सीहोर। जिस तरह स्कूली
बच्चों के लिए ड्रेस कोड अनिवार्य रहता है ठीक उसी तरह उन्हें पढ़ाने वाले
शिक्षकों के लिए भी सरकार स्कूलों में ड्रेस कोड तय किया जा रहा है।
अब
जल्द ही शासकीय विद्यालयों में विद्यार्थियों के साथ शिक्षक भी ड्रेस कोड
में नजर आएंगे। चेस पर लगी नेम प्लेट बताएगी यह राष्ट्र निर्माता है। ड्रेस
कोड लागू होने से अब सहज ही पता लग जाएगा की संबंधित व्यक्ति शिक्षक है।
इसके साथ ही नेम प्लेट स्वयं शिक्षक की परिभाषा बताएगी। जल्द ही अगले
शिक्षा सत्र से जिले के स्कूलों में शिक्षक ड्रेस में नजर आएंगे।
एक अप्रैल से पहना होगी ड्रेस
एक अप्रैल से सीहोर जिले के दो हजार 227 स्कूलों में शिक्षक शिक्षिकाएं नए ड्रेस कोड़ में नजर आएंगे। इससे स्कूल जाते ही यह पता चल जाएगा कि नेवी ब्लू कलर की जैकेट में शिक्षक और मेहरून कलर की जैकेट पहने महिला शिक्षिका हैं। इसके साथ ही चेस पर लगी नेम प्लेट पल लिखा राष्ट्रनिर्माता भी शिक्षकों की महानता को दर्शाएगा। ड्रेस कोड को लेकर शिक्षा विभाग ने सभी जिलों को आदेश जारी कर दिए हैं। एक अप्रैल से शुरू हो रहे नए शिक्षा सत्र से जिले के सभी दो हजार 227 स्कूलों में सभी शिक्षक और शिक्षिकाएं ड्रेस में नजर आएंगे।
एक अप्रैल से सीहोर जिले के दो हजार 227 स्कूलों में शिक्षक शिक्षिकाएं नए ड्रेस कोड़ में नजर आएंगे। इससे स्कूल जाते ही यह पता चल जाएगा कि नेवी ब्लू कलर की जैकेट में शिक्षक और मेहरून कलर की जैकेट पहने महिला शिक्षिका हैं। इसके साथ ही चेस पर लगी नेम प्लेट पल लिखा राष्ट्रनिर्माता भी शिक्षकों की महानता को दर्शाएगा। ड्रेस कोड को लेकर शिक्षा विभाग ने सभी जिलों को आदेश जारी कर दिए हैं। एक अप्रैल से शुरू हो रहे नए शिक्षा सत्र से जिले के सभी दो हजार 227 स्कूलों में सभी शिक्षक और शिक्षिकाएं ड्रेस में नजर आएंगे।
क्यों पड़ी ड्रेस की जरूरत
नया शिक्षा सत्र अप्रैल माह से शुरू किया जाना है। नई पीढ़ी में ज्ञान संचेतना, मूल्य चेतना, नैतिक संस्कार बोध तथा अदर्श बोध विद्यार्थियों में जागृत करना शिक्षकों का दायित्व में आता है। शिक्षक बच्चों का भविष्य संवारने, भावी पीढ़ी को एक जिम्मेदार नागरिक बनाने, समाज के लिए पथ प्रदर्शक और भविष्य निर्माता की भूमिका निभाता है। यही कारण है कि ड्रेस कोड के साथ नेम प्लेट पर राष्ट्र निमाता लिखा नजर आएगा। इस संबंध में शिक्षा विभाग के सांख्यिकी अधिकारी एचएस निमजे ने कहा कि ड्रेस कोड के लिए आदेश आ गए है, यह कब से लागू होना है, इस को लेकर दिशा निर्देश नहीं मिले है। तारीख मिलते ही व्यवस्था लागू की जाएगी।
नया शिक्षा सत्र अप्रैल माह से शुरू किया जाना है। नई पीढ़ी में ज्ञान संचेतना, मूल्य चेतना, नैतिक संस्कार बोध तथा अदर्श बोध विद्यार्थियों में जागृत करना शिक्षकों का दायित्व में आता है। शिक्षक बच्चों का भविष्य संवारने, भावी पीढ़ी को एक जिम्मेदार नागरिक बनाने, समाज के लिए पथ प्रदर्शक और भविष्य निर्माता की भूमिका निभाता है। यही कारण है कि ड्रेस कोड के साथ नेम प्लेट पर राष्ट्र निमाता लिखा नजर आएगा। इस संबंध में शिक्षा विभाग के सांख्यिकी अधिकारी एचएस निमजे ने कहा कि ड्रेस कोड के लिए आदेश आ गए है, यह कब से लागू होना है, इस को लेकर दिशा निर्देश नहीं मिले है। तारीख मिलते ही व्यवस्था लागू की जाएगी।