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"प्रोफाइल अपडेशन व मैपिंग में लेटलतीफ स्कूलों की मान्यता समाप्ति के प्रस्ताव दें'

सभी प्राचार्य अपने-अपने संकुल के शासकीय एवं प्राइवेट स्कूलों का प्रोफाइल अपडेशन, मैपिंग का काम जल्दी से शतप्रतिशत पूर्ण कराएं। यह काम जिले में अब तक 85 प्रतिशत हो पाया है।
हालांकि शासकीय स्कूलों का यह काम 98 फीसदी तक हो गया, लेकिन प्राइवेट स्कूलों द्वारा धीमी गति से काम करने के कारण जिले का अौसत कम दिख रहा है। लिहाजा संबंधित संकुल प्राचार्य ऐसे प्राइवेट स्कूलों के नाम बनाकर प्रस्ताव भेजें, जिनका काम जिले के औसत से कम है। जिससे उनकी मान्यता समाप्ति, एनओसी निरस्त करने की कार्रवाई की जा सके।

यह निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी संतोष शर्मा ने मंगलवार को डीईओ ऑफिस में प्राचार्यों की बैठक में दिए। उन्होंने यह भी कहा कि 16 अगस्त से स्कूलों में शिक्षकों एवं कर्मचारियों की उपस्थिति सिर्फ ई-अटेंडेंस के माध्यम से ही मान्य होगी। इसी के आधार पर वेतन आहरण होगा। लिहाजा इसे सबको बताएं एवं लागू कराएं। उन्होंने कहा कि सीएम हेल्पलाइन में एल-1 पर ही शिकायतों का निराकरण प्रमुखता से किया जाए। यदि कोई शिकायत समय-सीमा निकलने के बाद एल-2 पर आती है तो अर्थदंड लगाया जाएगा। अब तक 10 लोगों पर यह कार्रवाई की जा चुकी है। पुस्तक वितरण का काम शतप्रतिशत करके इसकी एंट्री पोर्टल पर दो दिन में दर्ज करें। यदि निरीक्षण के दौरान कहीं भी शिकायत पाई गई तो संबंधित प्राचार्य के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कक्षा-1 से लेकर 9वीं तक के लिए ब्रिज कोर्स का संचालन निर्धारित नियमों के तहत किया जाए। साथ ही समय-सीमा में दक्षता उन्नयन का काम पूरा हो। जिससे प्रत्येक विद्यार्थी की दक्षता का उन्नयन हो सके। शैक्षणिक कैलेंडर का पालन पूरी ईमानदारी से किया जाए। बाल सभाएं नियमित रूप से लगें और उनका रिकॉर्ड तैयार किया जाए। अपने स्टाफ रजिस्टर को अपडेट करके कार्यालय में जमा करें। अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति में यदि कहीं कोई गलती है तो कारण सहित भेजें, जिससे वह दूर की जा सके। भर्ती प्रक्रिया पूरी ईमानदारी के साथ करें।

भास्कर संवाददाता | सागर

सभी प्राचार्य अपने-अपने संकुल के शासकीय एवं प्राइवेट स्कूलों का प्रोफाइल अपडेशन, मैपिंग का काम जल्दी से शतप्रतिशत पूर्ण कराएं। यह काम जिले में अब तक 85 प्रतिशत हो पाया है। हालांकि शासकीय स्कूलों का यह काम 98 फीसदी तक हो गया, लेकिन प्राइवेट स्कूलों द्वारा धीमी गति से काम करने के कारण जिले का अौसत कम दिख रहा है। लिहाजा संबंधित संकुल प्राचार्य ऐसे प्राइवेट स्कूलों के नाम बनाकर प्रस्ताव भेजें, जिनका काम जिले के औसत से कम है। जिससे उनकी मान्यता समाप्ति, एनओसी निरस्त करने की कार्रवाई की जा सके।

