गुना। जिस गरुजी के
भरोसे एक मासूम ने जिंदगी की नई उड़ान के सपने संजोए थे, वही गुरुजी उस
मासूम के सपने कुचलने के मंसूबे पाले बैठे थे। 11वीं की उस छात्रा ने जब
खौफनाक कदम उठाने का फैसला कर लिया तो फिर गुरूजी की भी कारस्तानी खुलकर
सामने आ गई।
फिर तो छात्रा की मां ने ऐसा सबक सिखाया गुरुजी को और पहुंचा दिया थाने। जब एक बार गुरुजी की पोल खुली तो फिर कई छात्राओं ने उस पर लगा दिए प्रताडऩा के आरोप।
शिक्षक की छेडख़ानी से परेशान होकर 11वीं की छात्रा ने आत्महत्या का प्रयास किया। ये घटना मंगलवार की है। परिजनों ने जब छात्रा से जानकारी ली तो छात्रा ने परिजनों को शिक्षक की हरकत बताई। इसके बाद छात्रा के परिजनों ने शिक्षक शिव सक्सेना को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। छात्रा की मां ने शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई के लिए एसपी को आवेदन दिया लेकिन कोतवाली पुलिस ने देर रात तक एफआईआर दर्ज नहीं की थी।
कोतवाली क्षेत्र के सोनाली पब्लिक स्कूल में पढ़ाने वाला शिक्षक शिव सक्सेना अपने घर पर ट्यूशन भी पढ़ाता है। उसके यहां ईदगाह बाड़ा में रहने वाली 11वीं की छात्रा ट्यूशन भी पढऩे जाती है। पेपर की तैयारी कराने के दौरान शिक्षक ने छात्रा से छेडख़ानी की। उसने छात्रा को फेल करने की धमकी भी दी।
इस घटना के बाद छात्रा ने 15 मार्च से ही घर से निकलना बंद कर दिया था। 16 मार्च की रात्रि को उसने आत्महत्या करने की कोशिश की, लेकिन परिजनों ने उसे बचा लिया। जब उससे आत्महत्या करने का कारण पूछा तो उसने शिक्षक द्वारा उसके साथ किए गए पूरे कृत्य से अवगत कराया।
इसके बाद उसके परिजन एकत्रित होकर शिक्षक के घर पहुंचे और उससे पूछताछ की, शिक्षक ने उनको भी थाने में शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी भी दी। बाद में उक्त शिक्षक को पकड़कर कोतवाली पुलिस के हवाले कराया। याद रहे कि ऐसी एक घटना आरोन में भी हो चुकी है, जहां शिक्षक रामनारायण भार्गव स्कूल में पढऩे वाली नाबालिग छात्रा के साथ छेडख़ानी कर चुका है। इस घटना के खुलने के बाद कुछ और छात्राओं ने उस शिक्षक पर छेडख़ानी का आरोप लगाया है। बच्ची की मां ने कहा कि उसके खिलाफ कार्रवाई के लिए वह बुधवार को फिर कोतवाली जाएगी।
पुलिस क्यों बच रही कार्रवाई से
पुलिस ने शिक्षक पर देर रात तक एफआईआर दर्ज नहीं की थी। जबकि बच्ची की मां ने एसपी को आवेदन दिया था। परिजनों ने आरोपी शिक्षक को पुलिस के हवाले किया था लेकिन पुलिस ने उसे जाने दिया। पुलिस की यह कारगुजारी समझ से परे है कि आखिर किसके दबाव में पुलिस इस तरह का काम कर रही है।
-बच्ची का पिता हमको लिखकर दे गया है कि हम कोई कार्रवाई नहीं चाहते हैं। इस वजह से शिक्षक शिव सक्सेना को हमने जाने दिया। वे बच्ची को लेकर आएं हम एफआईआर करने के लिए तैयार हैं।
विवेक अष्ठाना थाना प्रभारी कोतवाली
फिर तो छात्रा की मां ने ऐसा सबक सिखाया गुरुजी को और पहुंचा दिया थाने। जब एक बार गुरुजी की पोल खुली तो फिर कई छात्राओं ने उस पर लगा दिए प्रताडऩा के आरोप।
शिक्षक की छेडख़ानी से परेशान होकर 11वीं की छात्रा ने आत्महत्या का प्रयास किया। ये घटना मंगलवार की है। परिजनों ने जब छात्रा से जानकारी ली तो छात्रा ने परिजनों को शिक्षक की हरकत बताई। इसके बाद छात्रा के परिजनों ने शिक्षक शिव सक्सेना को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। छात्रा की मां ने शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई के लिए एसपी को आवेदन दिया लेकिन कोतवाली पुलिस ने देर रात तक एफआईआर दर्ज नहीं की थी।
कोतवाली क्षेत्र के सोनाली पब्लिक स्कूल में पढ़ाने वाला शिक्षक शिव सक्सेना अपने घर पर ट्यूशन भी पढ़ाता है। उसके यहां ईदगाह बाड़ा में रहने वाली 11वीं की छात्रा ट्यूशन भी पढऩे जाती है। पेपर की तैयारी कराने के दौरान शिक्षक ने छात्रा से छेडख़ानी की। उसने छात्रा को फेल करने की धमकी भी दी।
इस घटना के बाद छात्रा ने 15 मार्च से ही घर से निकलना बंद कर दिया था। 16 मार्च की रात्रि को उसने आत्महत्या करने की कोशिश की, लेकिन परिजनों ने उसे बचा लिया। जब उससे आत्महत्या करने का कारण पूछा तो उसने शिक्षक द्वारा उसके साथ किए गए पूरे कृत्य से अवगत कराया।
इसके बाद उसके परिजन एकत्रित होकर शिक्षक के घर पहुंचे और उससे पूछताछ की, शिक्षक ने उनको भी थाने में शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी भी दी। बाद में उक्त शिक्षक को पकड़कर कोतवाली पुलिस के हवाले कराया। याद रहे कि ऐसी एक घटना आरोन में भी हो चुकी है, जहां शिक्षक रामनारायण भार्गव स्कूल में पढऩे वाली नाबालिग छात्रा के साथ छेडख़ानी कर चुका है। इस घटना के खुलने के बाद कुछ और छात्राओं ने उस शिक्षक पर छेडख़ानी का आरोप लगाया है। बच्ची की मां ने कहा कि उसके खिलाफ कार्रवाई के लिए वह बुधवार को फिर कोतवाली जाएगी।
पुलिस क्यों बच रही कार्रवाई से
पुलिस ने शिक्षक पर देर रात तक एफआईआर दर्ज नहीं की थी। जबकि बच्ची की मां ने एसपी को आवेदन दिया था। परिजनों ने आरोपी शिक्षक को पुलिस के हवाले किया था लेकिन पुलिस ने उसे जाने दिया। पुलिस की यह कारगुजारी समझ से परे है कि आखिर किसके दबाव में पुलिस इस तरह का काम कर रही है।
-बच्ची का पिता हमको लिखकर दे गया है कि हम कोई कार्रवाई नहीं चाहते हैं। इस वजह से शिक्षक शिव सक्सेना को हमने जाने दिया। वे बच्ची को लेकर आएं हम एफआईआर करने के लिए तैयार हैं।
विवेक अष्ठाना थाना प्रभारी कोतवाली