प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड यानी कि पीईबी की 29 दिसंबर से उच्च माध्यमिक
शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए 2.25 अभ्यर्थी एडमिट कार्ड मिलने के इंतजार
में थे। लेकिन पीईबी ने नोटिफिकेशन जारी कर उच्च माध्यमिक के साथ ही 19
जनवरी से होने वाली माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा की तारीखें एक माह आगे
बढ़ा दी हैं।
माध्यमिक शिक्षक के लिए करीब 4.50 लाख अावेदन आए हैं। अपरिहार्य तकनीकी कारणों का हवाला देते हुए दोनों ही परीक्षाओं की तारीखें एक माह बढ़ाई गई हैं।
परीक्षा नियंत्रक एकेएस भदौरिया ने बताया कि इन परीक्षाओं की निश्चित समय सारिणी आगामी तारीखों में पीईबी की वेबसाइट पर प्रदर्शित की जाएगी। गौरतलब है कि चुनाव के पहले कांग्रेस ने अपने वचन-पत्र के माध्यम से घोषणा की थी कि यदि वे सरकार में आए तो व्यापमं यानी पीईबी को बंद कर उसके स्थान पर शासकीय सेवाओं में चयन की पारदर्शी एवं विकेंद्रीकृत व्यवस्था लागू करेंगे। साथ ही कहा था कि 2008 से 2018 तक आयोजित पीईबी की परीक्षाओं में प्रभावित हुए मध्यप्रदेश के मूल निवासी अभ्यर्थियों द्वारा जमा शुल्क भी वापस कराया जाएगा। ऐसे में पीईबी भले ही प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से यह कह रहा हो कि यह परीक्षाएं एक माह के लिए आगे बढ़ाई गई हैं, लेकिन अभ्यर्थियों को लेकर अंदेशा सताने लगा है कि यह परीक्षाएं अब शायद ही हो पाएं।
पूरी थी तैयारियां, तय था शेड्यूल, अचानक बढ़ा दी तारीखें
गौरतलब है कि तीन दिन पहले ही पीईबी के पीआरओ विशाल जाेशी ने भास्कर से चर्चा में कहा था कि 21-22 दिसंबर तक अभ्यर्थियों को एडमिट कार्ड मिलने लगेंगे। 8 दिन में परीक्षाएं करा ली जाएंगी। एक साथ 20 शहरों में परीक्षाएं होना थी। पूरा शेड्यूल भी तय हो गया था। अचानक तारीखें बढ़ा दी गईं। पीईबी के अफसर इस पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।
पहले से थी तैयारी : अतिथि विद्वानों को रखने के लिए 17 दिसंबर को दिए थे आदेश
शिक्षक पात्रता परीक्षा को आगे बढ़ाने की तैयारी सप्ताह भर पहले ही की जा चुकी थी। यही वजह है कि स्कूल शिक्षा विभाग ने 17 दिसंबर को पत्र जारी कर स्कूलों में खाली पड़े पदों के विरुद्ध अतिथि शिक्षकों को रखने के आदेश जारी किए थे। जीएफएमएस पोर्टल में च्वाइस फिलिंग कराने वालों को 23 दिसंबर तक ज्वाइन कराने के लिए कहा गया है। जिन्होंने जीएफएमएस पोर्टल में पंजीयन नहीं कराया है, उनके आवेदन भी 25 दिसंबर तक लिए जाएंगे। इनकी फीडिंग स्कूल प्रबंधन करेंगे। इस प्रकार से चयनित हुए अतिथि शिक्षकों को 30 दिसंबर तक ज्वाइन कराने के निर्देश जारी किए गए हैं।
भास्कर संवाददाता | सागर
प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड यानी कि पीईबी की 29 दिसंबर से उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए 2.25 अभ्यर्थी एडमिट कार्ड मिलने के इंतजार में थे। लेकिन पीईबी ने नोटिफिकेशन जारी कर उच्च माध्यमिक के साथ ही 19 जनवरी से होने वाली माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा की तारीखें एक माह आगे बढ़ा दी हैं। माध्यमिक शिक्षक के लिए करीब 4.50 लाख अावेदन आए हैं। अपरिहार्य तकनीकी कारणों का हवाला देते हुए दोनों ही परीक्षाओं की तारीखें एक माह बढ़ाई गई हैं।
