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शिक्षकों के पीए बनने की अड़चन होगी दूर

रायसेन। जनप्रतिनधियों की पीए के रूप में पहली पसंद शिक्षक होते हैं, चूँकि शिक्षकों को कुशल व्यक्तित्व के रूप में भी देखा जाता है और यह योग्य होते हैं। प्रदेश में शिक्षकों को फिलहाल गैरशिक्षकीय कार्य से मुक्त कर दिया गया है, लेकिन जनप्रतिनिधियों के पीए बनने की अड़चन को दूर करने शासन स्तर पर पूल बना रहे हैं ताकि जितने शिक्षक जनप्रतिनिधियों के पास कार्य करें तब उतने नए पदों पर भर्ती की जाए।
यह बात सोमवार को तकनीकी एवं स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री दीपक जोशी ने नवदुनिया से हुई विशेष चर्चा में कही। वे ग्राम पठारी स्थित आईटीआई का औचक निरीक्षण करने आए थे। रायसेन की आईटीआई को उन्होंने अन्य जिलों की तुलना में बेहतर बताते हुए कहा कि यहाँ पीपीटी स्वरूप में संचालित आईटीआई में बेहतर व्यवस्था और प्रबंधन है। उन्होंने चर्चा में कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों की मांग के अनुरूप नए ट्रेड शुरू करने पर भी हम विचार कर रहे हैं। सुबह देवास स्थित आईटीआई तथा दोपहर में विदिशा स्थित आईटीआई का निरीक्षण कर लगभग 4 बजे रायसेन आईटीआई पहुँचे मंत्री श्री जोशी ने यहाँ अध्ययन कर रहे छात्रों से चर्चा की तथा उनसे ली जाने वाली फीस एवं शैक्षणिक गतिविधियों के बारे में भी जानकारी ली। इसके अलावा उन्होंने प्राचार्य एवं अन्य स्टॉफ से आईटीआई की अन्य गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी ली। श्री जोशी ने आईटीआई भवन के सभी कक्षों में जाकर संचालित हो रहे पाठ्यक्रम, लैब आदि का निरीक्षण किया।
- विदिशा से बेहतर आईटीआई
मंत्री श्री जोशी ने चर्चा में बताया कि पीपीटी मोड में संचालित होने वाली रायसेन की आईटीआई की व्यवस्था विदिशा आईटीआई से बेहतर है। उन्होंने बताया कि निजी क्षेत्र में संचालित होने वाली 16 आईटीआई की मान्यता निरस्त करने की कार्यवाही भी हमारे द्वारा की गई है। इन संस्थानों से अधिक फीस वसूलने की शिकायतें प्राप्त हो रही थीं।
-नए ट्रेड लाएँगे कुछ बंद भी करेंगे
तकनीकी विभाग के द्वारा क्या नवाचार करने की तैयारी है? इस पर उन्होंने कहा कि ऐसे कोर्स जो वर्तमान परिप्रेक्ष्य को दृष्टिगत रखते हुए प्रासंगिक नहीं हैं उन्हें बंद करने पर विचार किया जा रहा है, साथ ही कई नए ट्रेड भी शुरू करने का विचार है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में आईटीआई संस्थान तीन तरह से संचालित हो रहे हैं। एक सरकार द्वारा संचालित संस्थान, दूसरा पीपीटी मोड पर संचालित संस्थान जिन्हें उद्योग संघ के प्रतिनिधि संचालित करते हैं। ऐसे प्रदेश में 80 आईटीआई हैं। इसके अलावा तीसरी तरह के संस्थान जो निजी व्यक्तियों द्वारा चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि औद्योगिक आईटीआई संस्थानों में सभी आवश्यक सुविधाएं एवं संसाधन उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है।
-पीपीटी मोड पर खोलेंगे अंग्रेजी स्कूल
मंत्री श्री जोशी ने बताया कि प्रधानमंत्री के डिजीटल इंडिया एवं मेक इन इंडिया में हम अपने विभाग को बहुत ही खास भूमिका में देखते हैं। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी वैश्विक भाषा है और वर्तमान वैश्विक परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए पीपीटी मोड पर अंग्रेजी माध्यम के स्कूल खोलने की योजना है। उन्होंने यह भी बताया कि राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय द्वारा हिंदी में भी तकनीकी परीक्षाएं आयोजित करने का निर्णय लिया गया है जो अपने आप में अनूठा है, इसका लाभ हमारे ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों को मिलेगा।
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