अशोकनगर. अतिशेष
की काउंसिलिंग के लिए शनिवार को जिपं पहुंचे शिक्षकों ने आरोप लगाया कि पद
न होते हुए भी संविदा शिक्षकों की पदस्थापना स्कूलों में कर दी गई।
छात्र-शिक्षक अनुपात का ध्यान नहीं रखा गया। इससे स्कूलों में अतिशेष की
स्थिति बनी। इसके अलावा अन्य कईआपत्तियां शिक्षकों को द्वारा लगाई गई हैं।
उल्लेखनीय है कि शनिवार को जिपं के सभाकक्ष में अतिशेष के लिए काउंसिलिंग बुलाई गई थी। जिले भर से सैकड़ों शिक्षक काउंसिलिंग में पहुंचे। लेकिन यहां पहुंचकर पता चला कि काउंसिलिंग स्थगित कर दी गई है और अब 28 जनवरी तक दावे-आपत्ति बुलाए गए हैं। इस पर शिक्षक विरोध जता रहे हैं।
एक शिक्षकीय शाला में भी कर दिया अतिशेष
प्रावि महुआखेड़ा में एक शिक्षकीय शाला होते हुए भी प्रधानाध्यापक पदम कुमार जैन को अतिशेष कर दिया। उनके जाने पर स्कूल शून्य शिक्षकीय हो जाएगा। प्रावि श्यामगढ़ में पदस्थ सहायक अध्यापक प्रमोद 2016 में अध्यापक बने हैं और उन्हें अतिशेष कर दिया गया है। वहीं जनशिक्षा केन्द्र मदऊखेड़ी के प्रावि सिलावन में दो पद स्वीकृत होने के बाद भी 2013 में एक सहायक अध्यापक को भेज दिया। इससे वहां अतिशेष की स्थिति बनी। आमखेड़ा तूमैन में दूसरे व चौथे नंबर को उठाया। ग्राम आमखेड़ा तूमैन में चार शिक्षक हैं। इनमें से वरिष्ठता क्रम में पहले व तीसरे को छोड़कर दूसरे व चौथे शिक्षक को अतिशेष किया गया है।