बैतूल।
जिले में कार्यरत करीब दस हजार शिक्षक स्वयं ही अपनी सेवा पुस्तिका ऑनलाइन
लिख सकेगें। शिक्षकों को सेवा पुस्तिका लिखने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग
द्वारा निर्देश जारी किए है। नई व्यवस्था से स्कूल शिक्षा एवं आदिम जाति
कल्याण विभाग में कार्यरत शिक्षकों को लाभ होगा।
सेवापुस्तिका लिखने के लिए संकुल प्राचार्यो के चक्कर नहीं काटना होगा। शिक्षक वेतन एवं सेवा संबंधी जानकारी को ऑनलाइन एजुकेशन पोर्टल में ई-सर्विस बुक मॉडूल्स के माध्यम से भर सकेगें। एजुकेशन पोर्टल एवं ई-सर्विस बुक में दर्ज जानकारी के आधार विभिन्न प्रशासनिक कार्य तथा प्रमोशन, स्थानान्तरण, संविलियन पद क्रम सूची, युक्ति-युक्तकरण इत्यादि पारदर्शी रूप में सम्पादित करने के निर्देश दिए है। उपरोक्त व्यवस्था में शिक्षक अपनी मूल सेवापुस्तिका देखकर उसमें अपडेशन कर सकेगें। अपडेट करने के लिए शिक्षक को अपनी यूनिक आईडी से लॉगिंग कर ई-सर्विस बुक में संसोधन कर सकेगा। शिक्षक दर्ज जानकारी का प्रिंट ले सकेगा। शिक्षक को अपनी सेवा पुस्तिका में नवीन जानकारी एवं शैक्षणिक योग्यता में वृद्धि, प्राप्त प्रशिक्षिण, ई-सर्विस बुक में प्रविष्ट करने के लिए संबंधित विकल्प चुन सकेगा। ई-पुस्तिका में संसोधन कर आवश्यक डॉक्यूमेंट संकुल प्राचार्य देना होगा। संकुल प्राचार्य शिक्षक द्वारा भेजे गए डॉक्यूमेंट से ई-पुस्तिका का मिलान कर पोर्टल पर जानकारी को सत्यापति कर अपनी लॉगिंग से लॉक करना होगा।
वर्ष में दो बार कर सकेगें संसोधन
शिक्षक की सेवा पुस्तिका में वर्ष में दो बार संसोधन करा सकेगें। 1 जनवरी और 1 जुलाई की स्थिति में सेवा पुस्तिका लिखने के निर्देश दिए है।नई व्यवस्था से जिले में कार्यरत 9 हजार से 600 शिक्षकों लाभ मिलेगा। इस व्यवस्था के पूर्व में सेवा पुस्तिका लिखने का अधिकार संकुल प्राचार्यो के पास था। संकुल प्राचार्य द्वारा शिक्षकों की सेवा पुस्तिका लिखी जाती थी। शिक्षा विभाग के योजना अधिकारी सुबोध शर्मा ने बताया कि ई-पुस्तिका में शिक्षक द्वारा स्वंय ही अपनी जानकारी अपडेट करने से संकुल कार्यालय में काम का दबाव कम होगा। शिक्षकों की सेवा पुस्तिका लिखने का काम भी समय पर पूरा होगा।
सेवापुस्तिका लिखने के लिए संकुल प्राचार्यो के चक्कर नहीं काटना होगा। शिक्षक वेतन एवं सेवा संबंधी जानकारी को ऑनलाइन एजुकेशन पोर्टल में ई-सर्विस बुक मॉडूल्स के माध्यम से भर सकेगें। एजुकेशन पोर्टल एवं ई-सर्विस बुक में दर्ज जानकारी के आधार विभिन्न प्रशासनिक कार्य तथा प्रमोशन, स्थानान्तरण, संविलियन पद क्रम सूची, युक्ति-युक्तकरण इत्यादि पारदर्शी रूप में सम्पादित करने के निर्देश दिए है। उपरोक्त व्यवस्था में शिक्षक अपनी मूल सेवापुस्तिका देखकर उसमें अपडेशन कर सकेगें। अपडेट करने के लिए शिक्षक को अपनी यूनिक आईडी से लॉगिंग कर ई-सर्विस बुक में संसोधन कर सकेगा। शिक्षक दर्ज जानकारी का प्रिंट ले सकेगा। शिक्षक को अपनी सेवा पुस्तिका में नवीन जानकारी एवं शैक्षणिक योग्यता में वृद्धि, प्राप्त प्रशिक्षिण, ई-सर्विस बुक में प्रविष्ट करने के लिए संबंधित विकल्प चुन सकेगा। ई-पुस्तिका में संसोधन कर आवश्यक डॉक्यूमेंट संकुल प्राचार्य देना होगा। संकुल प्राचार्य शिक्षक द्वारा भेजे गए डॉक्यूमेंट से ई-पुस्तिका का मिलान कर पोर्टल पर जानकारी को सत्यापति कर अपनी लॉगिंग से लॉक करना होगा।
वर्ष में दो बार कर सकेगें संसोधन
शिक्षक की सेवा पुस्तिका में वर्ष में दो बार संसोधन करा सकेगें। 1 जनवरी और 1 जुलाई की स्थिति में सेवा पुस्तिका लिखने के निर्देश दिए है।नई व्यवस्था से जिले में कार्यरत 9 हजार से 600 शिक्षकों लाभ मिलेगा। इस व्यवस्था के पूर्व में सेवा पुस्तिका लिखने का अधिकार संकुल प्राचार्यो के पास था। संकुल प्राचार्य द्वारा शिक्षकों की सेवा पुस्तिका लिखी जाती थी। शिक्षा विभाग के योजना अधिकारी सुबोध शर्मा ने बताया कि ई-पुस्तिका में शिक्षक द्वारा स्वंय ही अपनी जानकारी अपडेट करने से संकुल कार्यालय में काम का दबाव कम होगा। शिक्षकों की सेवा पुस्तिका लिखने का काम भी समय पर पूरा होगा।