हरदा. विभागीय पात्रता
परीक्षा लेकर संविदा शिक्षक बनाने की मांग को लेकर शहर के बलराम चौक पर चल
रहा अतिथि शिक्षकों का धरना सोमवार को 21 वें दिन भी जारी रहा।
इस दौरान शिक्षकों ने लोगों को फूल देकर गांधीगिरी दिखाई। जिलाध्यक्ष सादिक खान ने बताया कि प्रदेश सरकार अतिथि शिक्षकों का विगत 9 वर्षों से शोषण कर रही है। अतिथि शिक्षकों को जुलाई, अगस्त माह में रखा जाता है और अप्रैल माह में सेवा से बाहर कर दिया जाता है। इसके एवज में 100 तथा 150 रुपए प्रतिदिन पारिश्रमिक दिया जाता है। वहीं रविवार एवं अन्य माह में पडऩे वाले अवकाश यहा तक की राष्ट्रीय पर्व के दिनों का वेतन भी काट लिया जाता है। शिक्षकों ने राहगीरों, वाहन चालकों और दुकानदारों के पास जाकर उन्हें फूल देकर सरकार द्वारा उनके साथ किए जा रहे अन्याय को बताया। जिस पर लोगों ने भी सरकार के प्रति नाराजगी दिखाते हुए शिक्षकों की मांगों को पूरा करने की बात कही।
इस दौरान शिक्षकों ने लोगों को फूल देकर गांधीगिरी दिखाई। जिलाध्यक्ष सादिक खान ने बताया कि प्रदेश सरकार अतिथि शिक्षकों का विगत 9 वर्षों से शोषण कर रही है। अतिथि शिक्षकों को जुलाई, अगस्त माह में रखा जाता है और अप्रैल माह में सेवा से बाहर कर दिया जाता है। इसके एवज में 100 तथा 150 रुपए प्रतिदिन पारिश्रमिक दिया जाता है। वहीं रविवार एवं अन्य माह में पडऩे वाले अवकाश यहा तक की राष्ट्रीय पर्व के दिनों का वेतन भी काट लिया जाता है। शिक्षकों ने राहगीरों, वाहन चालकों और दुकानदारों के पास जाकर उन्हें फूल देकर सरकार द्वारा उनके साथ किए जा रहे अन्याय को बताया। जिस पर लोगों ने भी सरकार के प्रति नाराजगी दिखाते हुए शिक्षकों की मांगों को पूरा करने की बात कही।