भोपाल। नवदुनिया न्यूज स्कूलों की परीक्षाएं सिर पर हैं और
प्रायमरी-मिडिल स्कूल के शिक्षकों की नगर उदय अभियान में ड्यूटी लगा दी गई
है। जिले के करीब 200 शिक्षकों इस अभियान में लगा दिया गया है।
इस अभियान का पहला चरण अभी शुरू हुआ है। यह अभियान तीन चरणों में चलाया जाना है जो 5 फरवरी तक चलेगा। इसके ठीक बाद पांचवीं-आठवीं की परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी।
हर वार्ड से दो-तीन शिक्षक
अधिकारियों के मुताबिक भोपाल के प्रत्येक वार्ड में दो-तीन शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। इसके तहत शिक्षकों को हितग्राही योजना, शौचालय, शिक्षा की स्थिति जैसे विभिन्न मुद्दों पर जानकारी हासिल करना है। इसके बाद इसकी रिपोर्ट भी उन्हें देना होगी।
यहां भी लगी है ड्यूटी
स्कूल शिक्षा विभाग के सूत्रों के मुताबिक नगर उदय अभियान के अलावा प्रतिभा पर्व, शिक्षक प्रशिक्षण आदि में भी बड़ी संख्या में शिक्षक लगे हैं। ऐसी स्थिति में स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों की कमी है। स्कूलों में पहले से ही शिक्षक कम हैं। रही-सही कसर नगर उदय अभियान ने पूरी कर दी है।
मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ की शिक्षा समिति के अरविंद भूषण श्रीवास्तव बताते हैं कि किसी भी सर्वे या अभियान में प्रामयरी-मिडिल स्कूल के शिक्षक लगा दिए जाते हैं। छोटी कक्षा के छात्रों को विषय के बारे में समझाने की ज्यादा जरूरत होती है। लेकिन हो इसका उलटा रहा है। जब अभियान में ही शिक्षक लगे रहेंगे तो वे पढ़ाएंगे कब। सरकार को इन्हें मुक्त करना चाहिए।
इनका कहना है
जहां तक शिक्षकों की ड्यूटी लगाने की बात है तो यह शासन के निर्देश हैं। शिक्षकों को शिक्षा से जुड़ा काम दिया गया है जिसे वे बेहतर ढंग से कर सकेंगे। उन्हें अपने वार्ड के स्कूलों की स्थिति के बारे में जानकारी मिलेगी, जिससे स्कूलों की बेहतरी के लिए काम किया जा सकेगा।
- धर्मेंद्र शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी
इस अभियान का पहला चरण अभी शुरू हुआ है। यह अभियान तीन चरणों में चलाया जाना है जो 5 फरवरी तक चलेगा। इसके ठीक बाद पांचवीं-आठवीं की परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी।
हर वार्ड से दो-तीन शिक्षक
अधिकारियों के मुताबिक भोपाल के प्रत्येक वार्ड में दो-तीन शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। इसके तहत शिक्षकों को हितग्राही योजना, शौचालय, शिक्षा की स्थिति जैसे विभिन्न मुद्दों पर जानकारी हासिल करना है। इसके बाद इसकी रिपोर्ट भी उन्हें देना होगी।
यहां भी लगी है ड्यूटी
स्कूल शिक्षा विभाग के सूत्रों के मुताबिक नगर उदय अभियान के अलावा प्रतिभा पर्व, शिक्षक प्रशिक्षण आदि में भी बड़ी संख्या में शिक्षक लगे हैं। ऐसी स्थिति में स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों की कमी है। स्कूलों में पहले से ही शिक्षक कम हैं। रही-सही कसर नगर उदय अभियान ने पूरी कर दी है।
मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ की शिक्षा समिति के अरविंद भूषण श्रीवास्तव बताते हैं कि किसी भी सर्वे या अभियान में प्रामयरी-मिडिल स्कूल के शिक्षक लगा दिए जाते हैं। छोटी कक्षा के छात्रों को विषय के बारे में समझाने की ज्यादा जरूरत होती है। लेकिन हो इसका उलटा रहा है। जब अभियान में ही शिक्षक लगे रहेंगे तो वे पढ़ाएंगे कब। सरकार को इन्हें मुक्त करना चाहिए।
इनका कहना है
जहां तक शिक्षकों की ड्यूटी लगाने की बात है तो यह शासन के निर्देश हैं। शिक्षकों को शिक्षा से जुड़ा काम दिया गया है जिसे वे बेहतर ढंग से कर सकेंगे। उन्हें अपने वार्ड के स्कूलों की स्थिति के बारे में जानकारी मिलेगी, जिससे स्कूलों की बेहतरी के लिए काम किया जा सकेगा।
- धर्मेंद्र शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी