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सात हजार शिक्षक कर्मचारियों में से पांच हजार रहे गैर हाजिर

रायसेन। स्कूल शिक्षा विभाग के सख्त आदेश के बाद से शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए एम शिक्षामित्र के जरिए ऑनलाइन हाजिरी योजना तो शुरू हो गई है।लेकिनअधिकांश शिक्षक ही इसे फॉलो ना करके इसमें अडंगेबाजी कर रहे हैं।
जबकि जिला मुख्यालय के जिला बीजेपी कार्यालय में कें द्र सरकार के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चार साल बेमिसाल कार्यक्रम में शामिल होने आए स्कूल शिक्षा मंत्री कुंवर विजय शाह ने मीडिया कर्मियों से चर्चा में कहा था कि एम शिक्षा मित्र एप के द्वारा मोबाइलों से हाजिरी देना ११ जून से सभी स्कूलों में हर हाल में लागू कर दिया जाएगा।
लेकिन इसमें ज्यादातर शिक्षक, कर्मचारी इस एम शिक्षा मित्र योजना का विरोध कर रहे हैं। शुरूआती तौर पर ही रायसेन जिले क लगभग ७ हजार शिक्षक कर्मचारियों ने एम शिक्षा मित्र एप के जरिए ऑनलाइन हाजिरी देना प्रारंभ किया। प्रयोग के तौर पर ही पांच हजार शिक्षक कर्मचारियों ने रूचि नहीं दिखाई। हफ्तेभर 7 हजार में से 5 हजार शिक्षक कर्मचारी रोजाना अनुपस्थित रहे।
हालांकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, स्कूल शिक्षा मंत्री कुंवर विजय शाह के सख्त आदेश को पालन कराने स्कूल शिक्षा विभाग और डीईओ और जिला शिक्षा केंद्र के अधिकारियों ने इस एम शिक्षा मित्र योजना को सरकारी स्कूलों में कड़ाई से पालन कराने की जबावदारी तो ले ली है। लेकिन इसका सख्ती से पालन नहीं करवा पा रहे हैं। जिला शिक्षा विभाग, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय, जिला शिक्षा केंद्र में अन्य सुविधाएं भी लागू कर दी गई हैं। लेकिन अन्य सुविधाओं को छोड़कर इस योजना के तहत शुरू की गई ऑनलाइन अटेंडेंस को फिलहाल शिक्षक अपनाने को तैयार नहीं हैं। बल्कि सभी शिक्षक इसे सरकार की तानाशाही बताकर फॉलो करने से इनकार कर रहे हैं। जबकि विभागीय प्रमुख सचिव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा महीनेभर पहले इसे फॉलो करने की हिदायत दी थी।
५ हजार से ज्यादा शिक्षक, कर्मचारी रहे अनुपस्थित
विभागीय अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार रायसेन जिले के ७ हजार में से सिर्फ २ हजार शिक्षक, कर्मचारियों नेकरीब एक सप्ताह तक उपस्थिति दी । लेकिनबाद में इन लोगोंं ने भी ऑनलाइन अटेंडेंस देना बंद कर दिया ।क्योंकि एम शिक्षा मित्र एप शिक्षकों के भारी विरोध के बाद सरकार ने फिलहालइसेलॉक करदिया है।बादमंमप्र सरकार दोबारा से इस मामले में गहन मंथन कर लागू करेगी।
दो साल से लंबित थी योजना...
एम शिक्षा मित्र एप के माध्यम से शिक्षकों और छात्रों की ऑनलाइन के जरिए उपस्थिति का पिछले दो सालों से विरोध चल रहा था। जिसके तहत शिक्षक-शिक्षिकाओं ने ऑनलाइन अटेंडेंस देने से साफ इंकार कर चुके हैं। इसमें शिक्षकों से लेकर विभागीय कर्मचारियों ने भी अपनाने से मना कर दिया है। बताया जा रहा है कि विभागीय अधिकारियों, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, स्कूलशिक्षा मंत्री कुंवर विजय शाह, विभाग के प्रमुख सचिव बाद में दोबारा से बैठक लेकर इसकी शुरूआत कराएंगे।
शिक्षकों के भारी विरोध के चलते फिलहाल एम शिक्षा मित्र एप के जरिए ऑनलाइन हाजिरी नहीं भेजी जा रही है। क्योंकि फिलहाल इसे सरकार ने लॉक कर दिया है। इस पर दोबारा से बैठक लेकर रणनीति बनाई जाएगी। इसके बाद ही शिक्षक, कर्मचारी ऑनलाइन तरीके से अटेंडेंस देना शुरू करेंगे।
आरपी सेन,  डीईओ रायसेन

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