राजगढ़. बोर्ड की मुख्य
परीक्षा के पहले विद्यार्थियों के स्तर की जांच और इस आधार पर उनकी जरूरी
तैयारी के लिए इन दिनों जिलेभर के शासकीय विद्यालयों में दसवीं और बारहवीं
के विद्यार्थियों की प्री बोर्ड परीक्षा आयोजित की जा रही है, लेकिन शिक्षा
विभाग की उदासीनता और विद्यालय प्रबंधन की लापरवाही से यह परीक्षा सिर्फ
औपचारिकता बनती जा रही है।
राजगढ़ के चाटूखेड़ा हायर सेकंडरी विद्यालय में तो इस परीक्षा के लिए परीक्षार्थियों को वर्ष 2015 के प्रश्नपत्र दि जा रहे है। विद्यालय के विद्यार्थियों से मिली जानकारी के अनुसार एक फरवरी से प्रारंभ प्री बोर्ड परीक्षा में बुधवार तक दसवी और बारहवीं के मिलाकर तीन पेपर हुए है। सभी परीक्षा में परीक्षार्थियों को पुराने पेपर थमाए गए। इसके लिए पेपरों पर से पुराने वर्ष को काटकर वर्तमान वर्ष किया गया है।
100 के प्रश्रपत्र में 62 नंबर के प्रश्र
विद्यालय में आयोजित परीक्षा में बोर्ड द्वारा निर्धारित ब्लूप्रिंट का ध्यान भी नहीं रखा जा रहा। मुख्य परीक्षाओं की तैयारियों को देखते हुए विभाग द्वारा प्रीबोर्ड परीक्षा के लिए प्रत्येक प्रश्रपत्र का निर्धारित प्रारूप दिया गया है, लेकिन पुराने प्रश्रपत्र से परीक्षा लेने के कारण यहां आयोजित परीक्षा में इसका कोई ध्यान नहीं है और तो और एक फरवरी को आयोजित दसवीं के अंग्रेजी के प्रश्रपत्र में तो मुख्य पृष्ट पर 100 नंबर अंकित थे, लेकिन प्रश्रपत्र के अंदर 62 नंबर के प्रश्र ही थे।
प्री बोर्ड परीक्षा का आयोजन निर्धारित नियमों के आधार पर ही किया जाना चाहिए। यदि परीक्षा में पुराने प्रश्र पत्र दिए गए है तो इसकी जानकारी लेता हूं।
एस के मिश्रा, जिला शिक्षाअधिकारी
राजगढ़ के चाटूखेड़ा हायर सेकंडरी विद्यालय में तो इस परीक्षा के लिए परीक्षार्थियों को वर्ष 2015 के प्रश्नपत्र दि जा रहे है। विद्यालय के विद्यार्थियों से मिली जानकारी के अनुसार एक फरवरी से प्रारंभ प्री बोर्ड परीक्षा में बुधवार तक दसवी और बारहवीं के मिलाकर तीन पेपर हुए है। सभी परीक्षा में परीक्षार्थियों को पुराने पेपर थमाए गए। इसके लिए पेपरों पर से पुराने वर्ष को काटकर वर्तमान वर्ष किया गया है।
100 के प्रश्रपत्र में 62 नंबर के प्रश्र
विद्यालय में आयोजित परीक्षा में बोर्ड द्वारा निर्धारित ब्लूप्रिंट का ध्यान भी नहीं रखा जा रहा। मुख्य परीक्षाओं की तैयारियों को देखते हुए विभाग द्वारा प्रीबोर्ड परीक्षा के लिए प्रत्येक प्रश्रपत्र का निर्धारित प्रारूप दिया गया है, लेकिन पुराने प्रश्रपत्र से परीक्षा लेने के कारण यहां आयोजित परीक्षा में इसका कोई ध्यान नहीं है और तो और एक फरवरी को आयोजित दसवीं के अंग्रेजी के प्रश्रपत्र में तो मुख्य पृष्ट पर 100 नंबर अंकित थे, लेकिन प्रश्रपत्र के अंदर 62 नंबर के प्रश्र ही थे।
प्री बोर्ड परीक्षा का आयोजन निर्धारित नियमों के आधार पर ही किया जाना चाहिए। यदि परीक्षा में पुराने प्रश्र पत्र दिए गए है तो इसकी जानकारी लेता हूं।
एस के मिश्रा, जिला शिक्षाअधिकारी