सात साल से शिक्षकों की वैकेंसी का इंतजार कर रहे प्रदेश के हजारों आवेदक
पीईबी का विज्ञापन देखकर परेशानी में पड़ गए हैं। विज्ञापन में जनवरी 2018
की जगह जनवरी 2019 को आधार वर्ष माना गया है। इस कारण हजारों आवेदक परीक्षा
से बाहर हो गए हंै।
विज्ञापन में सामान्य वर्ग के 40 साल के आवेदकों को
मान्य किया है लेकिन ये आवेदक जनवरी 2019 में 40 साल के होना चाहिए। इस
कारण नीलकलम जैसे कई आवेदक परीक्षा से बाहर हो गए हैं। इन भर्ती नियमों के
कारण प्रदेश के 50 हजार से अधिक आवेदक परीक्षा से बाहर हो गए हैं।
वर्ग दो व तीन के लिए अब भी इंतजार
संविदा शिक्षक वर्ग दो व तीन की परीक्षा की तैयारी कर रहे प्रदेश
के लाखों आवेदक पीईबी का विज्ञापन देखकर मुसीबत में पड़ गए हैं। पीईबी के
विज्ञापन में केवल वर्ग एक के 17 हजार संभावित पदों के लिए भर्ती निकाली
है। विज्ञापन में वर्ग दो व तीन का उल्लेख ही नहीं है। अक्टूबर में आचार
संहिता लग रही है ऐसे में आवेदकों को डर है कि अगर सितंबर में वर्ग दो व
तीन का विज्ञापन जारी नहीं हो पाया तो चुनाव के कारण परीक्षा अटक सकती है।
आधार वर्ष 2018 होना चाहिए
 संविदा शिक्षक परीक्षा के लिए उम्र का आधार वर्ष 2018 होना
चाहिए लेकिन शिक्षा विभाग के अफसरों ने आधार वर्ष 2019 माना है। इस कारण
हजारों आवेदक परीक्षा का फार्म नहीं भर पा रहे हंै। विभाग को आवेदकों के
हित में निर्णय लेना चाहिए। अतुल कुमार दुबे, शिकायतकर्ता
सात साल इंतजार के बाद भी हुए बाहर
 सात साल इंतजार करने के बाद जैसे-तैसे तो शिक्षक परीक्षा का
विज्ञापन जारी किया गया लेकिन आयु की गणना 1 जनवरी 2019 से करने के कारण
प्रदेश भर के हजारों आवेदक परीक्षा से वंचित हो गए हंै। सरकार को हमारे साथ
न्याय करना चाहिए। नीलकमल मुदगल, शिकायतकर्ता
हमें विभाग से मिले हैं भर्ती नियम
 स्कूल शिक्षा विभाग से अभी वर्ग एक परीक्षा के भर्ती नियम की
स्वीकृति मिली है। जहां तक आयु गणना की बात है तो स्कूल शिक्षा विभाग ने
इसे जनवरी 2019 से मान्य किया है। इसी तरह बीएड फाइनल ईयर के छात्रों को भी
हम परीक्षा में शामिल नहीं कर पाएंगे जहां तक वर्ग दो व तीन की बात है तो
विभाग से जैसे ही स्वीकृति मिलेगी हम विज्ञापन जारी कर देंगे। एकेएस
भदौरिया, परीक्षा नियंत्रक, पीईबी
इधर ग्रुप-2 की परीक्षा के लिए एमसीए गणित मान्य नहीं
पीईबी द्वारा आयोजित ग्रुप 2 की परीक्षा में गणित विषय के साथ बीसीए
करने वाले आवेदकों को शामिल नहीं किया जा रहा है। प्रदेश में लगभग 10 हजार
छात्र ऐसे हैं जिन्होंने बीसीए और एमसीए करने के बाद बीएड किया है। शासन ने
अभी तक एेसा कोई नियम नहीं बनाया जिससे इन छात्रों को राहत मिल सके। डीबी
स्टार को कुछ आवेदकों ने बताया कि हमने शिक्षा मंत्री दीपक जोशी से मुलाकात
की थी तब उन्होंने कहा था कि भर्ती नियमों में परिवर्तन करेंगे। उनके
आश्वासन के बाद ही हमने बीएड किया था। अब पीईबी और शिक्षा विभाग के अफसर
नियमों का हवाला देकर मामले से पल्ला झाड़ रहे हैं।
सेंट्रल स्कूल दे रहा अवसर, पीईबी नहीं
 सेंट्रल स्कूलों में उन आवेदकों को भी अवसर दिया गया है जो इस
साल बीएड फायनल ईयर के छात्र हैं लेकिन मप्र में शिक्षक भर्ती में यह अवसर
नहीं दिया जा रहा है। यह गलत है। रघुराज, शिकायतकर्ता
 हमने बीसीए के दौरान तीन साल गणित पढ़ा है। हमें भी इस परीक्षा में शामिल किया जाना चाहिए। नीरज कुमार पटेल, छात्र
17000
पदों के लिए होगी भर्ती परीक्षा
11
सितंबर से भरे जा रहे हैं फाॅर्म
25
सितंबर है आवेदन की लास्ट डेट
29
दिसंबर से शुरू होगी भर्ती परीक्षा
Rs.500
परीक्षा शुल्क है सामान्य वर्ग के लिए
Rs.250
आरक्षित वर्ग के लिए परीक्षा शुल्क
2019
माना है आयुसीमा का आधार वर्ष
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