भोपाल। लंबे समय से शिक्षक भर्ती का इंतजार करने वालों
के लिए खास खुशखबरी है। दरअसल लगातार संशय में चल रहे शिक्षक भर्ती के
मामले में आखिरकार सरकार ने एक कदम और आगे बढ़ा लिया है।
ऐसे में जो बात सामने आ रही है उसके अनुसार मप्र शिक्षक भर्ती परीक्षा
का प्रस्ताव तैयार किया जा चुका है। वहीं माना जा रहा है कि इसी माह
परीक्षा तारीखों का भी ऐलान कर दिया जाएगा।
इस पूरे मामले में सबसे खास बात ये भी है कि सरकार वर्ष 1994 से
शिक्षकों की भर्ती गुरुजी, शिक्षाकर्मी और संविदा शिक्षक के रूप में करती
आई है। लेकिन इस बार नियमित संवर्ग गठित किया है। इसमें प्राथमिक शिक्षक,
माध्यमिक शिक्षक और उच्च माध्यमिक शिक्षक के पदों पर भर्ती होगी।
दरअसल
लंबे समय से शिक्षक भर्ती का इंतजार कर रहे युवाओं और करीब 70 हजार
शिक्षकों की कमी से जूझ रहे स्कूलों को सरकार की ओर से कुछ हद तक राहत देने
का मन बना लिया गया है। जिसके तहत जल्द ही 70 की जगह करीब 31 हजार पदों पर
भर्ती निकालने की तैयारी कर ली गई है। वहीं कुछ जानकार इसे भाजपा की
चुनावी रणनीति का एक हिस्सा भी बता रहे हैं।
स्कूल शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मप्र शिक्षक भर्ती
परीक्षा का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। इसके बावजूद अभी तक यह विभाग की
ओर से प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड के पास नहीं भेजा गया है।
इस संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हमारी
कोशिश है कि सितंबर में शिक्षकों भर्ती के लिए चयन परीक्षा हो जाए। इसकी
तैयारी पूरी कर ली गई है। जल्द ही परीक्षा के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा।
माना
जा रहा है कि जैसे पूर्व में कहा जा रहा था कि परीक्षा कि तिथि अगस्त के
आखिरी सप्ताह में घोषित की जाएंगी। उसी रणनीति के तहत यह प्रस्ताव अगले
सप्ताह ही पीईबी के पास भेज दिया जाएगा। जिसके कुछ ही दिनों बाद पीईबी
भर्ती परीक्षा की तारीखों का ऐलान करेगी।
वहीं सूत्र यह भी कह रहे हैं कि सरकार पहले ही पीईबी को परीक्षा समय का
इशारा कर चुकी है। जिसके चलते पीईबी ने भी अपनी पूरी तैयारी कर रखीं हैं।
ताकि प्रस्ताव के आने के चंद दिनों बाद ही परीक्षा तारीखें घोषित करने के
साथ ही जल्द परीक्षाएं भी करा ली जांएगी।
सामान्यत: पीईबी को कोई परीक्षा कराने में अच्छा एक से दो माह का समय
लगता ही है, लेकिन इस बार आचार संहिता से पहले ही परीक्षा करने के चलते
पीईबी ने भी सरकार की मंशा को समझते हुए पूरी तैयारी कर रखी है।
वहीं
जहां एक ओर यह बात साफ हो रही है कि चुनाव से पहले शिक्षक भर्ती परीक्षा
हो जाएगी, लेकिन इसके बाद भी अब तक इस बात को लेकर संदेह जरूर बना हुआ हैं
कि परीक्षा परिणामों का क्या होगा यानि क्या ये भी चुनाव से पहले ही घोषित
कर दिए जाएंगे या इन्हें चुनाव के बाद घोषित किया जाएगा।
पद संख्या को लेकर भ्रम बरकरार...
इस पूरे मामले को
लेकर सबसे ज्यादा पेंच ये है कि एक ओर जहां स्कूल शिक्षा मंत्री विजय शाह
ने पूर्व में 60 हजार रिक्त पद बताए थे, वहीं स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री ने
इनकी संख्या 70 हजार बताई थी,जबकि सामने आ रही जानकारी के अनुसार प्रस्ताव
तो केवल 31,658 रिक्त पदों के लिए ही तैयार किया गया है।
वहीं इस संबंध में जानकारों गुना में सामने आई बात को याद दिलाते हुए
कहते हैं कि वहां भी 30 हजार पदों पर भर्ती की बात मंत्री की ओर से कही गई
थी यानि अभी 30 हजार बाकि भर्तियों के लिए परीक्षा चुनाव बाद होगी। तो ऐसे
में यह भी कहा जा रहा है कि मंत्री गुना में 30 हजार शिक्षकों की भर्ती
चुनाव से पहले की बात कही थी यानि परीक्षा परिणाम भी चुनाव से पहले ही
घोषित कर दिए जाएंगे!
इसमें होगी भर्ती...
शिक्षक
भर्ती इस बार सबसे खास इसलिए भी है कि प्रदेश सरकार शिक्षकों की भर्ती
पिछले करीब ढाई दशकों से गुरुजी, शिक्षाकर्मी और संविदा शिक्षक के रूप में
करती आई है। वहीं इस बार नियमित संवर्ग गठित किया है। जिसके तहत अब
प्राथमिक शिक्षक, माध्यमिक शिक्षक और उच्च माध्यमिक शिक्षक के पदों पर
भर्ती होगी।
ऐसे सामने आई थी 70 हजार संख्या...
दरअसल 'नि:शुल्क
एवं अनिवार्य शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 (आरटीई) " के तहत स्कूलों में
35:1 (35 अनुपात एक) शिक्षक होने चाहिए। इस हिसाब से 70 हजार शिक्षकों की
जरूरत है।
उम्मीदवारों की संभावना...
माना जा रहा है कि इस
बार परीक्षा में उम्मीदवारों की संख्या 15 से 18 लाख तक पहुंच सकती है।
इसके पीछे जो तर्क दिया जा रहा है उसके अनुसार कई लोग अब उम्र के लिहाज से
इस परीक्षा के लिए अयोग्य हो जाएंगे।
वहीं इसके बाद शिक्षक भर्ती परीक्षा कब होती है कहा नहीं जा सकता। इसी
को देखते हुए इस बार संख्या कुछ ज्यादा ही रहने की उम्मीद है। इतनी ज्यादा
संख्या के विषय में पूर्व से ही सरकार को भी संदेह था, इसी के चलते परीक्षा
की तैयारियों को लेकर पीईबी को तैयार रहने का पहले ही इशारा कर दिया गया
था।
इन्हें मिलेगा ये खास लाभ!...
वहीं यह बात
भी सामने आ रही है कि इस परीक्षा में अतिथि शिक्षकों को बोनस मार्क का लाभ
दिया जाएगा। ऐसे शिक्षक जिन्हें 200 से 399 दिनों का अनुभव है उन्हें 5
नंबर बोनस के रूप में दिए जाएंगे। वहीं, 400 से 599 दिनों का अनुभव होने
वालों को 10 नंबर बेनस में मिलेंगे।
जबकि महिला उम्मीदवारों को शिक्षक भर्ती में 50 फीसदी आरक्षण मिलेगा।
पिछले दिनों इसके लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी ऐलान किया था।
इन्हें उम्र में 5 साल की छूट भी दी जाएगी।
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