जबलपुर। शिक्षकों के शहर मोह से गांव के स्कूलों में पढ़ाई ठप होने के कगार पर है। शहर के स्कूलों में छात्रों से ज्यादा शिक्षक हैं तो गांव के दर्जनों स्कूल शिक्षकों की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
चहेते शिक्षकों को शहर के स्कूलों में पदस्थ कर गांव के स्कूलों को अतिथि शिक्षकों के जिम्मे छोड़ा जा रहा है। इसका खुलासा विभाग के आंकड़ों से होता है। जिसमें जिला व ब्लॉक मुख्यालयों के स्कूलों में आवश्यकता से अधिक शिक्षक पदस्थ होना पाया गया है।