सेमरीहरचंद।
बाबई ब्लॉक की ग्राम पंचायत खारदा में बागरा तवा संकुल के अंर्तगत संचालित
शासकीय प्राथमिक शाला नयापुरा खारदा में पांच कक्षाओं में अध्यनरत 9 बच्चों
के लिए 2 शिक्षक पदस्थ हैं।
इसके उलट यहीं संचालित हाईस्कूल में 60 विद्यार्थियों की दर्ज संख्या पर एक भी शिक्षक की नियुक्ति नहीं होना शिक्षा की गुणवत्ता पर सवालिया निशान लगाता है। जानकारी अनुसार प्राथमिक शाला नयापुरा खारदा मेंं कक्षा पहली में तो एक भी छात्र दर्ज नहीं है।
लेकिन कक्षा 2 से 5 तक मात्र 9 छात्र-छात्राएं जो पास के ग्राम नयाखेड़ा से यहां पढने आते हैं उनके एक शिक्षक व एक शिक्षिका नियुक्त हैं जो सारे बच्चों को एक ही कक्ष में बैठाकर अध्ययन कराते हैं। इसी शासकीय प्राथमिक शाला से मात्र 200 मीटर की दूरी पर शासकीय प्राथमिक शाला नयाखेड़ा भी संचालित है जिसमें ग्राम के सभी बच्चे नियमित पढ़ाई कर रहे हैं। यहां एक ही गांव में दो शासकीय प्राथमिक शाला संचालित है जिसमें नयापुरा प्राथमिक शाला में कक्षा पहली में शून्य, कक्षा दूसरी में 2,तीसरी में 2,चौथी में 2 एवं कक्षा 5 में 3 विद्यार्थी अध्यनरत हैं।
मिडिल के शिक्षक पढ़ा रहे हाईस्कूल में
बागरा तवा संकुल में ही ग्राम पंचायत खारदा के अंतर्गत संचालित शासकीय प्राथमिक शाला खारदा में इसी वर्ष से हाई स्कूल प्रारंभ किया गया है लेकिन यहां स्थिति उलटी है। यहां कक्षा ९ में विद्यार्थियों की दर्ज संख्या 60 है लेकिन उन्हें पढ़ाने हेतु एक भी शिक्षक नियुक्त नहीं होने से माध्यमिक शाला के शिक्षक -शिक्षिका ही हाईस्कूल के छात्र-छात्राओं को पढ़ा रहे हैं।
निरीक्षण भी बेअसर
शिक्षा विभाग के अधिकारियों के सतत निरीक्षण के बाद भी आदिवासी ग्रामीण क्षेत्रों के शासकीय स्कूलों में विगत कई वर्षों से दर्ज संख्या नगण्य होने के बाद भी इन्हें अन्य संस्था में अभी तक मर्ज नहीं किया जाना एवं हाईस्कूल संचालन के बाद भी शिक्षकों की नियुक्ति नहीं किया जाना सरकार के शिक्षा के प्रति लापरवाही को दर्शाता है।
इसके उलट यहीं संचालित हाईस्कूल में 60 विद्यार्थियों की दर्ज संख्या पर एक भी शिक्षक की नियुक्ति नहीं होना शिक्षा की गुणवत्ता पर सवालिया निशान लगाता है। जानकारी अनुसार प्राथमिक शाला नयापुरा खारदा मेंं कक्षा पहली में तो एक भी छात्र दर्ज नहीं है।
लेकिन कक्षा 2 से 5 तक मात्र 9 छात्र-छात्राएं जो पास के ग्राम नयाखेड़ा से यहां पढने आते हैं उनके एक शिक्षक व एक शिक्षिका नियुक्त हैं जो सारे बच्चों को एक ही कक्ष में बैठाकर अध्ययन कराते हैं। इसी शासकीय प्राथमिक शाला से मात्र 200 मीटर की दूरी पर शासकीय प्राथमिक शाला नयाखेड़ा भी संचालित है जिसमें ग्राम के सभी बच्चे नियमित पढ़ाई कर रहे हैं। यहां एक ही गांव में दो शासकीय प्राथमिक शाला संचालित है जिसमें नयापुरा प्राथमिक शाला में कक्षा पहली में शून्य, कक्षा दूसरी में 2,तीसरी में 2,चौथी में 2 एवं कक्षा 5 में 3 विद्यार्थी अध्यनरत हैं।
मिडिल के शिक्षक पढ़ा रहे हाईस्कूल में
बागरा तवा संकुल में ही ग्राम पंचायत खारदा के अंतर्गत संचालित शासकीय प्राथमिक शाला खारदा में इसी वर्ष से हाई स्कूल प्रारंभ किया गया है लेकिन यहां स्थिति उलटी है। यहां कक्षा ९ में विद्यार्थियों की दर्ज संख्या 60 है लेकिन उन्हें पढ़ाने हेतु एक भी शिक्षक नियुक्त नहीं होने से माध्यमिक शाला के शिक्षक -शिक्षिका ही हाईस्कूल के छात्र-छात्राओं को पढ़ा रहे हैं।
निरीक्षण भी बेअसर
शिक्षा विभाग के अधिकारियों के सतत निरीक्षण के बाद भी आदिवासी ग्रामीण क्षेत्रों के शासकीय स्कूलों में विगत कई वर्षों से दर्ज संख्या नगण्य होने के बाद भी इन्हें अन्य संस्था में अभी तक मर्ज नहीं किया जाना एवं हाईस्कूल संचालन के बाद भी शिक्षकों की नियुक्ति नहीं किया जाना सरकार के शिक्षा के प्रति लापरवाही को दर्शाता है।