परीक्षा नियंत्रक एकेएस भदौरिया ने बताया कि इन परीक्षाओं की निश्चित समय सारिणी आगामी तारीखों में पीईबी की वेबसाइट पर प्रदर्शित की जाएगी। गौरतलब है कि चुनाव के पहले कांग्रेस ने अपने वचन-पत्र के माध्यम से घोषणा की थी कि यदि वे सरकार में आए तो व्यापमं यानी पीईबी को बंद कर उसके स्थान पर शासकीय सेवाओं में चयन की पारदर्शी एवं विकेंद्रीकृत व्यवस्था लागू करेंगे। साथ ही कहा था कि 2008 से 2018 तक आयोजित पीईबी की परीक्षाओं में प्रभावित हुए मध्यप्रदेश के मूल निवासी अभ्यर्थियों द्वारा जमा शुल्क भी वापस कराया जाएगा। ऐसे में पीईबी भले ही प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से यह कह रहा हो कि यह परीक्षाएं एक माह के लिए आगे बढ़ाई गई हैं, लेकिन अभ्यर्थियों को लेकर अंदेशा सताने लगा है कि यह परीक्षाएं अब शायद ही हो पाएं।
6.75 लाख आवेदक 4 माह से जुटे हैं तैयारी में
वैसे तो अंतिम बार संविदा शिक्षक पात्रता परीक्षा 2011 में हुई थी। तभी से अगली भर्ती प्रक्रिया को लेकर युवा तैयारियों में लगे थे। लेकिन अगस्त माह में विज्ञापन आने के बाद फॉर्म भरने के साथ ही पिछले 4 माह से करीब 6.75 लाख अभ्यर्थी कोचिंग से लेकर घर पर लगातार पढ़ाई में जुटे हुए थे। उच्च माध्यमिक शिक्षक के लिए 2.25 लाख तो माध्यमिक शिक्षक के लिए करीब 4.50 लाख फॉर्म आए हैं। अब जब परीक्षा की तारीख नजदीक आई तो डेट आगे बढ़ा दी गई, लेकिन वह डेट भी अभी तय नहीं की गई है। आवेदकों को डर सताने लगा है कि यह परीक्षा पूरी तरह से निरस्त न हो जाए।
माध्यमिक शिक्षक के लिए करीब 4.50 लाख अावेदन आए हैं। अपरिहार्य तकनीकी कारणों का हवाला देते हुए दोनों ही परीक्षाओं की तारीखें एक माह बढ़ाई गई हैं।
परीक्षा नियंत्रक एकेएस भदौरिया ने बताया कि इन परीक्षाओं की निश्चित समय सारिणी आगामी तारीखों में पीईबी की वेबसाइट पर प्रदर्शित की जाएगी। गौरतलब है कि चुनाव के पहले कांग्रेस ने अपने वचन-पत्र के माध्यम से घोषणा की थी कि यदि वे सरकार में आए तो व्यापमं यानी पीईबी को बंद कर उसके स्थान पर शासकीय सेवाओं में चयन की पारदर्शी एवं विकेंद्रीकृत व्यवस्था लागू करेंगे। साथ ही कहा था कि 2008 से 2018 तक आयोजित पीईबी की परीक्षाओं में प्रभावित हुए मध्यप्रदेश के मूल निवासी अभ्यर्थियों द्वारा जमा शुल्क भी वापस कराया जाएगा। ऐसे में पीईबी भले ही प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से यह कह रहा हो कि यह परीक्षाएं एक माह के लिए आगे बढ़ाई गई हैं, लेकिन अभ्यर्थियों को लेकर अंदेशा सताने लगा है कि यह परीक्षाएं अब शायद ही हो पाएं।
पूरी थी तैयारियां, तय था शेड्यूल, अचानक बढ़ा दी तारीखें
गौरतलब है कि तीन दिन पहले ही पीईबी के पीआरओ विशाल जाेशी ने भास्कर से चर्चा में कहा था कि 21-22 दिसंबर तक अभ्यर्थियों को एडमिट कार्ड मिलने लगेंगे। 8 दिन में परीक्षाएं करा ली जाएंगी। एक साथ 20 शहरों में परीक्षाएं होना थी। पूरा शेड्यूल भी तय हो गया था। अचानक तारीखें बढ़ा दी गईं। पीईबी के अफसर इस पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।
