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शिक्षा व्यवस्था बेपटरी, ये हुई शिक्षकों की हालत

सागर. सरकारी स्कूलों में सेवाएं दे रहे अतिथि शिक्षकों की सेवाएं 28 फरवरी को खत्म कर दी गई हैं। इससे अब प्रायमरी और मिडिल स्कूलों की परीक्षाएं प्रभावित होंगी।
जिले में १०० से अधिक ऐसे स्कूल हैं जो अतिथि शिक्षकों के भरोसे चल रहे थे। संभाग पर नजर डालें तो १० हजार से अधिक अतिथियों के भरोसे स्कूलों में पढ़ाई कराई जा रही थी।


प्राथमिक और मिडिल स्कूलों की परीक्षा ७ मार्च से शुरू हो रही हैं। सत्र की समाप्ति पर भले ही स्कूलों की पढ़ाई पर असर न हो, लेकिन परीक्षा कराने में परेशानी बढ़ेगी। कक्षा ९वीं और ११वीं की परीक्षाओं का मूल्यांकन अतिथि शिक्षक कर रहे थे। संभाग में २०१७-२०१८ में शिक्षकों की कमी से कक्षाएं प्रभावित हुई हैं। १८ हजार ८४१ शिक्षकों की जरूरत होने के बावजूद १० हजार १४१ शिक्षकों की ही भर्ती की गई थी। रिक्त पदों की वजह से स्कूलों में पढ़ाई प्रभावित हुई। जानकारी के अनुसार संभाग के मॉडल और एक्सीलेंस स्कूल भी अतिथि शिक्षकों के भरोसे चलाए जा रहे हैं। यहां नियमित के साथ अतिथि शिक्षकों की भी कमी है।
नए सत्र में होगी मुश्किल
स्कूल शिक्षा विभाग के एक अप्रैल से सत्र 2018-19 प्रारंभ हो रहा है। इसके लिए अतिथियों को ऑनलाइन पद्धति से चुना जाएगा। यदि ऑनलाइन प्रक्रिया से सही समय पर शिक्षकों की भर्ती नहीं हुई तो पुन: पढ़ाई प्रभावित होगी। सत्र २०१७-२०१८ में ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से अतिथि शिक्षकों की भर्ती होनी थी लेकिन सत्र के चार माह बाद स्कूलों में शिक्षक पहुंच पाए थे।
ये है संभाग में अतिथि शिक्षकों की स्थिति
जिला आवश्यक्ता रखे गए शिक्षकों की संख्या
वर्ग-१ वर्ग-२ वर्ग-३ वर्ग-१ वर्ग-२ वर्ग-३
सागर ६४८ २४८५ २१९२ ५१८ २००४ ६२०
दमोह ४५६ २२२३ ४५१६ २२८ ४५२ ३८९
पन्ना ४०४ १३९७ ७१३ ४०४ १३९७ ७१३
छतरपुर १३६ ११७ १००४ १८५ ७९० ८९२
टीकमगढ़ २९५ ६७४ ५८१ २९५ ६७४ ५८१

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