मध्य प्रदेश में शिक्षकों के तबादले अब
सीधे आवेदन देने पर नहीं, बल्कि ऑनलाइन आवेदन करने पर ही होंगे। इसके लिए
राज्य का स्कूली शिक्षा विभाग नीति बनाने में लग गया है। सूत्रों के
अनुसार, मुख्यमंत्री कमलनाथ और स्कूली शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी के
साथ मंगलवार रात शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक हुई। बैठक के दौरान
एक बात सामने आई
है कि हजारों की तादाद में शिक्षकों के
तबादले के आवेदन शिक्षा मंत्री के पास आए हैं। जितनी संख्या में आवेदन आ
रहे हैं, उसके अनुपात में रिक्त पदों की संख्या बहुत कम है। सूत्रों का
कहना है कि विभाग ने अब ऑनलाइन तबादलों का फैसला किया है। इससे पहले सरकार
ने तय किया था कि जिलों के अंदर तबादले प्रभारी मंत्री के अनुमोदन से और
दूसरे जिलों में तबादले स्कूली शिक्षा मंत्री के अनुमोदन से किए जाएंगे।
मगर अब शिक्षकों के तबादले ऑनलाइन होंगे।
स्कूली शिक्षा मंत्री डॉ. चौधरी ने
संवाददाताओं से कहा, अब शिक्षकों को तबादले के लिए आवेदन ऑनलाइन करने
होंगे, सभी आवेदन करने वालों को समान अवसर दिए जाएंगे। संबंधित शिक्षक अपनी
पसंद भी बता सकेंगे। फिलहाल यह तय नहीं हुआ है कि ऑनलाइन आवेदन की
प्रक्रिया कब से शुरू होगी।
स्ूात्रों के अनुसार, स्कूली शिक्षा विभाग
की तबादला नीति में संशोधन करने का प्रस्ताव सामान्य प्रशासन विभाग को
भेजा जाएगा और उसके बाद ही आगे की प्रक्रिया आगे बढ़ सकेगी। कंाग्रेस के
प्रवक्ता सैयद जाफर ने बुधवार को ट्वीट किया, अध्यापक संवर्ग के ढाई लाख
कर्मचारी हैं, जिनमें से 30 हजार के तबादले किए जाने हैं। राज्य में बीते
15 सालों में इस संवर्ग के कर्मचारियों के तबादले नहीं हुए हैं, लिहाजा
तबादला नीति का 30 हजार कर्मचारियों को लाभ मिलेगा।