होशंगाबाद.
बोर्ड परीक्षा परिणाम में सुधार के लिए इस बार विद्यार्थियों को सरकारी
मॉडल प्रश्नपत्र नहीं मिलेंगे। मॉडल प्रश्नपत्र जारी नहीं करने का कारण बजट
की कमी और शिक्षकों की अरुचि को बताया जा रहा है। संयुक्त संचालक
लोकशिक्षण पीआर कोसे ने 9 नवंबर को तीनों जिलों से 12-12 विषय विशेषज्ञों
को बुलाया था।
लेकिन बैठक में होशंगाबाद से 6 शिक्षक अनुपस्थित रहे और बैतूल से जो शिक्षक आए थे, उन्हें जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया ही नहीं था कि करना क्या है। बिना जानकारी के बैतूल से आने वाले शिक्षकों ने बैठक के दौरान ही 150 प्रश्नों का चयन किया। अधिकारी को इन प्रश्नों पर भरोसा नहीं हुआ तो उन्होंने मॉडल प्रश्नपत्र स्वीकार नहीं किए। कुछ शिक्षक ऐसे थे जो 10वीं कक्षा को पढ़ाते ही नहीं थे।
विभाग ने अब ये सुझाव दिए हैं
- विगत 5 वर्षों के प्रश्न पत्र विद्यार्थियों से हल कराए जाएं।
- पुराने मॉडल प्रश्नपत्रों से तैयारी कराई जाए।
- संबंधित संस्था में विशेषज्ञ न होने पर समीप की संस्था से विशेषज्ञ की व्यवस्था करें।
- प्राचार्य व्यक्तिगत रूप से बच्चों के संपर्क में रहें।
- गत वर्ष मेरिट में आए विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिका से विद्यार्थियों को प्रेरित करें।
- कमजोर विद्यार्थियों की रेमेडियल क्लास लगवाएं।
इनका कहना है
इस वर्ष मॉडल प्रश्नपत्र तैयार नहीं किए जा रहे हैं। गत वर्ष के प्रश्नों का संग्रह ज्यादा बेहतर था इस वजह से उन्हीं से तैयारी करवाने का निर्णय लिया गया। इस बार जिला शिक्षा अधिकारियों द्वारा भी इस दिशा में कवायद की जा रही है।
पीआर कोसे, संयुक्त संचालक लोकशिक्षण
लेकिन बैठक में होशंगाबाद से 6 शिक्षक अनुपस्थित रहे और बैतूल से जो शिक्षक आए थे, उन्हें जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया ही नहीं था कि करना क्या है। बिना जानकारी के बैतूल से आने वाले शिक्षकों ने बैठक के दौरान ही 150 प्रश्नों का चयन किया। अधिकारी को इन प्रश्नों पर भरोसा नहीं हुआ तो उन्होंने मॉडल प्रश्नपत्र स्वीकार नहीं किए। कुछ शिक्षक ऐसे थे जो 10वीं कक्षा को पढ़ाते ही नहीं थे।
विभाग ने अब ये सुझाव दिए हैं
- विगत 5 वर्षों के प्रश्न पत्र विद्यार्थियों से हल कराए जाएं।
- पुराने मॉडल प्रश्नपत्रों से तैयारी कराई जाए।
- संबंधित संस्था में विशेषज्ञ न होने पर समीप की संस्था से विशेषज्ञ की व्यवस्था करें।
- प्राचार्य व्यक्तिगत रूप से बच्चों के संपर्क में रहें।
- गत वर्ष मेरिट में आए विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिका से विद्यार्थियों को प्रेरित करें।
- कमजोर विद्यार्थियों की रेमेडियल क्लास लगवाएं।
इनका कहना है
इस वर्ष मॉडल प्रश्नपत्र तैयार नहीं किए जा रहे हैं। गत वर्ष के प्रश्नों का संग्रह ज्यादा बेहतर था इस वजह से उन्हीं से तैयारी करवाने का निर्णय लिया गया। इस बार जिला शिक्षा अधिकारियों द्वारा भी इस दिशा में कवायद की जा रही है।
पीआर कोसे, संयुक्त संचालक लोकशिक्षण