तेंदूखेड़ा अधिकारियों के अनदेखी से ब्लाॅक के स्कूलों की सरकारी भूमि का स्थानीय लोगों ने कब्जा कर सरकारी भूमि हड़प ली है। कमिश्नर एवं कलेक्टर के अतिक्रमण हटाने के आदेशों को भी अधिकारियों ने अनदेखा कर कचरे में फेक दिए हैं।
कमिश्नर एवं कलेक्टर ने साल भर पहले जबेरा एवं तेंदूखेड़ा ब्लाॅक के 32 सरकारी स्कूलों से अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए थे, लेकिन आज तक स्कूलों को अतिक्रमण मुक्त कराने की कार्रवाई शुरू नहीं की गई है। स्कूलों की जमीन पर स्थानीय प्रभावशाली लोगों द्वारा कब्जा कर मकान या निजी उपयोग कर रहे हैं।
स्कूल में पढ़ने बाले छात्र-छात्राओं को खेलकूद करने के लिए भी मैदान नही बचा है। ग्रामीणों लोगाें ने स्कूलों से अतिक्रमण हटाने के लिए एसडीएम एवं कलेक्टर की जनसुनवाई में भी आवेदन दिए हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके अलावा संचालक लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल ने 11 मार्च 2015 के आदेश पर कमिश्नर सागर ने 24 जून 2015 को अनुविभागीय अधिकारी एवं तहसीलदार को सूची संलग्न कर आदेश किए थे कि जिन शासकीय स्कूल परिसर की भूमि अतिक्रमण की स्थिति है उनका सीमांकन कराकर तत्काल अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई 15 दिवस के अंदर करें, लेकिन आज तक अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई नहीं की गई है। इसके अलावा 26 जून 2015 को कलेक्टर ने एसडीएम को आदेश दिए थे कि संबंधित तहसीलदार को निर्देशित कर सूची अनुसार स्कूलों को अतिक्रमण से मुक्त करने की त्वरित कार्रवाई की जाए, लेकिन कार्रवाई नहीं हई। साथ ही जनपद पंचायत की सामान्य सभा की बैठक 27 जुलाई 2016 को प्रस्ताव क्रमांक एवं निर्णय क्रमांक 3 में प्रस्ताव पारित कर कलेक्टर को पत्र लिखा था कि जनपद क्षेत्र के अनेक स्कूलों में कतिपय लोगों के द्वारा अतिक्रमण कर लिया गया है जिससे छात्र-छात्राओं की पढ़ाई बाधित होती है एवं खेलकूद के मैदान नहीं बचे हैं। इन सभी स्कूलों से अतिक्रमण हटाया जाए, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
तेंदूखेड़ा ब्लाॅक के जिन स्कूलों में लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है है उनमें प्राइमरी स्कूल हनुमत बागो, हाथीडोल, मिडिल कन्या स्कूल तेंदूखड़ा, मिडिल बालक स्कूलतेंदूखड़ा, प्राइमरी मिडिल स्कूल चौरई, प्राइमरी स्कूल भटरिया, बघा, नरगुवांमाल, बांसी, प्राइमरी कन्या स्कूल बांसी, पडरिया, करोदी, सुनवाही, बराघाट, दसोंदीमाल, पुतरीघाट, मिडिल स्कूल मोहरा, प्राइमरी स्कूल सेहरी, मिडिल स्कूल मझगुवां, प्राइमरी स्कूल बम्हौरीमाल, चोरखरिया, झमरा, मिडिल स्कूल पौड़ी, बम्होरीपांजी शामिल हैं। वहीं 5 स्कूल जवेरा के सूची में शामिल हैं।
जारी करेंगे आदेश
स्कूलों से अतिक्रमण हटाने के आदेश तहसीलदार को पहले ही दिए गए थे। जबेरा ब्लाॅक में अधिकांश स्कूलों का अतिक्रमण हटाया गया है। कन्या स्कूल जबेरा का अतिक्रमण हटाकर बाउन्ड्रीवाॅल बनवाई गई है। तेंदूखेड़ा कन्या स्कूल का विवाद भी सुलझाया है। मंगलवार को अतिक्रमण हटाने के आदेश फिर जारी कर देते हैं। - डॉ. सीपी पटेल, एसडीएम
