भोपाल। चुनाव में डैमेज कंट्रोल के लिए कराई जा रही मप्र शिक्षक
भर्ती परीक्षा का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है लेकिन स्कूल शिक्षा विभाग
ने इसे अभी प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड के पास नहीं भेजा है। उम्मीद है
अगले सप्ताह इसे पीईबी के पास भेज दिया जाएगा और फिर पीईबी भर्ती परीक्षा
की तारीखों का ऐलान करेगी। सबकुछ ठीक उसी प्रकार हो रहा है, जैसा कि भोपाल
समाचार डॉट कॉम ने संदेह जताया था। चुनाव से पहले प्रक्रिया शुरू हो जाएगी,
सबकुछ ठीक रहा तो परीक्षाएं भी हो जाएंगी परंतु परिणाम घोषित नहीं किए
जाएंगे।
मंत्री ने 70 हजार रिक्त पद बताए थे, विभाग ने 31000 बताए
मप्र में शिक्षकों के रिक्त पदों को लेकर भी भ्रम की स्थिति पैदा कर दी गई
है। स्कूल शिक्षा मंत्री विजय शाह ने 60 हजार रिक्त पद बताए थे, स्कूल
शिक्षा राज्य मंत्री ने 70 हजार रिक्त पद बताए जबकि विभागीय सूत्रों का
कहना है कि 31,658 रिक्त पदों के लिए प्रस्ताव तैयार किया गया है और इसी के
अनुसार भर्ती शुरू की जाएगी। ज्ञात हो कि 'नि:शुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा
का अधिकार अधिनियम 2009 (आरटीई) " के तहत स्कूलों में 35:1 (35 अनुपात एक)
शिक्षक होने चाहिए। इस हिसाब से 70 हजार शिक्षकों की जरूरत है।
PEB को तैयार रहने के निर्देश
सूत्र बताते हैं कि सरकार ने पीईबी को शिक्षक चयन परीक्षा के लिए तैयारी
रखने के निर्देश दिए हैं, ताकि चयन परीक्षा की प्रक्रिया शुरू करने में
देरी न हो। आमतौर पर पीईबी को एक परीक्षा की तैयारी में डेढ़ से दो माह का
समय लगता है। इस परीक्षा में 20 लाख से ज्यादा उम्मीदवार शामिल होने की
संभावना है, इसलिए समय ज्यादा लगता, लेकिन सरकार के विशेष निर्देश पर पीईबी
जल्द परीक्षा कराने को तैयार हो गया है।
नए संवर्ग में होगी भर्ती
वर्ष 1994 से सरकार शिक्षकों की भर्ती गुरुजी, शिक्षाकर्मी और संविदा
शिक्षक के रूप में करती आई है। इस बार नियमित संवर्ग गठित किया है। इसमें
प्राथमिक शिक्षक, माध्यमिक शिक्षक और उच्च माध्यमिक शिक्षक के पदों पर
भर्ती होगी।
हमारी तैयारी पूरी है, जल्द प्रस्ताव भेजेंगे
हमारी कोशिश है कि सितंबर में शिक्षकों भर्ती के लिए चयन परीक्षा हो जाए।
इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। जल्द ही परीक्षा के लिए प्रस्ताव भेजा
जाएगा।
दीप्ति गौड़ मुखर्जी, प्रमुख सचिव, स्कूल शिक्षा विभाग