राज्य शासन के नियमों को दरकिनार करते हुए जनपद पंचायत छतरपुर के सीईओ जेडी अहिरवार ने अपनी सहायक शिक्षक प|ी मालती अहिरवार को जनपद कार्यालय में नियम विरुद्ध तरीके से अटैच कर रखा है।
राज्य शासन ने पूरे प्रदेश में किसी भी शिक्षक के दूसरे विभाग में अटैचमेंट पर पूरी तरह से रोक लगाई है। जनपद कार्यालय के कर्मचारियों ने बताया कि करीब दो साल से मालती अहिरवार जनपद कार्यालय में अटैच हैं, लेकिन कार्यालय में कभी नहीं आती हैं।
इस संबंध में जनपद पंचायत सीईओ का कहना है कि स्वच्छ भारत अभियान में मदद के लिए मैंने मालती को जनपद पंचायत कार्यालय में अटैच कर लिया है। उन्होंने बताया कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत पंचायतों में मॉनीटरिंग के लिए ग्रामीण महिलाओं के पास जाना पड़ता है। समझाइश देने के लिए एक महिला का साथ में होना आवश्यक होता है। इसलिए मैंने मालती का अटैचमेंट कर लिया था। कार्यालय में अनुपस्थित रहने के संबंध में उन्होंने बताया कि मालती को गांवों में निरीक्षण करने के लिए जाना पड़ता है।
मामले को दिखवाता हूं
इस संबंध में मुझे फिलहाल कोई जानकारी नहीं है। आपने अवगत कराया है तो मुझ कल ही इस मामले को दिखवाता हूं। - जेएन चर्तुवेदी, उपसंचालक शिक्षा विभाग
ब्लॉक समन्वयक बोलीं - मुझे नहीं जानकारी
अभियान की ब्लॉक समन्वयक रचना द्विवेदी का कहना है कि मुझे मालती अहिरवार के अटैचमेंट के संबंध में कोई जानकारी नहीं है। वे कभी उनकी शाखा में काम करने नहीं आती हैं, न ही कभी उन्होंने फील्ड पर देखा है।
अभी भी स्कूल से निकलता है वेतन
छतरपुर जनपद पंचायत के सीईओ जेडी अहिरवार की प|ी मालती अहिरवार जिला मुख्यालय से सटे गठेवरा गांव के स्कूल में सहायक शिक्षक के पद पर पदस्थ हैं। छतरपुर से गठेवरा की दूसरी करीब 6 किलोमीटर है। उनका वेतन भी गठेवरा स्कूल से निकल रहा है, लेकिन वह जनपद में अटैच है।
राज्य शासन ने पूरे प्रदेश में किसी भी शिक्षक के दूसरे विभाग में अटैचमेंट पर पूरी तरह से रोक लगाई है। जनपद कार्यालय के कर्मचारियों ने बताया कि करीब दो साल से मालती अहिरवार जनपद कार्यालय में अटैच हैं, लेकिन कार्यालय में कभी नहीं आती हैं।
इस संबंध में जनपद पंचायत सीईओ का कहना है कि स्वच्छ भारत अभियान में मदद के लिए मैंने मालती को जनपद पंचायत कार्यालय में अटैच कर लिया है। उन्होंने बताया कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत पंचायतों में मॉनीटरिंग के लिए ग्रामीण महिलाओं के पास जाना पड़ता है। समझाइश देने के लिए एक महिला का साथ में होना आवश्यक होता है। इसलिए मैंने मालती का अटैचमेंट कर लिया था। कार्यालय में अनुपस्थित रहने के संबंध में उन्होंने बताया कि मालती को गांवों में निरीक्षण करने के लिए जाना पड़ता है।
मामले को दिखवाता हूं
इस संबंध में मुझे फिलहाल कोई जानकारी नहीं है। आपने अवगत कराया है तो मुझ कल ही इस मामले को दिखवाता हूं। - जेएन चर्तुवेदी, उपसंचालक शिक्षा विभाग
ब्लॉक समन्वयक बोलीं - मुझे नहीं जानकारी
अभियान की ब्लॉक समन्वयक रचना द्विवेदी का कहना है कि मुझे मालती अहिरवार के अटैचमेंट के संबंध में कोई जानकारी नहीं है। वे कभी उनकी शाखा में काम करने नहीं आती हैं, न ही कभी उन्होंने फील्ड पर देखा है।
अभी भी स्कूल से निकलता है वेतन
छतरपुर जनपद पंचायत के सीईओ जेडी अहिरवार की प|ी मालती अहिरवार जिला मुख्यालय से सटे गठेवरा गांव के स्कूल में सहायक शिक्षक के पद पर पदस्थ हैं। छतरपुर से गठेवरा की दूसरी करीब 6 किलोमीटर है। उनका वेतन भी गठेवरा स्कूल से निकल रहा है, लेकिन वह जनपद में अटैच है।