पहले से थी तैयारी : अतिथि विद्वानों को रखने के लिए 17 दिसंबर को दिए थे आदेश
शिक्षक पात्रता परीक्षा को आगे बढ़ाने की तैयारी सप्ताह भर पहले ही की जा चुकी थी। यही वजह है कि स्कूल शिक्षा विभाग ने 17 दिसंबर को पत्र जारी कर स्कूलों में खाली पड़े पदों के विरुद्ध अतिथि शिक्षकों को रखने के आदेश जारी किए थे। जीएफएमएस पोर्टल में च्वाइस फिलिंग कराने वालों को 23 दिसंबर तक ज्वाइन कराने के लिए कहा गया है। जिन्होंने जीएफएमएस पोर्टल में पंजीयन नहीं कराया है, उनके आवेदन भी 25 दिसंबर तक लिए जाएंगे। इनकी फीडिंग स्कूल प्रबंधन करेंगे। इस प्रकार से चयनित हुए अतिथि शिक्षकों को 30 दिसंबर तक ज्वाइन कराने के निर्देश जारी किए गए हैं।
भास्कर संवाददाता | सागर
प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड यानी कि पीईबी की 29 दिसंबर से उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए 2.25 अभ्यर्थी एडमिट कार्ड मिलने के इंतजार में थे। लेकिन पीईबी ने नोटिफिकेशन जारी कर उच्च माध्यमिक के साथ ही 19 जनवरी से होने वाली माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा की तारीखें एक माह आगे बढ़ा दी हैं। माध्यमिक शिक्षक के लिए करीब 4.50 लाख अावेदन आए हैं। अपरिहार्य तकनीकी कारणों का हवाला देते हुए दोनों ही परीक्षाओं की तारीखें एक माह बढ़ाई गई हैं।
परीक्षा नियंत्रक एकेएस भदौरिया ने बताया कि इन परीक्षाओं की निश्चित समय सारिणी आगामी तारीखों में पीईबी की वेबसाइट पर प्रदर्शित की जाएगी। गौरतलब है कि चुनाव के पहले कांग्रेस ने अपने वचन-पत्र के माध्यम से घोषणा की थी कि यदि वे सरकार में आए तो व्यापमं यानी पीईबी को बंद कर उसके स्थान पर शासकीय सेवाओं में चयन की पारदर्शी एवं विकेंद्रीकृत व्यवस्था लागू करेंगे। साथ ही कहा था कि 2008 से 2018 तक आयोजित पीईबी की परीक्षाओं में प्रभावित हुए मध्यप्रदेश के मूल निवासी अभ्यर्थियों द्वारा जमा शुल्क भी वापस कराया जाएगा। ऐसे में पीईबी भले ही प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से यह कह रहा हो कि यह परीक्षाएं एक माह के लिए आगे बढ़ाई गई हैं, लेकिन अभ्यर्थियों को लेकर अंदेशा सताने लगा है कि यह परीक्षाएं अब शायद ही हो पाएं।
6.75 लाख आवेदक 4 माह से जुटे हैं तैयारी में
वैसे तो अंतिम बार संविदा शिक्षक पात्रता परीक्षा 2011 में हुई थी। तभी से अगली भर्ती प्रक्रिया को लेकर युवा तैयारियों में लगे थे। लेकिन अगस्त माह में विज्ञापन आने के बाद फॉर्म भरने के साथ ही पिछले 4 माह से करीब 6.75 लाख अभ्यर्थी कोचिंग से लेकर घर पर लगातार पढ़ाई में जुटे हुए थे। उच्च माध्यमिक शिक्षक के लिए 2.25 लाख तो माध्यमिक शिक्षक के लिए करीब 4.50 लाख फॉर्म आए हैं। अब जब परीक्षा की तारीख नजदीक आई तो डेट आगे बढ़ा दी गई, लेकिन वह डेट भी अभी तय नहीं की गई है। आवेदकों को डर सताने लगा है कि यह परीक्षा पूरी तरह से निरस्त न हो जाए।