अशोकनगर। नवदुनिया न्यूज शनिवार को कलेक्टर ने फिर विभिन्न
ग्रामीण क्षेत्रों की स्कूलों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान स्कूल
बंद मिलने और अनुपस्थित होने के कारण चार शिक्षकों को निलंबित कर एक शिक्षक
को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
कलेक्टर बीएस जामोद ने ईसागढ़ क्षेत्र के कई स्कूलों का निरीक्षण किया। ग्राम पंचायत विजयपुरा की शासकीय प्राथमिक स्कूल सुबह 10.30 बजे तक ताला नहीं खुला था और न ही कोई शिक्षक तथा बच्चे उपस्थित हुए थे। कलेक्टर ने अनुपस्थित शिक्षक संजय जैन तथा सुनीता शर्मा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इसके अलावा ग्राम पचलाना के प्राथमिक स्कूल की सहायक अध्यापक श्रीमती संध्या जाट तथा ग्राम पंचायत इंदौर के शासकीय प्राथमिक स्कूल के सहायक अध्यापक लोकेश सिंह भदौरिया को शाला में अनुपस्थित होने के कारण निलंबित किया गया है। शासकीय हाईस्कूल बमनावर के निरीक्षण के दौरान प्रशासकीय नियंत्रण न होने तथा अवकाश लेखा का संधारण नियमानुसार नहीं करने के कारण प्रभारी प्राचार्य श्रीमती सविता कोरी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
कलेक्टर श्री जामोद ने पचलाना के नवीन माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण किया। स्कूल में उपस्थित बच्चों से पढ़ाई, मध्या- भोजन के बारे में जानकारी ली। शिक्षकों ने बताया कि इस स्कूल में 53 बच्चे दर्ज हैं तथा 4 शिक्षक पदस्थ हैं। नवीन माध्यमिक विद्यालय पचलाना की शिक्षिका हेमलता शर्मा के विलम्ब से स्कूल पहुंचने पर सख्त हिदायत दी गई कि वे नियत समय पर स्कूल आएं अन्यथा अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
बमनावर के स्कूल में 149 में से 14 बच्चे मिले
कलेक्टर ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ शासकीय बालक प्राथमिक विद्यालय बमनावर का निरीक्षण किया। इस दौरान स्कूल में दर्ज 149 में से मात्र 14 बच्चे उपस्थित मिले। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि बच्चों की उपस्थिति शत् प्रतिशत होनी चाहिए। आगामी निरीक्षण में उपस्थिति नहीं मिली तो शिक्षकों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने विद्यालय में उपस्थित बच्चों से बातचीत की तथा अनुवर्तन पंजी का अवलोकन किया। उन्होंने स्कूल की साफ सफाई तथा आवारा मवेशियों को स्कूल परिसर हटाए जाने के निर्देश दिए।
स्कूल परिसर में अधूरे पड़े निर्माणाधीन अतिरिक्त कक्ष भवन पर सख्त नाराजगी जताई और डीपीसी उदित नारायण मिश्रा को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। इसी दौरान बमनावर के ही शासकीय हाई स्कूल का जब निरीक्षण किया गया तो वहां प्राचार्य श्रीमती सविता कोरी ने बताया कि बच्चों की वार्षिक त्रैमासिक परीक्षा चल रही है। शिक्षक सेवाराम जाटव के शाला में विलम्ब से आने पर सख्त चेतावनी दी कि वे समय पर स्कूल आएं।
मीनू के अनुसार भोजन देने के निर्देश
कलेक्टर ने जब पारसोल के शासकीय प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण किया गया तो मध्यान्ह भोजन के बारे में पूछने पर स्कूल के बच्चों ने बताया कि उन्हें दो रोटी एवं दाल दी जाती है। दो रोटी में बच्चों का कैसे पेट भर सकता है। उन्होंने मीनू के अनुसार भोजन देने के निर्देश दिए। इसी दौरान शासकीय प्राथमिक शाला औखरीखेड़ा का निरीक्षण किया गया। जहां 2 शिक्षक तथा 8 बच्चे उपस्थित मिले। शासकीय प्राथमिक शाला ईंदौर में 4 में से 3 शिक्षक उपस्थित मिले। यहाँ पर मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता की जांच की तथा निर्देशित किया कि साप्ताहिक मीनू अनुसार मध्यान्ह भोजन बच्चों को भरपेट मिले। इस दौरान उन्होंने शासकीय माध्यमिक विद्यालय में कक्षा आठवीं के बच्चों से गणित विषय की शिक्षा की गुणवत्ता के बारे में बोर्ड पर सवाल हल करवाए।
