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छह और विभागों में धधक रही है बगावत की चिंगारी , ये विभाग भी हैं बदहाल

भोपाल. बीयू के यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (यूआईटी) के छात्रों ने तो बदहाली के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, लेकिन बीयू के करीब छह विभाग और हैं जहां बगावत की चिंगारी सुलग रही है। ये सभी विभाग ऐेसे है, जहां न इंफ्रास्ट्रक्टचर है, न फैकल्टी है।

आरटीई में चार माह बाद भी नहीं हो पाया प्रवेश

मंदसौर। ब्यूरो स्कूल शिक्षा विभाग की लापरवाही के चलते चार माह बाद भी आरटीई (निशुल्क शिक्षा का अधिकार) के तहत प्रवेश नहीं हो पाया है। स्कूलों में प्रवेश की अंतिम तिथि 30 सितंबर में अब पांच दिन ही बचे हैं और अभी भी 3265 सीटों पर प्रवेश नहीं हो पाया है।

मांग पूरी नहीं होने पर अध्यापकों में आक्रोश

बालाघाट. अध्यापकों की समस्या व लंबित मांगों का मध्यप्रदेश शासन द्वारा निराकरण नहीं करने पर मध्यप्रदेश जिला अध्यापक संवर्ग समिति ने आक्रोश व्यक्त कर रविवार को नगर में तिरंगा रैली निकाली।

रैली अम्बेडकर चौक से प्रारंभ होकर हनुमान चौक पहुंची।

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MP के हजारों प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर एक साथ पड़े बीमार!

भोपाल। इन दिनों उच्च शिक्षा विभाग में पहुंचे प्रोफेसरों और असिस्टेंट प्रोफेसरों के हजारों आवेदनों ने जिम्मेदारों की नींद उड़ा दी है। दरअसल इन हजार से ज्यादा आवेदनों के मुताबिक मध्यप्रदेश के ज्यादातर प्रोफेसर्स और असिस्टेंट प्रोफेसर्स किसी न किसी बीमारी से जूझ रहे हैं।

बेरोजगारों के लिए खुशखबरी, शिक्षकों के 3050 पदों पर होगी भर्तियों

जयपुर/शिमला। बेरोजगारों के लिए खुशखबरी है कि हिमाचल में नौकरियों की बहार है। सरकारी स्कूलों में रिक्त चल रहे शिक्षकों के पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

अध्यापक पहुंचे ज्ञापन देने, जब कोई नहीं मिला तो जाम लगाया, ज्ञापन कलेक्टोरेट पर चिपकाया

मुरैना। मध्यप्रदेश अध्यापक संघ ने रविवार को शहर में तिरंगा यात्रा निकाली। यह तिरंगा यात्रा पूरे जिले से होकर शहर में आई थी। तिरंगा यात्रा में सभा के बाद जब सभी अध्यापक कलेक्टोरेट पर ज्ञापन सौंपने के लिए पहुंचे तो ज्ञापन लेने के लिए कोई भी प्रशासनिक अफसर नहीं आया।

शीघ्र ही संविदा शिक्षकों का संविलियन नहीं हुआ तो होगा आंदोलन

राजगढ़. तीन साल पूरे कर चुके संविदा शिक्षकों का संविलियन रूका पड़ा है। ऐसे में कई शिक्षक नियमित नहीं हो पा रहे है। कई बार अधिकारियों का ध्यान आकर्षित करने के बाद भी इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है।

सैंकडों अध्यापकों ने भरी हुंकार, मांगों को लेकर निकाली रैली, सौंपा ज्ञापन

होशंगाबाद(ब्यूरो)। प्रदेश सरकार अध्यापकों की मांगों पर आश्वासन तो कई बार दे चुकी है लेकिन मांगों की पूर्ति नहीं होने पर प्रदेश व्यापी आंदोलन के तहत रविवार को दोपहर के समय रामजी बाबा समाधि स्थल पर एकत्रित हुए उसके बाद सभी ने मिल कर विशाल रैली निकालकर कलेक्ट्रेट की ओर नारेबाजी करते हुए रवाना

तिरंगा रैली के जरिए अध्यापकों ने की आवाज बुलंद

बैतूल। नवदुनिया न्यूज अध्यापक संघर्ष समिति के तत्वावधान में रविवार को जिला मुख्यालय पर जिले भर से पहुंचे सैकड़ों शिक्षकों ने तिरंगा रैली निकाली। तिरंगा रैली और सभा के जरिए अध्यापकों ने अपनी मांगों की ओर शासन द्वारा लम्बे समय से ध्यान नहीं दिए जाने को लेकर आक्रोश जताया। तिरंगा रैली के पश्चात अध्यापकों ने मुख्यमंत्री को संबोधित अपनी मांगों का ज्ञापन कलेक्ट्रेट पहुंच कर सौंपा।

