भोपाल।मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले स्थित ITI में टीचर अपनी एक स्टूडेंट के साथ अश्लील हरकतें करता था। कई दिनों तक बर्दाश्त करने के बाद जब उस स्टूडेंट ने पब्लिकली विरोध किया तो उस टीचर ने स्टूडेंट को चांटा मार दिया। इसके बाद गुस्से ने आये बाकी स्टूडेंट्स ने उसकी पिटाई कर दी।
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। कैसे शुरू की टीचर ने छेड़खानी ...
पिछले डेढ़ साल से कर रहा था परेशान...
-आईटीआई में फोर्थ सेमेस्टर की स्टूडेंट को टेक्निकल डिपार्टमेंट में टीचर नारायण खत्री पिछले डेढ़ साल से परेशान कर रहा था।
-छात्रा की शिकायत के मुताबिक, वह कभी किस मांगते, तो कभी अकेले स्टोर रूम में मिलने को बुलाते थे।
-मंगलवार को छात्रा ने इस बारे में अपने पिता को शिकायत की। छात्रा ने पिता के मोबाइल से ही टीचर को कॉल किया। टीचर पहले तो यहां-वहां की बात करता रहा, फिर कहने लगा-'कब मिलोगी?'
-बुधवार को छात्रा इंस्टीट्यूट पहुंची और टीचर को फटकार लगा दी। इससे गुस्साए टीचर ने छात्रा को चांटा मार दिया।
-इस घटना की जानकारी जैसे ही बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के नेताओं को लगी, वे इंस्टीट्यूट जा पहुंचे।
-देखते ही देखते वहां हंगामा शुरू हो गया। आक्रोशित छात्रों ने टीचर की जमकर धुनाई कर डाली। इंस्टीट्यूट में भी तोड़फोड़ की।
-यह बात जब प्रिंसिपल एसके निगम के पास पहुंची, तो उन्होंने मामला रफा-दफा करने की कोशिश की। हालांकि आक्रोशित छात्रों के आगे उनकी एक न चली और पुलिस बुला ली गई।
-जब छात्रों ने टीचर को पीटा, तब वो कान पकड़कर माफी मांगता रहा, लेकिन बाद में मुकर गया।
-देहात टीआई देवेंद्र चंद्रवंशी ने खत्री को हिरासत में लिया और थाने लाए। एसआई कविता उइके को छात्राओं ने आपबीती बताई।
-खत्री के खिलाफ धारा 354, 354 डी, 294, 323 व एससी-एसटी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया है।
छात्रा को दी धमकी-
साथी ट्रेनर की पिटाई से आक्रोशित ट्रेनरों ने छात्रा पर ही दबाव बनाना शुरू कर दिया। उसे टीसी देकर संस्थान से बाहर निकालने की धमकी दे डाली। प्राचार्य एसके निगम पर भी पक्षपात करने का आरोप लगाया। यह खबर जैसे ही विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को लगी तो माहौल गर्म हो गया।
शिक्षक अश्लीलता का एक सप्ताह में दूसरा मामला
एक सप्ताह में यह दूसरा मामला है जब किसी शिक्षक पर अश्लीलता के आरोप लगे हैं। 6 अप्रैल को डोलरिया के वम्मन गांव में सहायक शिक्षक जयराम द्वारा तीसरी की छात्रा से गलत हरकत करने का मामला सामने आया था। जयराम छात्राओं के कपड़े उतारकर छेड़छाड़ करता था। वह अश्लील साहित्य भी पढ़ाता था। जयराम पॉस्को एक्ट के तहत फिलहाल न्यायिक हिरासत में जेल में है।
प्राचार्य के तेवर भी ढीले पड़े
ट्रेनर की पिटाई के बाद प्राचार्य एसके निगम के तेवर ठंडे पड़ गए। प्राचार्य पहले बात सुनने तैयार नहीं थे लेकिन विहिप और बजरंग दल को देख खत्री पर कार्रवाई की बात करने लगे। प्राचार्य का कहना था उनसे पहले किसी ने खत्री की शिकायत नहीं की थी। गुस्साए कार्यकर्ताओं ने आईटीआई का फर्नीचर और कूलर भी तोड़ डाला। बजरंग दल के नगर उपाध्यक्ष नितिन मेषकर ने बताया कार्यकर्ताओं ने किसी से मारपीट नहीं की। छात्रा ही गुस्से में थी। उसी ने भड़ास निकाली। अश्लीलता बर्दाश्त नहीं करेंगे।
मैंने अश्लीलता नहीं की है। छात्रा झूठ बोल रही है। बजरंग दल, विहिप के दर्जनों युवकों ने मुझे घेर लिया था। मैं अकेला था। इस वजह से डर गया। माफी नहीं मांगता तो वह मुझे मार डालते। नारायण खत्री, ट्रेनर वायरमैन आईटीआई
मामला गैर जमानती धाराओं का है। एसटी/एससी एक्ट में अग्रिम जमानत का प्रावधान नहीं है। मामला विशेष कोर्ट में चलेगा। जेल जाने पर ट्रेनर पर निलंबन की कार्रवाई हो सकती है। आनंद दुबे, अधिवक्ता
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। कैसे शुरू की टीचर ने छेड़खानी ...
