जिले के प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं के शैक्षणिक स्तर में सुधार नहीं होने पर कार्रवाई होगी। आगामी नए साल 2017 के शुरू के 30 दिनों तक स्कूलों में सुधार होना है। सी, डी और ई ग्रेडिंग में आने वाली 450 स्कूलों में सुधार नहीं होने पर 820 शिक्षकों को नोटिस जारी किया जाएगा।
फाइनल ग्रेडिंग में सुधार नहीं पाए जाने पर शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई होगी। यह निर्देश मंगलवार को जिला पंचायत में हुई शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में डीईओ भावना दुबे और डीपीसी डॉ. आरएस तिवारी ने दी। उन्होंने स्कूलों में वार्षिक उत्सव, खेलकूद प्रतियोगिताएं कराने को कहा।
बैठक में डीपीसी डॉ. तिवारी ने हरदा, खिरकिया और टिमरनी के शिक्षा विभाग के अधिकारियों को बच्चों की पढ़ाई के लिए डेढ़ घंटे अतिरिक्त कक्षाएं लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा तीनों बीआरसी, बीएसी, 24 संकुल प्राचार्य, जनशिक्षक स्कूलों की रोजाना मॉनिटरिंग करे। स्कूलों की शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार नहीं होने पर संबंधितों को शोकाज नोटिस जारी किए जाए। उन्होंने कहा मार्च में स्कूलों की फाइनल ग्रेडिंग होगी। इस बीच सुधार नहीं होने पर शिक्षकों पर कार्रवाई होगी। कार्रवाई से बचने के लिए शिक्षक बच्चों की पढ़ाई का स्तर सुधारने का हरसंभव प्रयास करें।
ये दिए निर्देश
विकासखंडों में चयनित 192 शालाआें में गुणात्मक सुधार।
बीईओ, बीआरसी, सीएसी, बीएसी, संकुल प्राचार्य, जनशिक्षा केंद्र प्रभारी स्कूलों के समय पर खुलने और बच्चों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराएं।
शाला सिद्धि के तहत चयनित 8 प्राथमिक, माध्यमिक शालाओं की गुणात्मक सुधार पर प्राथमिकता से ध्यान दिया जाए।
डी और ई ग्रेड के बच्चों के लिए अतिरिक्त कक्षाएं लगाई जाएं।
फाइनल ग्रेडिंग में सुधार नहीं पाए जाने पर शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई होगी। यह निर्देश मंगलवार को जिला पंचायत में हुई शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में डीईओ भावना दुबे और डीपीसी डॉ. आरएस तिवारी ने दी। उन्होंने स्कूलों में वार्षिक उत्सव, खेलकूद प्रतियोगिताएं कराने को कहा।
बैठक में डीपीसी डॉ. तिवारी ने हरदा, खिरकिया और टिमरनी के शिक्षा विभाग के अधिकारियों को बच्चों की पढ़ाई के लिए डेढ़ घंटे अतिरिक्त कक्षाएं लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा तीनों बीआरसी, बीएसी, 24 संकुल प्राचार्य, जनशिक्षक स्कूलों की रोजाना मॉनिटरिंग करे। स्कूलों की शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार नहीं होने पर संबंधितों को शोकाज नोटिस जारी किए जाए। उन्होंने कहा मार्च में स्कूलों की फाइनल ग्रेडिंग होगी। इस बीच सुधार नहीं होने पर शिक्षकों पर कार्रवाई होगी। कार्रवाई से बचने के लिए शिक्षक बच्चों की पढ़ाई का स्तर सुधारने का हरसंभव प्रयास करें।
ये दिए निर्देश
विकासखंडों में चयनित 192 शालाआें में गुणात्मक सुधार।
बीईओ, बीआरसी, सीएसी, बीएसी, संकुल प्राचार्य, जनशिक्षा केंद्र प्रभारी स्कूलों के समय पर खुलने और बच्चों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराएं।
शाला सिद्धि के तहत चयनित 8 प्राथमिक, माध्यमिक शालाओं की गुणात्मक सुधार पर प्राथमिकता से ध्यान दिया जाए।
डी और ई ग्रेड के बच्चों के लिए अतिरिक्त कक्षाएं लगाई जाएं।