Recent

Recent News

21हाईस्कूलों को किया था अपग्रेड, 09 स्कूलों में नहीं शिक्षक

होशंगाबाद(ब्यूरो)। शासन द्वारा शिक्षा को बढ़ावा देने की बातें और घोषणाएं तो खूब ही जाती हैं। स्कूल भी बढ़ते जा रहे हैं। लेकिन स्कूलों में शिक्षकों का बेहद अभाव बना हुआ है। इस पर चिंता नहीं की जा रही है। इसी कारण अनेक गांवों में पढाई की व्यवस्था चरमरा रही है।
बीते शिक्षा सत्र 2015-16 के 11सत्र 2016-17 के 09 तथा राज्य मद के एक स्कूल इस प्रकार कुल 21 हाई स्कूलों को अपग्रेड किया गया था। इनमें से 11तथा 01स्कूल के लिए शिक्षकों के लिए पदों की स्वीकृति के आदेश तो हुए थे। लेकिन 09 स्कूलों में अभी तक कोई शिक्षक का पद स्वीकृत नहीं हो सके हैें। इन स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या तो बढी है लेकिन यहां पर शिक्षकों की व्यवस्था करने की चिंता विभाग के उच्च अधिकारियों के द्वारा नहीं की जा रही है। इन स्कूलों में जिन विद्यार्थियों को प्रवेश मिल चुका है। उन्हें पढ़ाने के लिए फिल्हाल में हाई स्कूल में परमानेंट शिक्षकों की व्यवस्था नहीं है। इनके अध्यापन के लिए काम चलाऊ व्यवस्था माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों से की जा रही है।
यहां हुए हेैं अपग्रेड स्कूल
जिले के 06 विकासखंडों में जहां पर हाई स्कूल की मांग की जा रही थी वहां पर स्कूूलों को अपगेड करते हुए हाई स्कूलों की स्वीकृति की गई है। जिनमें बाबई में ढोढई,सोहागपुर में खाडा देवरी, बनखेडी में महुआखेडा खुर्द,मछेरा कला, पिपरिया में गाराघाट, केसला में मरोड़ा, इसी के साथ सिवनी मालवा में झकलाय,बावरी गांव, रूपादेह को शामिल किया गया था। इन क्षेत्रों के स्कूलों को तो अपग्रेड कर दिया गया है। लेकिन यहां पर शिक्षकों की व्यवस्था की नहीं हो सकी है।
स्वीकृति के आदेश ही नहीं
शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिन 09 स्कूलों के अपग्रेड के आदेश हुए थे उनके यहां पर विद्यार्थियों को पढाने के लिए शिक्षकों की स्वीकृति के आदेश नहीं हुए हैं। पूर्व के 11 स्कूलों में जरूर अतिथि शिक्षक रखने के आदेश हुए थे । इस कारण वहां पर अतिथियों की व्यवस्था की जा रही है। लेकिन बाद के सत्र के लिए तो अतिथि शिक्षक रखने के आदेश भी नहीं हैं। इस कारण अतिथि भी नहीं रखे जा सकते हैं।
माध्यमिक के भरोशे
अपगे्रड हुए इन स्कूलों में शिक्षकों की कोई भर्ती शासन स्तर पर नहीं हो सही है। फिर इन स्कूलों में अध्यापन की काम चलाउᆬ व्यवस्था के लिए माध्यमिक स्कूल के शिक्षकों से ही काम लिया जा रहा है। शासन एक तरफ तो शिक्षा के स्तर को बढाने अध्यापन की चिंता करने की नौटंकी बहुत करता है लेकिन स्कूलों में शिक्षकों की कमी पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
11में हुई 09 बांकी हैं
जिले में अपग्रेड हुए 21स्कूलों में से 11में अतिथि शिक्षक रखने के आदेश हुए हैं। लेकिन शेष 09 में अभी कोई आदेश नहीं हैं। इस कारण वहां पर अध्यापन व्यवस्था उसी गांव के स्कूल के माध्यमिक स्कूल के शिक्षकों के ही सुपुर्द हैं। आने वाले समय में व्यवस्था होगी।
व्हीके तिवारी , रमशा प्रभारी
Sponsored link :
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC

Facebook

Comments

'; (function() { var dsq = document.createElement('script'); dsq.type = 'text/javascript'; dsq.async = true; dsq.src = '//' + disqus_shortname + '.disqus.com/embed.js'; (document.getElementsByTagName('head')[0] || document.getElementsByTagName('body')[0]).appendChild(dsq); })();