बैतूल। वर्षों
से शिक्षकों द्वारा समयमान वेतनमान दिए जाने की मांग की जा रही है, लेकिन
शिक्षकों की समस्या का हल नहीं निकल रहा है। शिक्षकों को अब सरकार को अपनी
ताकत दिखाना होगा। यह बात रविवार को कन्यागंज स्कूल में आयोजित समग्र
शिक्षक कल्याण संघ के प्रांतीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए संघ के
प्रांताध्यक्ष मुकेश शर्मा ने कही।
उन्होंने कहा कि वर्षों से शिक्षक एक ही पद पर पदस्थ है। कई वर्षों से शिक्षकों को सरकार द्वारा समयमान वेतनमान का लाभ नहीं दिया गया है। प्रदेश में एक लाख 18 हजार सहायक शिक्षक, उच्च श्रेणी शिक्षक, व्याख्याता और प्राचार्य कार्यरत् है। उन्होंने सम्मेलन में उपस्थित शिक्षकों को अपनी ताकत दिखाने के लिए एक जुट होने को आव्हान किया। वहीं संघ के संरक्षक रामनारायण लहरी ने कहा कि शिक्षकों को अपने हक के लिए करो या मरो की तर्ज पर लड़ाई लडऩी होगी, तब ही सरकार से अपना हक ले सकते है।उन्होंने शिक्षकों से एक जुटहोकर समयमान वेतनमान की लड़ाई लडऩे के लिए कहा। सम्मेलन को प्रदेश संयोजक सुरेशचंद्र दुबे , जिला अध्यक्ष केके वरवडे और संयोजक नारायण सिंह नगदे ने भी संबोधित किया।
22 जिले के कार्यकर्ता पहुंचे
सम्मेलन में भाग लेने के लिए 22 जिले से करीब 1500 से अधिक कार्यकर्ता पहुंचे थे। संघ द्वारा सरकार के सामने शक्ति प्रदर्शन करने के लिए सम्मेलन में रणनीति भी बनाई गई। बताया गया कि सरकार द्वारा चलाई जा रही नमामि नर्मदे यात्रा के दौरान सलकनपुर में शक्तिप्रदर्शन करने का ऐलान किया है, जिसमें प्रदेश भर के करीब 40 हजार से अधिक शिक्षक सलकनपुर पहुंचे की बात कही जा रही है।
उन्होंने कहा कि वर्षों से शिक्षक एक ही पद पर पदस्थ है। कई वर्षों से शिक्षकों को सरकार द्वारा समयमान वेतनमान का लाभ नहीं दिया गया है। प्रदेश में एक लाख 18 हजार सहायक शिक्षक, उच्च श्रेणी शिक्षक, व्याख्याता और प्राचार्य कार्यरत् है। उन्होंने सम्मेलन में उपस्थित शिक्षकों को अपनी ताकत दिखाने के लिए एक जुट होने को आव्हान किया। वहीं संघ के संरक्षक रामनारायण लहरी ने कहा कि शिक्षकों को अपने हक के लिए करो या मरो की तर्ज पर लड़ाई लडऩी होगी, तब ही सरकार से अपना हक ले सकते है।उन्होंने शिक्षकों से एक जुटहोकर समयमान वेतनमान की लड़ाई लडऩे के लिए कहा। सम्मेलन को प्रदेश संयोजक सुरेशचंद्र दुबे , जिला अध्यक्ष केके वरवडे और संयोजक नारायण सिंह नगदे ने भी संबोधित किया।
22 जिले के कार्यकर्ता पहुंचे
सम्मेलन में भाग लेने के लिए 22 जिले से करीब 1500 से अधिक कार्यकर्ता पहुंचे थे। संघ द्वारा सरकार के सामने शक्ति प्रदर्शन करने के लिए सम्मेलन में रणनीति भी बनाई गई। बताया गया कि सरकार द्वारा चलाई जा रही नमामि नर्मदे यात्रा के दौरान सलकनपुर में शक्तिप्रदर्शन करने का ऐलान किया है, जिसमें प्रदेश भर के करीब 40 हजार से अधिक शिक्षक सलकनपुर पहुंचे की बात कही जा रही है।