भास्कर संवाददाता | टेमागांव शिक्षा विभाग स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों को स्कूल चले अभियान चला रहा है। लेकिन वनांचल के स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने के लिए शिक्षक नहीं है।
ऊंचाबरारी के मिडिल स्कूल में बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी अतिथि शिक्षकों और प्राथमिक शाला के शिक्षकों के हवाले है। इससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। शासकीय मिडिल स्कूल ऊंचाबरारी में 61 बच्चे दर्ज हैं। लेकिन उन्हें पढ़ाने के लिए एक भी शिक्षक नहीं है। बच्चों को पढ़ाने दो अतिथि शिक्षक पदस्थ हैं। स्कूल की व्यवस्था प्राथमिक शाला के प्रधान पाठक संभाल रहे हैं। नियमित शिक्षक नहीं होने से छात्रों की पढ़ाई प्रभावित होने लगी है। प्राथमिक शाला में 67 बच्चे दर्ज हैं।
एक को जनशिक्षक और दूसरे को अंग्रेजी का शिक्षक बनाया
ऊंचाबरारी मिडिल स्कूल में दो शिक्षक पदस्थ थे। इसमें शिक्षक स्वदेश डोंगरे को जनशिक्षक और प्रसन्न तिवारी को अंग्रेजी पढ़ाने टिमरनी के नगरपालिका स्कूल पदस्थ कर दिया है। इसके चलते स्कूल में एक भी नियमित शिक्षक नहीं है। बच्चों को पढ़ाने दो अतिथि शिक्षक नियुक्त किए हैं। ग्रामीणों ने अधिकारियों से नियमित शिक्षक नियुक्त करने की मांग की है।
शिक्षकों की कमी है। बच्चों को पढ़ाने के लिए अतिथि शिक्षक नियुक्त किए हैं। पूर्व में पदस्थ नियमित शिक्षकों में से एक को जनशिक्षक व एक अंग्रेजी का शिक्षक बनाया है। बीएस कटारे, बीआरसी टिमरनी
Sponsored link :
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
ऊंचाबरारी के मिडिल स्कूल में बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी अतिथि शिक्षकों और प्राथमिक शाला के शिक्षकों के हवाले है। इससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। शासकीय मिडिल स्कूल ऊंचाबरारी में 61 बच्चे दर्ज हैं। लेकिन उन्हें पढ़ाने के लिए एक भी शिक्षक नहीं है। बच्चों को पढ़ाने दो अतिथि शिक्षक पदस्थ हैं। स्कूल की व्यवस्था प्राथमिक शाला के प्रधान पाठक संभाल रहे हैं। नियमित शिक्षक नहीं होने से छात्रों की पढ़ाई प्रभावित होने लगी है। प्राथमिक शाला में 67 बच्चे दर्ज हैं।
एक को जनशिक्षक और दूसरे को अंग्रेजी का शिक्षक बनाया
ऊंचाबरारी मिडिल स्कूल में दो शिक्षक पदस्थ थे। इसमें शिक्षक स्वदेश डोंगरे को जनशिक्षक और प्रसन्न तिवारी को अंग्रेजी पढ़ाने टिमरनी के नगरपालिका स्कूल पदस्थ कर दिया है। इसके चलते स्कूल में एक भी नियमित शिक्षक नहीं है। बच्चों को पढ़ाने दो अतिथि शिक्षक नियुक्त किए हैं। ग्रामीणों ने अधिकारियों से नियमित शिक्षक नियुक्त करने की मांग की है।
शिक्षकों की कमी है। बच्चों को पढ़ाने के लिए अतिथि शिक्षक नियुक्त किए हैं। पूर्व में पदस्थ नियमित शिक्षकों में से एक को जनशिक्षक व एक अंग्रेजी का शिक्षक बनाया है। बीएस कटारे, बीआरसी टिमरनी
Sponsored link :
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC