अतिथि शिक्षकों की प्रदेशव्यापी कलमबंदी का असर गुरुवार को आठवें दिन भी
जारी रहा। प्रदेश सरकार की निति से रुष्ट होकर अतिथि शिक्षकों ने अपनी
संस्थाओं में शिक्षण का बहिष्कार करते हुए उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
इस दौरान में तहसील के ग्राम मुंडली, रायपुरा, बघेरा, गोलवा, कनासिया एवं सुमराखेड़ा में जाकर अतिथि शिक्षकों को कलमबंदी की समझाइश देकर शाला बहिष्कार के लिए प्रेरित किया। संगठन ने सभी अतिथि शिक्षकों से सहयोग करने की अपील की है एवं इस माह की 15 फरवरी तक प्रदेश में व्यापक आंदोलन की स्थिति निर्मित हो सकती है। अभियान में देवेंद्र रावल, जगन्नाथ परमार, राम मालवीय, भारत मालवीय, जयराम व्यास एवं अन्य अतिथि शिक्षक उपस्थित थे। जानकारी रणजीतसिंह चौहान ने दी।
इस दौरान में तहसील के ग्राम मुंडली, रायपुरा, बघेरा, गोलवा, कनासिया एवं सुमराखेड़ा में जाकर अतिथि शिक्षकों को कलमबंदी की समझाइश देकर शाला बहिष्कार के लिए प्रेरित किया। संगठन ने सभी अतिथि शिक्षकों से सहयोग करने की अपील की है एवं इस माह की 15 फरवरी तक प्रदेश में व्यापक आंदोलन की स्थिति निर्मित हो सकती है। अभियान में देवेंद्र रावल, जगन्नाथ परमार, राम मालवीय, भारत मालवीय, जयराम व्यास एवं अन्य अतिथि शिक्षक उपस्थित थे। जानकारी रणजीतसिंह चौहान ने दी।