भोपाल। मध्यप्रदेश में शिक्षक भर्ती परीक्षा का इंतजार कर रहे
उम्मीदवारों के लिए गुडन्यूज है। लोक शिक्षण संचालनालय (डीपीआई) ने इस
भर्ती परीक्षा के लिए प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) को पत्र भेज
दिया है। पीईबी परीक्षा के आवेदन की समय सारणी जल्द घोषित कर सकता है।
डीपीआई द्वारा पहले ही भर्ती नियम तैयार कर शासन को भेज दिए गए थे, जिसे
अनुमति मिल गई है। इस बार महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत पद आरक्षित किए हैं।
साथ ही उन्हें आयु सीमा में 5 साल की छूट भी दी गई है। स्कूलों में
शिक्षकों की नियुक्ति संविदा पर नहीं, बल्कि नियमित रूप में की जाएगी।
पांच साल से नहीं हुई भर्ती
प्रदेश के सरकारी स्कूलों में आठ साल पहले वर्ष 2011 में शिक्षकों के 75
हजार पद खाली थे। वर्ष 2013 में 16 हजार शिक्षकों की भर्ती की गई। इसके बाद
से अब तक शिक्षकों की भर्ती नहीं की गई। हालांकि, हर साल प्रस्ताव बनते
रहे और भर्ती रद्द होती रही है। इस कारण स्कूलों में अतिथि शिक्षकों की
भर्ती कर काम चलाया जा रहा है। अब संशोधित नियमों के अनुसार जिस अतिथि
शिक्षक ने 200 से 399 दिन पढ़ाया है, उसे 5 अंक और 400 से 599 दिन पढ़ाने
वाले को 10 बोनस अंक दिए जाएंगे। उन्हें नियमित शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में
बोनस अंक का फायदा मिलेगा।
स्कूलों में 70 हजार पद खाली
मध्य प्रदेश में प्राइमरी और मिडिल स्कूलों की संख्या 1 लाख 42 हजार है।
जबकि इस मान में प्रदेश में शिक्षक 2 लाख 86 हजार 471 हैं। प्रदेश में हाई
स्कूल 6 हजार 534 है। इसमें शिक्षकों 58 हजार 572 हैं। इन स्कूलों में 70
हजार शिक्षकों के पद खाली हैं। प्रस्तावित पद 41 हजार 218 हैं। जबकि सरकार
की तरफ से स्वीकृत पद 31 हजार 658 हैं। 7 हजार 914 पद अतिथि शिक्षकों के
लिए पद आरक्षित किए गए हैं। प्रदेश के स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री दीपक जोशी
ने बताया कि प्रदेशभर में 40 हजार शिक्षकों के पदों पर भर्ती होगी। इसमें 5
हजार लाइब्रेरियन और 5 हजार व्यायाम शिक्षक भी होंगे। सितंबर माह में
आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।