बैतूल। शराब के नशे में टल्ली होकर गुरुजी स्कूल पहुंचे, तो पूरा स्कूल सिर पर उठा लिए और बेवजह मासूम छात्र-छात्राओं पर डंडे बरसाने लगे, जिसमें कई बच्चों के शरीर पर पिटाई के निशान तक उभर आए। ये मामला भैसदेही तहसील के कौड़ी गांव के सरकारी प्राइमरी स्कूल का है।
जहां शिक्षक विजय सोनी पदस्थ हैं और बच्चों की पिटाई के बाद से ही फरार है।
इन बच्चों के पलकों ने भैसदेही थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पालकों का आरोप है की टीचर शराब के नशे में स्कूल आता है। पुलिस ने आरोपी टीचर के खिलाफ मामला दर्जकर बच्चों का मेडिकल कराया। घटना के बाद से ही शिक्षक फरार है। पांचवी में पढ़ने वाले छात्र ने कहा कि टीचर विजय सोनी रोज दारु पीकर आता है, जो हमें और दूसरे छात्रों को मारता है, वहीं छात्रा का कहना है कि हम लोग पढ़ रहे थे, अचानक से आया और हमें मारने लगा, तो हम रोने लगे तो और मारने लगा जबकि मैंने कुछ भी नहीं किया था।
कौड़ी गांव के सरकारी प्राइमरी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को गुरूवार के दिन स्कूल के टीचर विजय सोनी ने डंडे से बड़ी बेरहमी से पीटा। ये बच्चे जब घर गए, तो उन्होंनेने अपने माता-पिता को बताया और शुक्रवार को उनके पालक इन बच्चों को भैसदेही थाने लेकर आये और टीचर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। बच्चों के शरीर पर चोटों के निशान देखकर पुलिस ने तीन छात्राओं और चार छात्रों का मेडिकल कराकर आरोपी टीचर विजय सोनी के खिलाफ मारपीट और बालकों के संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है। बच्चों के शरीर पर डंडे से आये चोट के निशान की पुष्टि डॉक्टर ने भी कर दी है।
भैसदेही थाना प्रभारी विनय सिंह का कहना है कि कुछ ग्रामीण अपने बच्चों को लेकर आये थे और उनके शरीर पर चोट के निशान थे। आरोपी शिक्षक विजय सोनी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। वहीं सरकारी अस्पताल भैसदेही के डॉक्टर अरुण अटल का कहना है कि बच्चों को डंडे और हाथ से पीटा गया है, जिसके निशान मौजूद हैं।
एक ओर सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं लागू कर रही है और बच्चों के साथ नरमी से पेश आने के निर्देश दे रही है, तो वहीं दूसरी ओर ऐसे टीचर शिक्षा के मंदिर को बदनाम कर रहे हैं। कौड़ी के इस स्कूल में पदस्थ टीचर पर आरोप है कि स्कूल में पढ़ाने की बजाय खुद शराब के नशे में धुत रहता है और ऐसी हालत में बच्चों को पीटता है। जिससे बच्चे स्कूल जाने से डरने लगे हैं। मामला शिक्षा विभाग के पास भी पहुंच गया है और अब टीचर के खिलाफ कार्रवाई की बात की जा रही है। बीईओ भैसदेही जीसी सिंह का कहना है कि मुझे सूचना मिली थी, मैंने अस्पताल में देखा कि बच्चों को मारा तो है दो दिन के अंदर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
जहां शिक्षक विजय सोनी पदस्थ हैं और बच्चों की पिटाई के बाद से ही फरार है।
इन बच्चों के पलकों ने भैसदेही थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पालकों का आरोप है की टीचर शराब के नशे में स्कूल आता है। पुलिस ने आरोपी टीचर के खिलाफ मामला दर्जकर बच्चों का मेडिकल कराया। घटना के बाद से ही शिक्षक फरार है। पांचवी में पढ़ने वाले छात्र ने कहा कि टीचर विजय सोनी रोज दारु पीकर आता है, जो हमें और दूसरे छात्रों को मारता है, वहीं छात्रा का कहना है कि हम लोग पढ़ रहे थे, अचानक से आया और हमें मारने लगा, तो हम रोने लगे तो और मारने लगा जबकि मैंने कुछ भी नहीं किया था।
कौड़ी गांव के सरकारी प्राइमरी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को गुरूवार के दिन स्कूल के टीचर विजय सोनी ने डंडे से बड़ी बेरहमी से पीटा। ये बच्चे जब घर गए, तो उन्होंनेने अपने माता-पिता को बताया और शुक्रवार को उनके पालक इन बच्चों को भैसदेही थाने लेकर आये और टीचर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। बच्चों के शरीर पर चोटों के निशान देखकर पुलिस ने तीन छात्राओं और चार छात्रों का मेडिकल कराकर आरोपी टीचर विजय सोनी के खिलाफ मारपीट और बालकों के संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है। बच्चों के शरीर पर डंडे से आये चोट के निशान की पुष्टि डॉक्टर ने भी कर दी है।
भैसदेही थाना प्रभारी विनय सिंह का कहना है कि कुछ ग्रामीण अपने बच्चों को लेकर आये थे और उनके शरीर पर चोट के निशान थे। आरोपी शिक्षक विजय सोनी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। वहीं सरकारी अस्पताल भैसदेही के डॉक्टर अरुण अटल का कहना है कि बच्चों को डंडे और हाथ से पीटा गया है, जिसके निशान मौजूद हैं।
एक ओर सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं लागू कर रही है और बच्चों के साथ नरमी से पेश आने के निर्देश दे रही है, तो वहीं दूसरी ओर ऐसे टीचर शिक्षा के मंदिर को बदनाम कर रहे हैं। कौड़ी के इस स्कूल में पदस्थ टीचर पर आरोप है कि स्कूल में पढ़ाने की बजाय खुद शराब के नशे में धुत रहता है और ऐसी हालत में बच्चों को पीटता है। जिससे बच्चे स्कूल जाने से डरने लगे हैं। मामला शिक्षा विभाग के पास भी पहुंच गया है और अब टीचर के खिलाफ कार्रवाई की बात की जा रही है। बीईओ भैसदेही जीसी सिंह का कहना है कि मुझे सूचना मिली थी, मैंने अस्पताल में देखा कि बच्चों को मारा तो है दो दिन के अंदर कठोर कार्रवाई की जाएगी।