पिछले डेढ़ साल से कर रहा था परेशान...
-आईटीआई में फोर्थ सेमेस्टर की स्टूडेंट को टेक्निकल डिपार्टमेंट में टीचर नारायण खत्री पिछले डेढ़ साल से परेशान कर रहा था।
-छात्रा की शिकायत के मुताबिक, वह कभी किस मांगते, तो कभी अकेले स्टोर रूम में मिलने को बुलाते थे।
-मंगलवार को छात्रा ने इस बारे में अपने पिता को शिकायत की। छात्रा ने पिता के मोबाइल से ही टीचर को कॉल किया। टीचर पहले तो यहां-वहां की बात करता रहा, फिर कहने लगा-'कब मिलोगी?'
-बुधवार को छात्रा इंस्टीट्यूट पहुंची और टीचर को फटकार लगा दी। इससे गुस्साए टीचर ने छात्रा को चांटा मार दिया।
-इस घटना की जानकारी जैसे ही बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के नेताओं को लगी, वे इंस्टीट्यूट जा पहुंचे।
-देखते ही देखते वहां हंगामा शुरू हो गया। आक्रोशित छात्रों ने टीचर की जमकर धुनाई कर डाली। इंस्टीट्यूट में भी तोड़फोड़ की।
-यह बात जब प्रिंसिपल एसके निगम के पास पहुंची, तो उन्होंने मामला रफा-दफा करने की कोशिश की। हालांकि आक्रोशित छात्रों के आगे उनकी एक न चली और पुलिस बुला ली गई।
-जब छात्रों ने टीचर को पीटा, तब वो कान पकड़कर माफी मांगता रहा, लेकिन बाद में मुकर गया।
-देहात टीआई देवेंद्र चंद्रवंशी ने खत्री को हिरासत में लिया और थाने लाए। एसआई कविता उइके को छात्राओं ने आपबीती बताई।
-खत्री के खिलाफ धारा 354, 354 डी, 294, 323 व एससी-एसटी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया है।
छात्रा को दी धमकी-
साथी ट्रेनर की पिटाई से आक्रोशित ट्रेनरों ने छात्रा पर ही दबाव बनाना शुरू कर दिया। उसे टीसी देकर संस्थान से बाहर निकालने की धमकी दे डाली। प्राचार्य एसके निगम पर भी पक्षपात करने का आरोप लगाया। यह खबर जैसे ही विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को लगी तो माहौल गर्म हो गया।
शिक्षक अश्लीलता का एक सप्ताह में दूसरा मामला
एक सप्ताह में यह दूसरा मामला है जब किसी शिक्षक पर अश्लीलता के आरोप लगे हैं। 6 अप्रैल को डोलरिया के वम्मन गांव में सहायक शिक्षक जयराम द्वारा तीसरी की छात्रा से गलत हरकत करने का मामला सामने आया था। जयराम छात्राओं के कपड़े उतारकर छेड़छाड़ करता था। वह अश्लील साहित्य भी पढ़ाता था। जयराम पॉस्को एक्ट के तहत फिलहाल न्यायिक हिरासत में जेल में है।
प्राचार्य के तेवर भी ढीले पड़े
ट्रेनर की पिटाई के बाद प्राचार्य एसके निगम के तेवर ठंडे पड़ गए। प्राचार्य पहले बात सुनने तैयार नहीं थे लेकिन विहिप और बजरंग दल को देख खत्री पर कार्रवाई की बात करने लगे। प्राचार्य का कहना था उनसे पहले किसी ने खत्री की शिकायत नहीं की थी। गुस्साए कार्यकर्ताओं ने आईटीआई का फर्नीचर और कूलर भी तोड़ डाला। बजरंग दल के नगर उपाध्यक्ष नितिन मेषकर ने बताया कार्यकर्ताओं ने किसी से मारपीट नहीं की। छात्रा ही गुस्से में थी। उसी ने भड़ास निकाली। अश्लीलता बर्दाश्त नहीं करेंगे।
मैंने अश्लीलता नहीं की है। छात्रा झूठ बोल रही है। बजरंग दल, विहिप के दर्जनों युवकों ने मुझे घेर लिया था। मैं अकेला था। इस वजह से डर गया। माफी नहीं मांगता तो वह मुझे मार डालते। नारायण खत्री, ट्रेनर वायरमैन आईटीआई
मामला गैर जमानती धाराओं का है। एसटी/एससी एक्ट में अग्रिम जमानत का प्रावधान नहीं है। मामला विशेष कोर्ट में चलेगा। जेल जाने पर ट्रेनर पर निलंबन की कार्रवाई हो सकती है। आनंद दुबे, अधिवक्ता
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC