इंद्राना। नईदुनिया न्यूज
पं.जवाहर लाल नेहरू उमावि इंद्राना में संकुल प्राचार्य पर अतिथि शिक्षक की नियुक्ति को लेकर आरोप लग रहे हैं। इस संबंध में आवेदक सूर्य प्रताप सिंह ठाकुर ने ब्लॉक शिक्षा अधिकारी मझौली को शिकायत देकर जांच की मांग की है।
आवेदक सूर्य प्रताप ने आरोप लगाया है कि संकुल प्राचार्य ने अतिथि शिक्षकों का चयन विषयमान के अनुसर नहीं किया है। प्राचार्य ने अपने करीबी कम प्रतिशत वाले आवेदकों का चयन किया है। आवेदक अनमोल सोनी बीई (गणित) है, जो प्राचार्य का करीबी है। प्राचार्य ने अनमोल के स्कोरकार्ड में अंग्रेजी साहित्य ग्रेजुएट का वेरिफिकेशन करके उनको शासकीय बालक शाला इंद्राना में अतिथि शिक्षक वर्ग-2 (अंग्रेजी) से नियुक्त कर दिया है। उनका नाम भी जीएफएमएस पोर्टल पर चढ़ा दिया गया। अन्य अतिथि आवेदकों को जानकारी लगने पर सभी ने इसका विरोध किया। विरोध होने पर नियुक्त आवेदक का नाम जीएफएमएस पोर्टल से हटा दिया। इसी प्रकार अन्य विषय हिन्दी एवं समाजशास्त्र में भी प्राचार्य मेडम ने संकुल में कम प्रतिशत एवं कम अंकों वाले आवेदकों का चयन कर लिया। बल्कि ज्यादा प्रतिशत वाले आवेदक नियुक्ति से वंचित हैं। अतिथि शिक्षकों की भर्ती में प्राचार्य द्वारा गलत तरीके से विगत 3 वर्षों से की जा रही है, जो कि शासन के नियमों के विपरीत है। आवेदक ने मामले की जांचकर सही नियुक्ति करने का आग्रह किया गया है।
पं.जवाहर लाल नेहरू उमावि इंद्राना में संकुल प्राचार्य पर अतिथि शिक्षक की नियुक्ति को लेकर आरोप लग रहे हैं। इस संबंध में आवेदक सूर्य प्रताप सिंह ठाकुर ने ब्लॉक शिक्षा अधिकारी मझौली को शिकायत देकर जांच की मांग की है।
आवेदक सूर्य प्रताप ने आरोप लगाया है कि संकुल प्राचार्य ने अतिथि शिक्षकों का चयन विषयमान के अनुसर नहीं किया है। प्राचार्य ने अपने करीबी कम प्रतिशत वाले आवेदकों का चयन किया है। आवेदक अनमोल सोनी बीई (गणित) है, जो प्राचार्य का करीबी है। प्राचार्य ने अनमोल के स्कोरकार्ड में अंग्रेजी साहित्य ग्रेजुएट का वेरिफिकेशन करके उनको शासकीय बालक शाला इंद्राना में अतिथि शिक्षक वर्ग-2 (अंग्रेजी) से नियुक्त कर दिया है। उनका नाम भी जीएफएमएस पोर्टल पर चढ़ा दिया गया। अन्य अतिथि आवेदकों को जानकारी लगने पर सभी ने इसका विरोध किया। विरोध होने पर नियुक्त आवेदक का नाम जीएफएमएस पोर्टल से हटा दिया। इसी प्रकार अन्य विषय हिन्दी एवं समाजशास्त्र में भी प्राचार्य मेडम ने संकुल में कम प्रतिशत एवं कम अंकों वाले आवेदकों का चयन कर लिया। बल्कि ज्यादा प्रतिशत वाले आवेदक नियुक्ति से वंचित हैं। अतिथि शिक्षकों की भर्ती में प्राचार्य द्वारा गलत तरीके से विगत 3 वर्षों से की जा रही है, जो कि शासन के नियमों के विपरीत है। आवेदक ने मामले की जांचकर सही नियुक्ति करने का आग्रह किया गया है।