्रक्रिया को इस बार शुरू
करने के निर्देश शिक्षा मंत्री विजय शाह ने दिए है।
भोपाल में शिक्षा मंत्री की अध्यक्षता में आयोजित हुई परामर्श समिति की बैठक में प्रदेश के 27 हजार अतिशेष शिक्षकों को नए सत्र में युक्तियुक्तकरण का शिक्षक विहीन या कम शिक्षकों वाली शाला में भेजने का निर्णय लिया है। इस प्रक्रिया में श्योपुर जिले के 347 अतिशेष शिक्षक भी अपनी शाला से दूसरे स्कूल में भेजे जाएंगे। श्योपुर में युक्तियुक्तकरण दोबारा से शुरू करने की आवश्यकता भी नहीं है। जिला प्रशासन ने पूर्व में ही शिक्षकों की स्वैच्छिक काउंसिलिंग पूरी करा ली है। अब प्रशासन नए सत्र में काउंसिलिंग करा चुके शिक्षकों को नए स्थान पर भेजकर स्कूलों में शिक्षकों की कमी पूर्ति कर लेगा। जिला शिक्षा अधिकारी अजय कटियार ने बताया कि श्योपुर जिले में 347 शिक्षक अतिशेष है। पूर्व में शुरू की गई प्रक्रिया बीच सत्र के कारण स्थगित कर दी थी। नए सत्र में प्रक्रिया दोबारा शुरू करें या पूर्व में की गई प्रक्रिया को आगे बढ़ाए वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश लिए जाएंगे।
भोपाल में शिक्षा मंत्री की अध्यक्षता में आयोजित हुई परामर्श समिति की बैठक में प्रदेश के 27 हजार अतिशेष शिक्षकों को नए सत्र में युक्तियुक्तकरण का शिक्षक विहीन या कम शिक्षकों वाली शाला में भेजने का निर्णय लिया है। इस प्रक्रिया में श्योपुर जिले के 347 अतिशेष शिक्षक भी अपनी शाला से दूसरे स्कूल में भेजे जाएंगे। श्योपुर में युक्तियुक्तकरण दोबारा से शुरू करने की आवश्यकता भी नहीं है। जिला प्रशासन ने पूर्व में ही शिक्षकों की स्वैच्छिक काउंसिलिंग पूरी करा ली है। अब प्रशासन नए सत्र में काउंसिलिंग करा चुके शिक्षकों को नए स्थान पर भेजकर स्कूलों में शिक्षकों की कमी पूर्ति कर लेगा। जिला शिक्षा अधिकारी अजय कटियार ने बताया कि श्योपुर जिले में 347 शिक्षक अतिशेष है। पूर्व में शुरू की गई प्रक्रिया बीच सत्र के कारण स्थगित कर दी थी। नए सत्र में प्रक्रिया दोबारा शुरू करें या पूर्व में की गई प्रक्रिया को आगे बढ़ाए वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश लिए जाएंगे।