नया शिक्षा सत्र शुरू होने वाला है लेकिन अभी तक शासन ने शिक्षा विभाग में
रिक्त पड़े पदों की पूर्ति नहीं की है। जिले में हेडमास्टरों के 315 और
शिक्षकों के 342 पद रिक्त पड़े हुए हैं। इसके अलावा हाईस्कूल प्राचार्यों के
101 पद रिक्त हैं। इसके अलावा हायर सेकंडरी स्कूलों में भी प्राचार्यों के
60 पद रिक्त हैं। इनमें अभी तक भर्ती नहीं की गई है। इसी कारण बोर्ड
परीक्षा का परिणाम भी प्रभावित हो रहा है।
हाईस्कूल का रिजल्ट भी इस बार काफी कम आया है। शिक्षकों की कमी के चलते इस बार हाईस्कूल परीक्षा का परिणाम पिछले साल से 9.31 फीसदी घटकर 63.74 फीसदी रहा है। जबकि पिछले साल हाईस्कूल का रिजल्ट 73.05 फीसदी था। इसी प्रकार हायर सेकंडरी का रिजल्ट भी 1.16 फीसदी घटकर 80.84 प्रतिशत रहा गया था। जबकि पिछले साल हायर सेकंडरी का रिजल्ट 82 फीसदी था। इस संबंध में डीईओ एके मोदगिल ने बताया कि जिले में पीटी व्याख्याताओं के 17, क्राफ्ट के 2, शिक्षकों के 342, मिडिल स्कूलों में हेडमास्टरों के 315 पद रिक्त पड़े हुए हैं। हाईस्कूलों में प्राचार्यों के 101 पदों के अलावा 46 व्याख्याताओं के पद भी रिक्त हैं।
अधूरे पड़े हैं 33 स्कूल भवन, कहीं फर्नीचर नहीं
जिले में स्कूल भवनों की हालत भी खराब चल रही है। कहीं स्कूल भवन अधूरे पड़े हैं तो कहीं फर्नीचर की कमी चल रही है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक विदिशा जिले के लिए स्वीकृत 33 नए स्कूल भवनों में अभी काम चल रहा है। ये स्कूल भवन अभी अधूरे पड़े हुए हैं। इसी प्रकार 9 स्कूल भवनों का काम पूरा हो चुका है। विदिशा, नटेरन, शमशाबाद, लटेरी, सिरोंज, ग्यारसपुर, गंजबासौदा, पठारी, गुलाबगंज, कुरवाई सहित कई तहसीलों में ऐसे स्कूल भवन भी हैं जहां बारिश के सीजन में पानी का भराव होता है। गर्मी की छुट्टी के बाद स्कूल खुलने वाले हैं। ऐसे में बच्चों को तमाम असुविधाओं से रूबरू होना पड़ेगा।
जल्द पूरी की जाएगी शिक्षकों की कमी
हाईस्कूल का रिजल्ट भी इस बार काफी कम आया है। शिक्षकों की कमी के चलते इस बार हाईस्कूल परीक्षा का परिणाम पिछले साल से 9.31 फीसदी घटकर 63.74 फीसदी रहा है। जबकि पिछले साल हाईस्कूल का रिजल्ट 73.05 फीसदी था। इसी प्रकार हायर सेकंडरी का रिजल्ट भी 1.16 फीसदी घटकर 80.84 प्रतिशत रहा गया था। जबकि पिछले साल हायर सेकंडरी का रिजल्ट 82 फीसदी था। इस संबंध में डीईओ एके मोदगिल ने बताया कि जिले में पीटी व्याख्याताओं के 17, क्राफ्ट के 2, शिक्षकों के 342, मिडिल स्कूलों में हेडमास्टरों के 315 पद रिक्त पड़े हुए हैं। हाईस्कूलों में प्राचार्यों के 101 पदों के अलावा 46 व्याख्याताओं के पद भी रिक्त हैं।
अधूरे पड़े हैं 33 स्कूल भवन, कहीं फर्नीचर नहीं
जिले में स्कूल भवनों की हालत भी खराब चल रही है। कहीं स्कूल भवन अधूरे पड़े हैं तो कहीं फर्नीचर की कमी चल रही है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक विदिशा जिले के लिए स्वीकृत 33 नए स्कूल भवनों में अभी काम चल रहा है। ये स्कूल भवन अभी अधूरे पड़े हुए हैं। इसी प्रकार 9 स्कूल भवनों का काम पूरा हो चुका है। विदिशा, नटेरन, शमशाबाद, लटेरी, सिरोंज, ग्यारसपुर, गंजबासौदा, पठारी, गुलाबगंज, कुरवाई सहित कई तहसीलों में ऐसे स्कूल भवन भी हैं जहां बारिश के सीजन में पानी का भराव होता है। गर्मी की छुट्टी के बाद स्कूल खुलने वाले हैं। ऐसे में बच्चों को तमाम असुविधाओं से रूबरू होना पड़ेगा।
जल्द पूरी की जाएगी शिक्षकों की कमी