होशंगाबाद/इटारसी। मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपी-पीएससी) ने राज्य सेवा परीक्षा 2014 की अंक सूची जारी कर दी है। सूची के अनुसार होशंगाबाद के हाउसिंग बोर्ड निवासी सुरभि मीना को बड़ी सफलता हासिल हुई है। सुरभि का चयन उप पुलिस अधीक्षक(डीएसपी) पद के लिए हुआ है।
सुरभि ने बताया कि पति आशीष कुमार राय और परिवार का साथ मिला, तभी मैं यह सफलता प्राप्त कर पाई हूं। जवाहर नवोदय विद्यालय से स्कूल की शिक्षा प्राप्त करने के बाद सुरभि ने बीई की डिग्री प्राप्त की। वे 2013में राज्य सेवा परीक्षा उत्तीर्ण कर चुकी हैं जिसमें उनका चयन महिला सशक्तिकरण अधिकारी के पद हुआ था। वहीं वर्ष 2015 और 2016 की परीक्षा परिणाम आना अभी बाकी है।
surbhi
इसी प्रकार इटारसी के चामुंडा चौराहा निवासी अदिति भावसार का चयन भी डीएसपी पद के लिए हुआ है। अदिति की मां रानी भावसार और पिता राजकुमार इटारसी नगरपालिका के पूर्व पार्षद हैं। अदिति भोपाल स्थित मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी कॉलेज से एमटेक कर रही थी। एमटेक की पढ़ाई के दौरान ही अदिति का झुकाव एमपी-पीएससी की तरफ हुआ।
करीब आठ से दस घंटे प्रतिदिन की मेहनत के बाद जब वे एमपी-पीएससी की वर्ष 2013 में आयोजित परीक्षा में शामिल हुई तो वे महिला सशक्तिकरण अधिकारी पद के लिए चयनित हो गई लेकिन अदिति के मन में पुलिस विभाग में जाकर महिलाओं के लिए कुछ करने की इच्छा थी। अदिति ने 2014 में दोबारा परीक्षा दी और उनका सपना पूरा हो गया। उन्हें 1575 में से 107 अंक मिले हैं। ओबीसी महिला कोटे में उनका स्थान टॉप 10 में है। अदिति ने अपनी सफलता का श्रेय माता, पिता, दोनों भाइयों के साथ ही कोचिंग शिक्षक संजय जैन को दिया।
सुरभि ने बताया कि पति आशीष कुमार राय और परिवार का साथ मिला, तभी मैं यह सफलता प्राप्त कर पाई हूं। जवाहर नवोदय विद्यालय से स्कूल की शिक्षा प्राप्त करने के बाद सुरभि ने बीई की डिग्री प्राप्त की। वे 2013में राज्य सेवा परीक्षा उत्तीर्ण कर चुकी हैं जिसमें उनका चयन महिला सशक्तिकरण अधिकारी के पद हुआ था। वहीं वर्ष 2015 और 2016 की परीक्षा परिणाम आना अभी बाकी है।
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इसी प्रकार इटारसी के चामुंडा चौराहा निवासी अदिति भावसार का चयन भी डीएसपी पद के लिए हुआ है। अदिति की मां रानी भावसार और पिता राजकुमार इटारसी नगरपालिका के पूर्व पार्षद हैं। अदिति भोपाल स्थित मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी कॉलेज से एमटेक कर रही थी। एमटेक की पढ़ाई के दौरान ही अदिति का झुकाव एमपी-पीएससी की तरफ हुआ।
करीब आठ से दस घंटे प्रतिदिन की मेहनत के बाद जब वे एमपी-पीएससी की वर्ष 2013 में आयोजित परीक्षा में शामिल हुई तो वे महिला सशक्तिकरण अधिकारी पद के लिए चयनित हो गई लेकिन अदिति के मन में पुलिस विभाग में जाकर महिलाओं के लिए कुछ करने की इच्छा थी। अदिति ने 2014 में दोबारा परीक्षा दी और उनका सपना पूरा हो गया। उन्हें 1575 में से 107 अंक मिले हैं। ओबीसी महिला कोटे में उनका स्थान टॉप 10 में है। अदिति ने अपनी सफलता का श्रेय माता, पिता, दोनों भाइयों के साथ ही कोचिंग शिक्षक संजय जैन को दिया।