यह निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी संतोष शर्मा ने मंगलवार को डीईओ ऑफिस में प्राचार्यों की बैठक में दिए। उन्होंने यह भी कहा कि 16 अगस्त से स्कूलों में शिक्षकों एवं कर्मचारियों की उपस्थिति सिर्फ ई-अटेंडेंस के माध्यम से ही मान्य होगी। इसी के आधार पर वेतन आहरण होगा। लिहाजा इसे सबको बताएं एवं लागू कराएं। उन्होंने कहा कि सीएम हेल्पलाइन में एल-1 पर ही शिकायतों का निराकरण प्रमुखता से किया जाए। यदि कोई शिकायत समय-सीमा निकलने के बाद एल-2 पर आती है तो अर्थदंड लगाया जाएगा। अब तक 10 लोगों पर यह कार्रवाई की जा चुकी है। पुस्तक वितरण का काम शतप्रतिशत करके इसकी एंट्री पोर्टल पर दो दिन में दर्ज करें। यदि निरीक्षण के दौरान कहीं भी शिकायत पाई गई तो संबंधित प्राचार्य के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कक्षा-1 से लेकर 9वीं तक के लिए ब्रिज कोर्स का संचालन निर्धारित नियमों के तहत किया जाए। साथ ही समय-सीमा में दक्षता उन्नयन का काम पूरा हो। जिससे प्रत्येक विद्यार्थी की दक्षता का उन्नयन हो सके। शैक्षणिक कैलेंडर का पालन पूरी ईमानदारी से किया जाए। बाल सभाएं नियमित रूप से लगें और उनका रिकॉर्ड तैयार किया जाए। अपने स्टाफ रजिस्टर को अपडेट करके कार्यालय में जमा करें। अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति में यदि कहीं कोई गलती है तो कारण सहित भेजें, जिससे वह दूर की जा सके। भर्ती प्रक्रिया पूरी ईमानदारी के साथ करें।

भास्कर संवाददाता | सागर

सभी प्राचार्य अपने-अपने संकुल के शासकीय एवं प्राइवेट स्कूलों का प्रोफाइल अपडेशन, मैपिंग का काम जल्दी से शतप्रतिशत पूर्ण कराएं। यह काम जिले में अब तक 85 प्रतिशत हो पाया है। हालांकि शासकीय स्कूलों का यह काम 98 फीसदी तक हो गया, लेकिन प्राइवेट स्कूलों द्वारा धीमी गति से काम करने के कारण जिले का अौसत कम दिख रहा है। लिहाजा संबंधित संकुल प्राचार्य ऐसे प्राइवेट स्कूलों के नाम बनाकर प्रस्ताव भेजें, जिनका काम जिले के औसत से कम है। जिससे उनकी मान्यता समाप्ति, एनओसी निरस्त करने की कार्रवाई की जा सके।

यह निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी संतोष शर्मा ने मंगलवार को डीईओ ऑफिस में प्राचार्यों की बैठक में दिए। उन्होंने यह भी कहा कि 16 अगस्त से स्कूलों में शिक्षकों एवं कर्मचारियों की उपस्थिति सिर्फ ई-अटेंडेंस के माध्यम से ही मान्य होगी। इसी के आधार पर वेतन आहरण होगा। लिहाजा इसे सबको बताएं एवं लागू कराएं। उन्होंने कहा कि सीएम हेल्पलाइन में एल-1 पर ही शिकायतों का निराकरण प्रमुखता से किया जाए। यदि कोई शिकायत समय-सीमा निकलने के बाद एल-2 पर आती है तो अर्थदंड लगाया जाएगा। अब तक 10 लोगों पर यह कार्रवाई की जा चुकी है। पुस्तक वितरण का काम शतप्रतिशत करके इसकी एंट्री पोर्टल पर दो दिन में दर्ज करें। यदि निरीक्षण के दौरान कहीं भी शिकायत पाई गई तो संबंधित प्राचार्य के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कक्षा-1 से लेकर 9वीं तक के लिए ब्रिज कोर्स का संचालन निर्धारित नियमों के तहत किया जाए। साथ ही समय-सीमा में दक्षता उन्नयन का काम पूरा हो। जिससे प्रत्येक विद्यार्थी की दक्षता का उन्नयन हो सके। शैक्षणिक कैलेंडर का पालन पूरी ईमानदारी से किया जाए। बाल सभाएं नियमित रूप से लगें और उनका रिकॉर्ड तैयार किया जाए। अपने स्टाफ रजिस्टर को अपडेट करके कार्यालय में जमा करें। अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति में यदि कहीं कोई गलती है तो कारण सहित भेजें, जिससे वह दूर की जा सके। भर्ती प्रक्रिया पूरी ईमानदारी के साथ करें।

संबल योजना के

हितग्राहियों का

पैसा लौटाएं

डीईओ संतोष शर्मा ने निर्देश दिए हैं कि जिन हितग्राहियों का संबल योजना में पंजीयन हो गया है, उनके विद्यार्थियों से किसी भी तरह की फीस आदि नहीं ली जाए। यदि पूर्व में फीस ले ली है तो वह चेक के माध्यम से तुरंत वापस करें और पावती सुरक्षित रखें। यदि इसके बाद भी किसी ने फीस लेने या वापस नहीं करने का काम किया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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