जिले में कुल 675 मिडिल स्कूलों में सिर्फ 160 स्कूल ही ए ग्रेड के मापदंडों पर खरे उतर सके। शेष सभी स्कूलों में गुणवत्ता प्रभावित मिली।
प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में अर्द्धवार्षिक परीक्षा के स्थान पर अब प्रतिभा पर्व मनाया जाता है। इस प्रतिभा पर्व में शिक्षा विभाग के अतिरिक्त अन्य विभाग के अधिकारी और जनप्रतिनिधि स्कूलों की मॉनिटरिंग कर निर्धारित बिंदुओं के आधार पर स्कूल में शैक्षणिक एवं अन्य व्यवस्थाओं का मूल्यांकन करते हैं। इस प्रतिभा पर्व में हुए मूल्यांकन में जो हकीकत स्कूलों की सामने आई है वह चौकाने वाली है। पूरे जिले में मात्र 9.68 फीसदी प्राइमरी स्कूल ही ए ग्रेड में आए हैं। जिससे स्कूलों में शिक्षा और व्यवस्थाओं की पोल खुलती नजर आ रही है। परिणाम आने के बाद शिक्षा विभाग अब परिणामों की समीक्षा में जुट गया है।
10 प्रतिशत बच्चों में शिक्षा की दक्षता का स्तर ई ग्रेड में आया
सभी
ब्लाक में प्रतिभा पर्व में सामने आए परिणामों की समीक्षा की जा रही है।
इसके बाद परिणाम सुधारने के लिए विशेष पहल भी की जाएगी। इससे परिणाम सुधर
सकेंगे। वार्षिक परीक्षा में परिणाम बेहतर दिखेंगे।-अशोक श्रीवास्तव,
डीपीसी सीहोर इन बिंदुओं की जांच
स्कूलों में शैक्षणिक स्तर और प्रगति का मूल्यांकन, शैक्षणिक व्यवस्थाओं के प्रति समाज को जागृत करना, चिन्हित कमजोर बच्चों के लिए सुधार कार्यक्रम तैयार करना, शिक्षा के प्रति शिक्षकों, प्रशासनिक अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी सुनिश्चित करना।
ऐसे होता है स्कूलों की ग्रेड का निर्धारण
ए ग्रेड के लिए 80 फीसदी से अधिक अंक, बी ग्रेड के लिए 60 से 79 फीसदी, सी ग्रेड के लिए 45 से 59 फीसदी अंक, डी ग्रेड के लिए 33 से 44 फीसदी अंक और ई ग्रेड 33 फीसदी से कम अंक वाले स्कूलों को दिया जाता है।
माध्यमिक कक्षाओं की चल रही परीक्षा, प्रायमरी की 15 से
अभी मिडिल स्कूल की परीक्षा तो चल रही है, लेकिन प्राइमरी स्कूल की परीक्षा 15 मार्च से शुरु हो जाएगी। जिले में कुल जिले में 14 प्राइमरी और 8 मिडिल स्कूल डी ग्रेड में आए हैं। ई ग्रेड में भी स्कूलों की संख्या तो और अधिक है। जिले में 109 प्राइमरी और 3 मिडिल स्कूल ई ग्रेड में शामिल हैं। लगातार शिक्षकों की हड़ताल व अब परीक्षाओं के कारण भी पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
प्राइमरी में बच्चों की शैक्षणिक स्तर भी चिंताजनक
राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे में बच्चों का शैक्षणिक स्तर चिंताजनक बताया था, लेकिन प्रतिभा पर्व के परिणाम भी संतोषजनक नहीं आए। प्रतिभा पर्व में प्राइमरी स्कूल के बच्चों के रिजल्ट की समीक्षा कर ली गई है। इस रिजल्ट पर नजर डालें तो जिले में प्राइमरी स्कूल के कुल 63 हजार 242 बच्चे प्रतिभा पर्व में शामिल हुए थे। इनमें 21.67 फीसदी बच्चों ने ही ए ग्रेड प्राप्त की है।