इंदौर में आंगनवाड़ी भवन और कदवाया में कक्षों के निर्माण के लिए जमीन उपलब्ध कराने के निर्देश
कलेक्टर जामोद ने ग्राम इंदौर में संचालित आंगनवाडी केन्ध में बच्चों को दिए जा रहे मध्यान्ह भोजन का निरीक्षण किया। उन्होंने बच्चों को प्रदत्त किए जाने वाले भोजन एवं गुणवत्ता के बारे में पूछा। बच्चों ने बताया कि उन्हें प्रतिदिन मध्यान्ह भोजन दिया जाता है। आंगनवाडी कार्यकर्ता ममता केवट ने बताया कि आंगनवाडी का भवन जर्जर हालत में है इसे अन्य किसी भवन में स्थान्तरित करवा दें। कलेक्टर ने परिसर में स्थित माध्यमिक शाला भवन में एक कक्ष दिए जाने के निर्देश दिए। इसी प्रकार शासकीय हायर सेकेण्ड्री स्कूल कदवाया में चल रही परीक्षा का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। स्कूल के प्राचार्य ने बताया कि शासन द्वारा चार कमरों के लिए राशि प्राप्त हुई है उसके लिए जमीन उपलब्ध कराने का आग्रह है। कलेक्टर ने शाला भवन के समीप उपलब्ध जमीन पर दो कमरे भूतल तथा दो कमरे प्रथम तल पर बनाये जाने के निर्देश दिए।
क्या कहना है इनका
शिक्षा की सब को जरूरत है। अगर शिक्षा से बच्चे वंचित रहेंगे तो उनकी 7 पीढ़ियां बर्बाद हो जाती हैं। इसलिए पीढ़ियों को बचाने के लिए शिक्षा अत्यंत आवश्यक है। जिले में शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाए जाने की पहल निरंतर जारी रहेगी। शिक्षकों की सोच में परिवर्तन लाने के प्रयास किए जा रहे है। हमारा प्रयास है कि बच्चों का भविष्य बर्बाद न हो इसके लिए हमने शिक्षकों को हिदायत भी दी है। यदि ऐसे ही आगे लापरवाही जारी रही तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बी एस जामोद, कलेक्टर अशोकनगर
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कलेक्टर बीएस जामोद ने ईसागढ़ क्षेत्र के कई स्कूलों का निरीक्षण किया। ग्राम पंचायत विजयपुरा की शासकीय प्राथमिक स्कूल सुबह 10.30 बजे तक ताला नहीं खुला था और न ही कोई शिक्षक तथा बच्चे उपस्थित हुए थे। कलेक्टर ने अनुपस्थित शिक्षक संजय जैन तथा सुनीता शर्मा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इसके अलावा ग्राम पचलाना के प्राथमिक स्कूल की सहायक अध्यापक श्रीमती संध्या जाट तथा ग्राम पंचायत इंदौर के शासकीय प्राथमिक स्कूल के सहायक अध्यापक लोकेश सिंह भदौरिया को शाला में अनुपस्थित होने के कारण निलंबित किया गया है। शासकीय हाईस्कूल बमनावर के निरीक्षण के दौरान प्रशासकीय नियंत्रण न होने तथा अवकाश लेखा का संधारण नियमानुसार नहीं करने के कारण प्रभारी प्राचार्य श्रीमती सविता कोरी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
कलेक्टर श्री जामोद ने पचलाना के नवीन माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण किया। स्कूल में उपस्थित बच्चों से पढ़ाई, मध्या- भोजन के बारे में जानकारी ली। शिक्षकों ने बताया कि इस स्कूल में 53 बच्चे दर्ज हैं तथा 4 शिक्षक पदस्थ हैं। नवीन माध्यमिक विद्यालय पचलाना की शिक्षिका हेमलता शर्मा के विलम्ब से स्कूल पहुंचने पर सख्त हिदायत दी गई कि वे नियत समय पर स्कूल आएं अन्यथा अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
बमनावर के स्कूल में 149 में से 14 बच्चे मिले
