मध्य प्रदेश में शिक्षकों को प्रमोशन के बाद नवीन पदस्थापना की प्रक्रिया जारी है। इसके कारण अतिथि शिक्षकों को मौखिक तौर पर निकाला जा रहा है परंतु लोक शिक्षण संचालनालय की ओर से एक बार फिर स्पष्ट कर दिया गया है कि बीच सत्र में अतिथि शिक्षकों की सेवाएं समाप्त नहीं होगी। उच्च पद का प्रभार की स्थिति में अतिथि शिक्षक का समायोजन किया जा सकता है।
आदेशित
किया गया है कि जिस संकुल में अतिथि शिक्षक के स्थान पर उच्च पद प्रभार के
अंतर्गत किसी शिक्षक की पदस्थापना हो गई है तो उसे अतिथि शिक्षक को संकुल
अथवा विकासखंड या अन्य संस्था जहां अतिथि शिक्षक की आवश्यकता है, उन्हें
उसे संस्था में शैक्षणिक व्यवस्था के तहत पदस्थ करें एवं मानदेय हेतु
उपस्थिति पत्रक संकुल में जमा करें। कि यदि कोई अतिथि शिक्षक अधिशेष की
स्थिति में है तो उसकी जानकारी विकासखंड शिक्षा कार्यालय में जमा करें। यदि
कोई अतिथि शिक्षक किसी समायोजन वाले स्थान पर जाने से मन करता है तो उसे
लिखित में पत्र लेकर, विकासखंड शिक्षा अधिकारी को सूचित करें।
उल्लेखनीय
है कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पूर्व अतिथि शिक्षकों की पंचायत में
तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की थी कि किसी भी
अतिथि शिक्षक को बीच शिक्षा सत्र में हटाया नहीं जाएगा। चुनाव संपन्न होते
ही मध्य प्रदेश के कई जिलों में उच्च पद प्रभार के चलते अतिथि शिक्षकों को
मौखिक रूप से हटा दिया गया है। अतिथि शिक्षकों में सरकार के प्रति असंतोष
लगातार बढ़ता जा रहा था।