भास्कर संवाददाता | खरगोन विशेष अनुमति लेकर 8वीं की परीक्षा देने की तैयारी करने वाले लोनारा के तीन बच्चों को परीक्षा से ठीक एक दिन पहले निराशा मिली। राज्य शिक्षा केंद्र ने अपने 15 मार्च के उस आदेश को रद्द कर दिया, जिसमें इन बच्चों को परीक्षा देने को कहा गया था। शुक्रवार को दिनभर इन बच्चों के पालक शिक्षा विभाग व जिला प्रशासन के चक्कर लगाते रहे।
7 साल की कृष्णा पिता अखिलेश गुप्ता, आरती पिता लखन पटेल और अनुराग पिता संतोष पटेल निवासी लोनारा को विशेष अनुमति के तहत राज्य शिक्षा केंद्र ने 25 मार्च को शुरू हो रही 8वीं परीक्षा देने की अनुमति दी थी। लेकिन जिला शिक्षा केंद्र ने उन्हें परीक्षा संबंधी कोई आदेश नहीं मिले। इसके बाद परेशान पालक शुक्रवार को डीईओ पहुंचे। यहां उन्हें जानकारी मिली की आरएसके ने अनुमति रद्द कर दी है। आदेश भी परीक्षा से एक दिन पहले ही आया। डीईओ सीएस टैगोर ने बताया कक्षा 5वीं के बाद कक्षा 8वीं के लिए न्यूनतम दो साल का अंतराल होना चाहिए। आरटीई के प्रावधानों के तहत न्यूनतम उम्र 14 साल होनी चाहिए। लेकिन बच्चे इन मापदंडों पर खरे नहीं उतरे। इसलिए नियमानुसार परीक्षा की अनुमति रद्द कर दी गई है।
बच्ची के मनोबल पर पड़ेगा असर: पिता
अखिलेश गुप्ता ने बताया कम उम्र के बावजूद कृष्णा ने कक्षा 5वीं में 77 फीसदी अंक हासिल किए थे। राज्य शिक्षा केंद्र के अफसरों ने भी प्रतिभा को सराहा था। सालभर से कक्षा 8वीं की परीक्षा की तैयारी कर रही थी। अब एक दिन पहले बताया जा रहा है कि परीक्षा नहीं दे सकते। इससे उसके मनोबल पर विपरित असर पड़ेगा।
7 साल की कृष्णा पिता अखिलेश गुप्ता, आरती पिता लखन पटेल और अनुराग पिता संतोष पटेल निवासी लोनारा को विशेष अनुमति के तहत राज्य शिक्षा केंद्र ने 25 मार्च को शुरू हो रही 8वीं परीक्षा देने की अनुमति दी थी। लेकिन जिला शिक्षा केंद्र ने उन्हें परीक्षा संबंधी कोई आदेश नहीं मिले। इसके बाद परेशान पालक शुक्रवार को डीईओ पहुंचे। यहां उन्हें जानकारी मिली की आरएसके ने अनुमति रद्द कर दी है। आदेश भी परीक्षा से एक दिन पहले ही आया। डीईओ सीएस टैगोर ने बताया कक्षा 5वीं के बाद कक्षा 8वीं के लिए न्यूनतम दो साल का अंतराल होना चाहिए। आरटीई के प्रावधानों के तहत न्यूनतम उम्र 14 साल होनी चाहिए। लेकिन बच्चे इन मापदंडों पर खरे नहीं उतरे। इसलिए नियमानुसार परीक्षा की अनुमति रद्द कर दी गई है।
बच्ची के मनोबल पर पड़ेगा असर: पिता
अखिलेश गुप्ता ने बताया कम उम्र के बावजूद कृष्णा ने कक्षा 5वीं में 77 फीसदी अंक हासिल किए थे। राज्य शिक्षा केंद्र के अफसरों ने भी प्रतिभा को सराहा था। सालभर से कक्षा 8वीं की परीक्षा की तैयारी कर रही थी। अब एक दिन पहले बताया जा रहा है कि परीक्षा नहीं दे सकते। इससे उसके मनोबल पर विपरित असर पड़ेगा।