मध्य प्रदेश में लगातार सुर्खियों में रहने वाला प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी)
एक बार फिर सुर्खियों में हैं. प्रदेश में नई सरकार आने के साथ ही पीईबी
रडार पर आ गया है. पीईबी ने हाल ही में होने वाली परीक्षाओं को स्थगित कर
दिया है. परीक्षा टलने के बाद पीईबी की तमाम परीक्षाओं में भी जांच के बादल
मंडरा रहे हैं.
प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड ने हाल ही में शिक्षक पात्रता परीक्षा को एक से दो महीने के लिए टाल दिया है. उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा और माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा की तारीखों में बदलाव होने के साथ ही राजनीति भी शुरू हो गई है. भाजपा का कहना है कि सारी परीक्षाएं गलत नहीं हो सकती केवल माहौल बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है. व्यापम के नाम पर माहौल खराब किया जा रहा है और छात्रों का बरगलाने की कोशिश की जा रही है.
उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा 29 जनवरी को होने की संभवना है, जबकि पहले 29 दिसबंर को यह परीक्षा आयोजित होनी थी. माध्यमिक शिक्षक पात्रता 19 जनवरी की जगह अब 19 फरवरी को हो सकती है. फिलहाल इन तारीखों पर भी संशय बना हुआ है.
भोपाल में कुछ दिनों पहले ग्रुप चार भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर प्रदेश भर के छात्रों ने हंगामा किया था. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं और अब शिक्षक पात्रता परीक्षा को निरस्त करने लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं. कांग्रेस का कहना है कि छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए परीक्षा को फिलहाल के लिए स्थगित किया है.
प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड ने हाल ही में शिक्षक पात्रता परीक्षा को एक से दो महीने के लिए टाल दिया है. उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा और माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा की तारीखों में बदलाव होने के साथ ही राजनीति भी शुरू हो गई है. भाजपा का कहना है कि सारी परीक्षाएं गलत नहीं हो सकती केवल माहौल बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है. व्यापम के नाम पर माहौल खराब किया जा रहा है और छात्रों का बरगलाने की कोशिश की जा रही है.
उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा 29 जनवरी को होने की संभवना है, जबकि पहले 29 दिसबंर को यह परीक्षा आयोजित होनी थी. माध्यमिक शिक्षक पात्रता 19 जनवरी की जगह अब 19 फरवरी को हो सकती है. फिलहाल इन तारीखों पर भी संशय बना हुआ है.
भोपाल में कुछ दिनों पहले ग्रुप चार भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर प्रदेश भर के छात्रों ने हंगामा किया था. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं और अब शिक्षक पात्रता परीक्षा को निरस्त करने लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं. कांग्रेस का कहना है कि छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए परीक्षा को फिलहाल के लिए स्थगित किया है.