पथरिया। बंद पड़ा लखेराहार का स्कूल।
तेंदूखेड़ा। प्राइमरी स्कूल के पास लोगों ने मकान बनाकर अतिक्रमण कर लिए हैं।
भास्कर संवाददाता | पथरिया
पथरिया जनपद क्षेत्र के अधिकांश स्कूल बस व ट्रेनों के समय पर संचालित हो रहे हैं। ज्यादातार शिक्षक दमोह, सागर से अपडाउन करते हैं। जो ट्रेन व बसों से स्कूल आते हैं। ऐसे में कोई स्कूल 11.30 बजे तो कोई स्कूल 12 बजे खुलता है। स्वतंत्रता दिवस के दूसरे दिन भी स्कूलों में सन्नाटा छाया रहा। वहीं बारिश का बहाना बनाकर भी शिक्षक स्कूल नहीं पहंुचते हैं। दरअसल पथरिया क्षेत्र में एसडीएम से लेकर समस्त कार्यालयों में अधिकारी कर्मचारी अपडाउन करते हैं जिससे शासकीय कार्यालय दोपहर 11.30 बजे तक खुलते हैं। यही हाल स्कूलों का है। जहां पर शिक्षक ट्रेन व बसों के समय पर स्कूल पहुंच रहे हैं। स्वतंत्रता दिवस के दूसरे दिन अधिकांश स्कूलों में दोपहर के बाद सन्नाटा छाया रहा तो वही कुछ स्कूलों में अधिकांश शिक्षक ही नहीं पहुंचे। पथरिया क्षेत्र में लखेरा हार स्कूल में दोपहर के बाद हमेशा की तरह सन्नाटा छाया रहता है। तो वही केवलारी जमुनिया कोडरमनी में दोपहर बाद बंद पाए गए। इस ग्रामीण हरिराम पटेल, ब्रजेश पटैल ने बताया कि ग्रामीण अंचलों में समूचे स्कूलों के यही हाल हैं। शिक्षक मनमर्जी से स्कूल आते हैं और मनमर्जी से बंद करके चले जाते हैं। इस संबंध में एसडीएम डॉ. एसके अहिरवार से संपर्क किया लेकिन उनका मोबाइल नहीं लगा।
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कमिश्नर एवं कलेक्टर ने साल भर पहले जबेरा एवं तेंदूखेड़ा ब्लाॅक के 32 सरकारी स्कूलों से अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए थे, लेकिन आज तक स्कूलों को अतिक्रमण मुक्त कराने की कार्रवाई शुरू नहीं की गई है। स्कूलों की जमीन पर स्थानीय प्रभावशाली लोगों द्वारा कब्जा कर मकान या निजी उपयोग कर रहे हैं।
स्कूल में पढ़ने बाले छात्र-छात्राओं को खेलकूद करने के लिए भी मैदान नही बचा है। ग्रामीणों लोगाें ने स्कूलों से अतिक्रमण हटाने के लिए एसडीएम एवं कलेक्टर की जनसुनवाई में भी आवेदन दिए हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके अलावा संचालक लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल ने 11 मार्च 2015 के आदेश पर कमिश्नर सागर ने 24 जून 2015 को अनुविभागीय अधिकारी एवं तहसीलदार को सूची संलग्न कर आदेश किए थे कि जिन शासकीय स्कूल परिसर की भूमि अतिक्रमण की स्थिति है उनका सीमांकन कराकर तत्काल अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई 15 दिवस के अंदर करें, लेकिन आज तक अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई नहीं की गई है। इसके अलावा 26 जून 2015 को कलेक्टर ने एसडीएम को आदेश दिए थे कि संबंधित तहसीलदार को निर्देशित कर सूची अनुसार स्कूलों को अतिक्रमण से मुक्त करने की त्वरित कार्रवाई की जाए, लेकिन कार्रवाई