रीवा।
सरकारी स्कूलों के गिरते परीक्षा परिणाम पर मंथन शुरू हो गया है। रविवार
को भोपाल से लोक शिक्षण के संयुक्त संचालक धीरेन्द्र चतुर्वेदी शासन के
प्रतिनिधि के रूप में रीवा पहुंचे। उन्होंने शून्य से 35 प्रतिशत के
हाईस्कूल के रिजल्ट वाले स्कूलों के प्राचार्यों के साथ बैठक कर कारण जाना।
जिसमें प्राचार्यों की ओर से अलग-अलग तर्क दिए गए। इन सबको नकारते हुए संयुक्त संचालक ने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया हैकि प्राचार्यों को दो-दो वेतनवृद्धियां रोकने के लिए नोटिस जारी करें। साथ ही कहा हैकि खराब परीक्षा परिणाम वाले स्कूलों की नियमित मानीटरिंग जिला शिक्षा अधिकारी एवं संकुल प्राचार्य करें। रीवा जिले में 124 ऐसी हाईस्कूल हैं जहां पर इस वर्ष 35 प्रतिशत से कम परीक्षा परिणाम रहा है। प्राचार्यों ने सबसे
बड़ी समस्या स्टाफ की कमी को बताया है।
विषय के विशेषज्ञ को ही रखा जाए
संयुक्त संचालक चतुर्वेदी ने कहा कि जिस विषय का पद रिक्त हो वहां पर संबंधित विषय के विशेषज्ञ को ही रखा जाए। उन्होंने कहा कि सामान्य तौर पर यह पाया गया हैकि आवश्यकता के अनुसार विषयों के शिक्षक नहीं रखे जाते जिसके चलते पठन-पाठन का कार्य प्रभावित होता है। कुछ प्राचार्यों को बदलने की भी सलाह दी है। जिन प्राचार्यों ने स्वयं उपस्थित नहीं होकर प्रतिनिधियों को भेजा था उन्हें भी कारण बताओ नोटिस जारी करने के लिए कहा है। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी रवि सिंह बघेल, एस्सीलेंस स्कूल के प्राचार्यआरएन पिढिय़ा, मार्तण्ड क्रमांक दो के प्राचार्य धीरेन्द्र सिंह सहित अन्य प्राचार्य मौजूद रहे।
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जिसमें प्राचार्यों की ओर से अलग-अलग तर्क दिए गए। इन सबको नकारते हुए संयुक्त संचालक ने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया हैकि प्राचार्यों को दो-दो वेतनवृद्धियां रोकने के लिए नोटिस जारी करें। साथ ही कहा हैकि खराब परीक्षा परिणाम वाले स्कूलों की नियमित मानीटरिंग जिला शिक्षा अधिकारी एवं संकुल प्राचार्य करें। रीवा जिले में 124 ऐसी हाईस्कूल हैं जहां पर इस वर्ष 35 प्रतिशत से कम परीक्षा परिणाम रहा है। प्राचार्यों ने सबसे
बड़ी समस्या स्टाफ की कमी को बताया है।
विषय के विशेषज्ञ को ही रखा जाए
संयुक्त संचालक चतुर्वेदी ने कहा कि जिस विषय का पद रिक्त हो वहां पर संबंधित विषय के विशेषज्ञ को ही रखा जाए। उन्होंने कहा कि सामान्य तौर पर यह पाया गया हैकि आवश्यकता के अनुसार विषयों के शिक्षक नहीं रखे जाते जिसके चलते पठन-पाठन का कार्य प्रभावित होता है। कुछ प्राचार्यों को बदलने की भी सलाह दी है। जिन प्राचार्यों ने स्वयं उपस्थित नहीं होकर प्रतिनिधियों को भेजा था उन्हें भी कारण बताओ नोटिस जारी करने के लिए कहा है। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी रवि सिंह बघेल, एस्सीलेंस स्कूल के प्राचार्यआरएन पिढिय़ा, मार्तण्ड क्रमांक दो के प्राचार्य धीरेन्द्र सिंह सहित अन्य प्राचार्य मौजूद रहे।
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