निवास। नइदुनिया न्यूज अतिथि शिक्षकों को पिछले सत्र के अप्रैल
माह का वेतन अब तक नहीं मिला है। जिसके कारण उन्हें आर्थिक तंगी का सामना
करना पड़ रहा है।
विकासखंड शिक्षा अधिकारी द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। कई अतिथि शिक्षकों ने बताया कि वेतन न होने के कारण उन्हें परिवार चलाने में परेशानी हो रही है।
जानकारी के अनुसार क्षेत्र में कुछ अतिथियों का वेतन भुगतान कर दिया गया है। जबकि कुछ का नहीं किया गया। नियमित शिक्षकों की ड्यूटी 10वीं और 12वीं की परीक्षा कापी जांचने में लगी हुई थी। जिसके कारण अतिथियों ने ही मंडला से पेपर लाकर 9 वीं और 11वीं की परीक्षाएं कराने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।
बीईओ द्वारा 2 माह का समय बीत जाने के बाद भी अतिथियों के वेतन की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जब भी अतिथि शिक्षक इनसे वेतन के लिए बात करते है तो उनको गोल मोल जबाब दे दिया जाता है या आश्वान देकर शांत कर दिया जाता है। विकास खंड शिक्षा अधिकारी कार्यलय में पदस्थ लेखापाल ने बताया कि कुछ संकुल का नहीं हो पाया है और कुछ का 15 दिनों का हो गया है। हमारे पास निर्देश नहीं आये है जिसके कारण 15 दिनों का वेतन दिया गया है।
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वेतन पत्रक संकुल प्रचार्य द्वारा भेजा जाता है। हमारे सिर्फ बिल लगाते हैं। जितने दिनों का वेतन पत्रक आया होगा उतना भुगतान हुआ होगा।
-आनंद जैन, बीईओ निवास।
हमारे द्वारा अप्रैल माह का वेतन पत्रक सभी अतिथि शिक्षकों का बीडीओ निवास कार्यालय में भेज दिया गया है।
-शोभा अय्यर, संकुल प्राचार्य अमगवां।
विकासखंड शिक्षा अधिकारी द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। कई अतिथि शिक्षकों ने बताया कि वेतन न होने के कारण उन्हें परिवार चलाने में परेशानी हो रही है।
जानकारी के अनुसार क्षेत्र में कुछ अतिथियों का वेतन भुगतान कर दिया गया है। जबकि कुछ का नहीं किया गया। नियमित शिक्षकों की ड्यूटी 10वीं और 12वीं की परीक्षा कापी जांचने में लगी हुई थी। जिसके कारण अतिथियों ने ही मंडला से पेपर लाकर 9 वीं और 11वीं की परीक्षाएं कराने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।
बीईओ द्वारा 2 माह का समय बीत जाने के बाद भी अतिथियों के वेतन की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जब भी अतिथि शिक्षक इनसे वेतन के लिए बात करते है तो उनको गोल मोल जबाब दे दिया जाता है या आश्वान देकर शांत कर दिया जाता है। विकास खंड शिक्षा अधिकारी कार्यलय में पदस्थ लेखापाल ने बताया कि कुछ संकुल का नहीं हो पाया है और कुछ का 15 दिनों का हो गया है। हमारे पास निर्देश नहीं आये है जिसके कारण 15 दिनों का वेतन दिया गया है।
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वेतन पत्रक संकुल प्रचार्य द्वारा भेजा जाता है। हमारे सिर्फ बिल लगाते हैं। जितने दिनों का वेतन पत्रक आया होगा उतना भुगतान हुआ होगा।
-आनंद जैन, बीईओ निवास।
हमारे द्वारा अप्रैल माह का वेतन पत्रक सभी अतिथि शिक्षकों का बीडीओ निवास कार्यालय में भेज दिया गया है।
-शोभा अय्यर, संकुल प्राचार्य अमगवां।