भोपाल। कल 31 जनवरी को शिक्षक पात्रता परीक्षा में पात्र
उम्मीदवारों द्वारा मुख्यमंत्री और स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ श्री प्रभु राम
चौधरी जी द्वारा आश्वासन दिए जाने के बाद धरना प्रदर्शन समाप्त किया गया।
पात्र अभ्यर्थियों ने आंदोलन समाप्त करते हुए सरकार को अपना वादा याद
दिलाने के लिए ज्ञापन सौंपने की प्रक्रिया को जारी रखने की भी घोषणा की थी।
इसी क्रम में 1 फरवरी 2020 को शिक्षक पात्रता परीक्षा में पात्र
अभ्यर्थियों द्वारा आदिम जाति कल्याण विभाग में ज्ञापन सौंपकर स्थाई शिक्षक
भर्ती के लिए शीघ्र विज्ञप्ति जारी करने की मांग की गई।
मध्यप्रदेश में स्थाई शिक्षकों की पूर्ति के लिए स्कूल शिक्षा विभाग एवं
आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा इसी सत्र में पात्रता परीक्षा में उत्तीर्ण
अभ्यर्थियों द्वारा सीधी भर्ती कि जाना है, परंतु अभी तक मात्र स्कूल
शिक्षा विभाग से ही विज्ञप्ति जारी हुई है। आदिम जाति कल्याण विभाग की
विज्ञप्ति का पात्र अभ्यर्थियों को अभी भी इंतजार है जबकि दोनों विभागों के
लिए व्यवसायिक परीक्षा मंडल द्वारा फरवरी-मार्च 2019 में एक साथ परीक्षा
आयोजित की गई थी।
शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण संघ के प्रदेश संयोजक रंजीत गौर और सह
संयोजक मयंक जैन के अनुसार आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा उच्च माध्यमिक
शिक्षकों के 2220 एवं माध्यमिक शिक्षकों के 5704 पदों पर इसी सत्र में
भर्ती होना है । शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थी संघ के द्वारा 1
फरवरी 2020 दिन शनिवार को विभाग में आयुक्त महोदय के नाम ज्ञापन सौंपकर
शीघ्र अति शीघ्र विज्ञप्ति जारी कराने की मांग की गई है। रिक्त पदों में
वृद्धि की मांग भी अभ्यर्थियों द्वारा की गई है।
भोपाल में लगातार 9 दिन धरना प्रदर्शन करने के बाद शिक्षक पात्रता परीक्षा
उत्तीर्ण संघ मंत्री एवं अधिकारियों से शीघ्र स्थाई शिक्षक भर्ती कराने के
लिए निरंतर प्रयास करता रहेगा और उन्हें उनके द्वारा दिया गया आश्वासन याद
दिलाता रहेगा।