500 अध्यापकों ने डेढ़ घंटे में की चार किलोमीटर की यात्रा

खंडवा। अपने अधिकारों को लेकर संघर्ष कर रहे अध्यापकों ने रविवार को तिरंगा यात्रा निकाली। नेहरू स्कूल मैदान पर एकत्रित हुए अध्यापकों ने राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इसके बाद यहां से 500 से अधिक अध्यापक तिरंगा लेकर कलेक्टोरेट परिसर पहुंचे। यहां मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर समस्याओं के निराकरण की मांग की।

तिरंगा लेकर सड़क पर उतरे अध्यापक

कटनी. शिक्षा विभाग में संविलियन व विसंगति रहित समान वेतनमान की मांग को लेकर एकजुट हुए अध्यापक संगठनों ने संघर्ष समिति के बैनर तले नगर में तिरंगा यात्रा निकाली। साथ ही मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। दोपहर को फारेस्टर प्लेग्राउंड में एकत्र हुए अध्यापक व संविदा शिक्षकों ने सभा की। जिसमें संविलियन सहित अन्य मांगों पर चर्चा की गई।

एक के बाद एक हुक्म पर कम नहीं हो रहा टीचर्स का बोझ

भोपाल। एक के बाद एक आदेश के बावजूद प्रदेश में शिक्षकों से गैर शिक्षकीय कार्य कराने का सिलसिला जारी है। अब सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टर्स को निर्देश दिए हैं कि शिक्षकों से गैरशैक्षणिक कार्य न लिए जाए। वर्ष 2007 में सुप्रीम कोर्ट भी आदेश दे चुका है कि शिक्षकों से सिर्फ शैक्षणिक काम लिए जाएं।

शिक्षा विभाग: अब SMS से भी कर सकते हैं छुट्टी का आवेदन

भोपाल। प्रदेश के प्रायमरी और मिडिल स्कूलों के शिक्षक विशेष परिस्थितियों में अपने न आने की सूचना ई-मेल और एसएमएस के माध्यम से भी दे सकेंगे। हालांकि अवकाश लेने के लिए पहले से आवेदन देना जरूरी होता है, लेकिन 'शाला सिद्धि" के तहत यह प्रावधान किया गया है।

अध्यापकों को 7440 का वेतनमान देने पर सरकार सहमत

भोपाल, ब्यूरो। प्रदेश के लगभग तीन लाख अध्यापकों की नाराजगी दूर करने के लिए राज्य सरकार सहायक अध्यापकों को 7440-2400 और वरिष्ठ अध्यापकों को 10,230-3600 वेतनमान देने को राजी हो गई है। स्कूल शिक्षा विभाग के इस प्रस्ताव को परीक्षण के बाद वित्त विभाग मुख्यमंत्री सचिवालय को भेजेगा।

छात्राओं के लिए एक हजार रियायती पास तैयार, स्कूल के पास उतारेंगी बसें

खंडवा | जिले के विद्यार्थियों को किराए में 30 प्रतिशत की छूट व छात्राओं को बस से स्कूल तक छोड़ने की कलेक्टर की पहल को अमलीजामा पहना दिया है।

बनना चाहते हैं सरकारी टीचर तो तुरंत करें यहां अप्लाई, वैकंसी हैं- 6205, इससे अच्छा मौका अब नहीं मिलेगा

नई दिल्ली. केंद्रीय विद्यालयों में शिक्षक की नौकरी पाने का सुनहरा मौका है. केंद्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस) ने शिक्षकों और प्रिंसपल के 6205 पदों पर भर्तियां निकाली हैं. ये नियुक्तियां पिंसिपल, प्रोजेक्ट ग्रेजुएट टीचर (पीजीटी), ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर (टीजीटी) और प्राइमेरी टीचर के पदों पर की जाएंगी. 

संविदा शिक्षकों का संविलियन नहीं तो करेंगे धरना प्रदर्शन

भास्कर संवाददाता | मुरैना  संविदा शाला शिक्षकों का संविलियन कराने की मांग को लेकर मध्यप्रदेश शिक्षक संघ के प्रतिनिधि मंडल ने कलेक्टर विनोद शर्मा से मुलाकात की। गुरुवार को जिलाध्यक्ष नरेश सिकरवार के नेतृत्व में पहुंचे प्रतिनिधि मंडल ने मांग से संबंधित ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा जिस पर कलेक्टर ने जल्द ही कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

बीच सत्र में शिक्षकों का समायोजन

भास्कर संवाददाता | शिवपुरी अब बीच सत्र में शैक्षणिक पदों के अनुरूप शालाओं में अतिशेष शिक्षकों, अध्यापकों की पदस्थापना का कार्यक्रम स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी कर दिया गया है। जारी आदेश के अनुसार 30 सितंबर तक प्रक्रिया पूरी करनी है। जिसमें शिक्षा विभाग को आदेश ही हाल में मिला है।

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