एम शिक्षा मित्र में स्कूल संबंधी अधिकांश जानकारी होगी। इससे शिक्षक सेलरी, मेडिकल लीव व सैलरी स्लिप भी देख सकते है। एम शिक्षा मित्र एप शिक्षकों को समय पर स्कूल पहुंचने के लिए पाबंद करेगा। इस एप से शिक्षकों की मॉनिटरिंग आसान हो जाएगी।
स्कूल शिक्षा विभाग ने एप का उपयोग न करने पर वेतन रोकने के दिए आदेश
भास्कर संवाददाता | हरदा
स्कूल शिक्षा विभाग ने ई-अटेंडेंस लगाने के लिए एम शिक्षामित्र एप लांच किया है। लेकिन करीब तीन माह बाद भी शिक्षक अपने एंड्रायड मोबाइल में एप को डाउन लोड करने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। जिले के 3170 में से मात्र 160 शिक्षकों ने यह एप डाउनलोड किया है। स्कूल शिक्षा विभाग ने एप डाउनलोड नहीं करने पर इस माह का वेतन रोकने के आदेश दिए हैं। इसकी मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी सहायक संचालक शिक्षा एलएल वर्मा को सौंपी है।
जिले में एम शिक्षा मित्र को लागू करने के लिए अब शिक्षा विभाग ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। एम शिक्षामित्र एप में शिक्षकों को न केवल ई-अटेंडेंस लगाने की सुविधा दी गई है, बल्कि इसमें ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराने, की गई शिकायत का स्टेटस जानने सहित अन्य सुविधाएं भी हैं। इसी एप से शिक्षक की अटेंडेंस भी लगेगी। लेकिन अटेंडेंस के लिए शिक्षक को स्कूल परिसर में होना अनिवार्य है।
वेतन रोकने के निर्देश मिले है
जिले के सभी शिक्षकों को एम शिक्षा मित्र एप का उपयोग करना है। इसके लिए इस माह से निर्देश है। जो शिक्षक एप का उपयोग नहीं करेगा, उसका नवंबर माह का वेतन रोकने की कार्रवाई की जाएगी। एलएल वर्मा, सहायक संचालक हरदा
विभाग सख्त
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स्कूल शिक्षा विभाग ने एप का उपयोग न करने पर वेतन रोकने के दिए आदेश
भास्कर संवाददाता | हरदा
स्कूल शिक्षा विभाग ने ई-अटेंडेंस लगाने के लिए एम शिक्षामित्र एप लांच किया है। लेकिन करीब तीन माह बाद भी शिक्षक अपने एंड्रायड मोबाइल में एप को डाउन लोड करने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। जिले के 3170 में से मात्र 160 शिक्षकों ने यह एप डाउनलोड किया है। स्कूल शिक्षा विभाग ने एप डाउनलोड नहीं करने पर इस माह का वेतन रोकने के आदेश दिए हैं। इसकी मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी सहायक संचालक शिक्षा एलएल वर्मा को सौंपी है।
जिले में एम शिक्षा मित्र को लागू करने के लिए अब शिक्षा विभाग ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। एम शिक्षामित्र एप में शिक्षकों को न केवल ई-अटेंडेंस लगाने की सुविधा दी गई है, बल्कि इसमें ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराने, की गई शिकायत का स्टेटस जानने सहित अन्य सुविधाएं भी हैं। इसी एप से शिक्षक की अटेंडेंस भी लगेगी। लेकिन अटेंडेंस के लिए शिक्षक को स्कूल परिसर में होना अनिवार्य है।
वेतन रोकने के निर्देश मिले है
जिले के सभी शिक्षकों को एम शिक्षा मित्र एप का उपयोग करना है। इसके लिए इस माह से निर्देश है। जो शिक्षक एप का उपयोग नहीं करेगा, उसका नवंबर माह का वेतन रोकने की कार्रवाई की जाएगी। एलएल वर्मा, सहायक संचालक हरदा
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