कलेक्टर ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ शासकीय बालक प्राथमिक विद्यालय बमनावर का निरीक्षण किया। इस दौरान स्कूल में दर्ज 149 में से मात्र 14 बच्चे उपस्थित मिले। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि बच्चों की उपस्थिति शत् प्रतिशत होनी चाहिए। आगामी निरीक्षण में उपस्थिति नहीं मिली तो शिक्षकों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने विद्यालय में उपस्थित बच्चों से बातचीत की तथा अनुवर्तन पंजी का अवलोकन किया। उन्होंने स्कूल की साफ सफाई तथा आवारा मवेशियों को स्कूल परिसर हटाए जाने के निर्देश दिए।
स्कूल परिसर में अधूरे पड़े निर्माणाधीन अतिरिक्त कक्ष भवन पर सख्त नाराजगी जताई और डीपीसी उदित नारायण मिश्रा को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। इसी दौरान बमनावर के ही शासकीय हाई स्कूल का जब निरीक्षण किया गया तो वहां प्राचार्य श्रीमती सविता कोरी ने बताया कि बच्चों की वार्षिक त्रैमासिक परीक्षा चल रही है। शिक्षक सेवाराम जाटव के शाला में विलम्ब से आने पर सख्त चेतावनी दी कि वे समय पर स्कूल आएं।
मीनू के अनुसार भोजन देने के निर्देश
कलेक्टर ने जब पारसोल के शासकीय प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण किया गया तो मध्यान्ह भोजन के बारे में पूछने पर स्कूल के बच्चों ने बताया कि उन्हें दो रोटी एवं दाल दी जाती है। दो रोटी में बच्चों का कैसे पेट भर सकता है। उन्होंने मीनू के अनुसार भोजन देने के निर्देश दिए। इसी दौरान शासकीय प्राथमिक शाला औखरीखेड़ा का निरीक्षण किया गया। जहां 2 शिक्षक तथा 8 बच्चे उपस्थित मिले। शासकीय प्राथमिक शाला ईंदौर में 4 में से 3 शिक्षक उपस्थित मिले। यहाँ पर मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता की जांच की तथा निर्देशित किया कि साप्ताहिक मीनू अनुसार मध्यान्ह भोजन बच्चों को भरपेट मिले। इस दौरान उन्होंने शासकीय माध्यमिक विद्यालय में कक्षा आठवीं के बच्चों से गणित विषय की शिक्षा की गुणवत्ता के बारे में बोर्ड पर सवाल हल करवाए।
इंदौर में आंगनवाड़ी भवन और कदवाया में कक्षों के निर्माण के लिए जमीन उपलब्ध कराने के निर्देश
कलेक्टर जामोद ने ग्राम इंदौर में संचालित आंगनवाडी केन्ध में बच्चों को दिए जा रहे मध्यान्ह भोजन का निरीक्षण किया। उन्होंने बच्चों को प्रदत्त किए जाने वाले भोजन एवं गुणवत्ता के बारे में पूछा। बच्चों ने बताया कि उन्हें प्रतिदिन मध्यान्ह भोजन दिया जाता है। आंगनवाडी कार्यकर्ता ममता केवट ने बताया कि आंगनवाडी का भवन जर्जर हालत में है इसे अन्य किसी भवन में स्थान्तरित करवा दें। कलेक्टर ने परिसर में स्थित माध्यमिक शाला भवन में एक कक्ष दिए जाने के निर्देश दिए। इसी प्रकार शासकीय हायर सेकेण्ड्री स्कूल कदवाया में चल रही परीक्षा का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। स्कूल के प्राचार्य ने बताया कि शासन द्वारा चार कमरों के लिए राशि प्राप्त हुई है उसके लिए जमीन उपलब्ध कराने का आग्रह है। कलेक्टर ने शाला भवन के समीप उपलब्ध जमीन पर दो कमरे भूतल तथा दो कमरे प्रथम तल पर बनाये जाने के निर्देश दिए।
क्या कहना है इनका
शिक्षा की सब को जरूरत है। अगर शिक्षा से बच्चे वंचित रहेंगे तो उनकी 7 पीढ़ियां बर्बाद हो जाती हैं। इसलिए पीढ़ियों को बचाने के लिए शिक्षा अत्यंत आवश्यक है। जिले में शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाए जाने की पहल निरंतर जारी रहेगी। शिक्षकों की सोच में परिवर्तन लाने के प्रयास किए जा रहे है। हमारा प्रयास है कि बच्चों का भविष्य बर्बाद न हो इसके लिए हमने शिक्षकों को हिदायत भी दी है। यदि ऐसे ही आगे लापरवाही जारी रही तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बी एस जामोद, कलेक्टर अशोकनगर
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