नहीं हई। साथ ही जनपद पंचायत की सामान्य सभा की बैठक 27 जुलाई 2016 को प्रस्ताव क्रमांक एवं निर्णय क्रमांक 3 में प्रस्ताव पारित कर कलेक्टर को पत्र लिखा था कि जनपद क्षेत्र के अनेक स्कूलों में कतिपय लोगों के द्वारा अतिक्रमण कर लिया गया है जिससे छात्र-छात्राओं की पढ़ाई बाधित होती है एवं खेलकूद के मैदान नहीं बचे हैं। इन सभी स्कूलों से अतिक्रमण हटाया जाए, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
तेंदूखेड़ा ब्लाॅक के जिन स्कूलों में लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है है उनमें प्राइमरी स्कूल हनुमत बागो, हाथीडोल, मिडिल कन्या स्कूल तेंदूखड़ा, मिडिल बालक स्कूलतेंदूखड़ा, प्राइमरी मिडिल स्कूल चौरई, प्राइमरी स्कूल भटरिया, बघा, नरगुवांमाल, बांसी, प्राइमरी कन्या स्कूल बांसी, पडरिया, करोदी, सुनवाही, बराघाट, दसोंदीमाल, पुतरीघाट, मिडिल स्कूल मोहरा, प्राइमरी स्कूल सेहरी, मिडिल स्कूल मझगुवां, प्राइमरी स्कूल बम्हौरीमाल, चोरखरिया, झमरा, मिडिल स्कूल पौड़ी, बम्होरीपांजी शामिल हैं। वहीं 5 स्कूल जवेरा के सूची में शामिल हैं।
जारी करेंगे आदेश
स्कूलों से अतिक्रमण हटाने के आदेश तहसीलदार को पहले ही दिए गए थे। जबेरा ब्लाॅक में अधिकांश स्कूलों का अतिक्रमण हटाया गया है। कन्या स्कूल जबेरा का अतिक्रमण हटाकर बाउन्ड्रीवाॅल बनवाई गई है। तेंदूखेड़ा कन्या स्कूल का विवाद भी सुलझाया है। मंगलवार को अतिक्रमण हटाने के आदेश फिर जारी कर देते हैं। - डॉ. सीपी पटेल, एसडीएम
पथरिया। बंद पड़ा लखेराहार का स्कूल।
तेंदूखेड़ा। प्राइमरी स्कूल के पास लोगों ने मकान बनाकर अतिक्रमण कर लिए हैं।
भास्कर संवाददाता | पथरिया
पथरिया जनपद क्षेत्र के अधिकांश स्कूल बस व ट्रेनों के समय पर संचालित हो रहे हैं। ज्यादातार शिक्षक दमोह, सागर से अपडाउन करते हैं। जो ट्रेन व बसों से स्कूल आते हैं। ऐसे में कोई स्कूल 11.30 बजे तो कोई स्कूल 12 बजे खुलता है। स्वतंत्रता दिवस के दूसरे दिन भी स्कूलों में सन्नाटा छाया रहा। वहीं बारिश का बहाना बनाकर भी शिक्षक स्कूल नहीं पहंुचते हैं। दरअसल पथरिया क्षेत्र में एसडीएम से लेकर समस्त कार्यालयों में अधिकारी कर्मचारी अपडाउन करते हैं जिससे शासकीय कार्यालय दोपहर 11.30 बजे तक खुलते हैं। यही हाल स्कूलों का है। जहां पर शिक्षक ट्रेन व बसों के समय पर स्कूल पहुंच रहे हैं। स्वतंत्रता दिवस के दूसरे दिन अधिकांश स्कूलों में दोपहर के बाद सन्नाटा छाया रहा तो वही कुछ स्कूलों में अधिकांश शिक्षक ही नहीं पहुंचे। पथरिया क्षेत्र में लखेरा हार स्कूल में दोपहर के बाद हमेशा की तरह सन्नाटा छाया रहता है। तो वही केवलारी जमुनिया कोडरमनी में दोपहर बाद बंद पाए गए। इस ग्रामीण हरिराम पटेल, ब्रजेश पटैल ने बताया कि ग्रामीण अंचलों में समूचे स्कूलों के यही हाल हैं। शिक्षक मनमर्जी से स्कूल आते हैं और मनमर्जी से बंद करके चले जाते हैं। इस संबंध में एसडीएम डॉ. एसके अहिरवार से संपर्क किया लेकिन उनका मोबाइल नहीं लगा।
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